Kota: सरकार से आर पार के मूड में क्यों आए हाडौती के किसान ? 15 नवंबर को चक्काजाम का ऐलान
Farmers Protest Kota: राजस्थान के हाडौती क्षेत्र के किसान नहरी पानी और डीएपी खाद की मांग को लेकर राज्य सरकार से आरपार के मूड में आ गए हैं। (Farmers Protest Kota) किसानों ने साफ कह दिया है कि 14 नवंबर तक किसानों की जो भी मांगें हैं, उन्हें पूरा किया जाए। अगर ऐसा नहीं हुआ तो 15 नवंबर को किसान हाडौती में चक्का जाम किया जाएगा।
किसानों ने सरकार को क्यों दी चेतावनी?
हाड़ौती क्षेत्र के किसानों का कहना है कि खरीफ की फसल अतिवृष्टि से खराब हो गई। अब रबी की फसल की बुवाई भी किसानों के लिए चुनौती बन गई है। क्योंकि नहरों में पर्याप्त पानी नहीं होने के कारण खेत सूखे पड़े हैं। पलेवा नहीं हो पा रहा। जिन किसानों ने ट्यूबवेलों और नहरों से पानी दे भी दिया, तो उनको अब डीएपी खाद नहीं मिल रहा। ऐसे में किसानों की फसलों की बुवाई का समय निकलता जा रहा है और किसान इस बात से चिंतित हैं।
पर्याप्त नहरी पानी, खाद दिलाने की मांग
किसान संघ के प्रचार प्रमुख उमाशंकर नागर ने बताया कि 8 नवंबर को राज्य सरकार के नाम खेतों की सिंचाई के लिए पर्याप्त नहरी पाने देने और डीएपी खाद उपलब्ध कराने की मांगों को लेकर ज्ञापन दिया था, मगर 5 दिन बीत जाने के बाद भी कोई निस्तारण नहीं हुआ। इससे किसानों में आक्रोश है। किसानों का सब्र टूट रहा है। किसानों को सड़क पर आने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है। तहसील अध्यक्ष करमचंद मीना और मंत्री अशोक ने बताया कि नहरी पानी के साथ डीएपी खाद की भी किल्लत है, जिसके चलते किसानों की परेशानी बढ़ गई है।
मांग नहीं मानने पर चक्काजाम की चेतावनी
किसान अपनी फसलों के लिए खाद-पानी के लिए संघर्ष कर रहे हैं। किसानों का आरोप है कि खाद के साथ अन्य सामग्री भी दी जा रही है, जिसकी वजह से किसानों से ज्यादा दाम वसूले जा रहे हैं। भारतीय किसान संघ के तहसील अध्यक्ष हुकमचंद मीना और खातोली तहसील अध्यक्ष किशन गोपाल नागर के नेतृत्व में पदाधिकारी इटावा एसडीएम कार्यालय पहुंचे। किसानों ने प्रशिक्षु IAS नयन गौतम को ज्ञापन दिया। जिसमें नहरों में 1298 फाल पर 55 सेमी का गेज चलाने और डीएपी खाद दिलाने की मांग की गई। मांग नहीं मानने पर 15 नवंबर को स्टेट हाइवे 70 औप वन ए सूखनी इटावा बाईपास पर चक्काजाम की चेतावनी दी गई।
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