पहले पहाड़ी पर बुलाया...फिर कराई 300 उठक-बैठक, डूंगरपुर में MBBS छात्र से रैगिंग...किडनी-लिवर डैमेज
Dungarpur Medical Student Ragging: डूंगरपुर में एक MBBS फर्स्ट ईयर के छात्र के साथ हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है जहां जिले की मेडिकल कॉलेज में एक साथ 50 से ज्यादा स्टूडेंट के साथ रैगिंग की घटना हुई है. वहीं रैगिंग के बाद कई छात्रों की हालत बिगड़ गई जहां सीनियर स्टूडेंट ने फर्स्ट ईयर के एक स्टूडेंट को कॉलेज के पास एक पहाड़ी पर बुलाया और उससे 300 से ज्यादा उठक- बैठक करवाई गई. इसके बाद छात्र के पिता का आरोप है कि लड़के की किडनी और लिवर डैमेज हो गया है। वहीं एक अन्य लड़के को भी हॉस्पिटल में भर्ती करवाया गया है. इधर मामला उजागर होने के बाद आरोपी सेकेंड ईयर के 7 स्टूडेंट को कॉलेज प्रशासन ने सस्पेंड कर दिया है.
बता दें कि डूंगरपुर शिक्षण संस्थाओं में रैगिंग करना अपराध है लेकिन इसके बावजूद डूंगरपुर जिले के मेडिकल कॉलेज में रैगिंग करना सीनियर स्टूडेण्ट्स के लिए आम बात हो गई है। जिले के मेडिकल कॉलेज में पिछले दिनों सीनियर्स स्टूडेण्ट्स की ओर से प्रथम वर्ष के छात्रों के साथ इस तरह की मानवीय हदें पार कर रैगिंग करने का मामला सामने आया था.
वहीं रैगिंग पीड़ित एक छात्र की जान पर बन आने के बाद अब मेडिकल कॉलेज और पुलिस प्रशासन हरकत में आया है जहां रैगिंग का नतीजा यह रहा कि एमबीबीएस प्रथम वर्ष के विद्यार्थी की किडनियां और लीवर में जानलेवा इंफेक्शन फैल गया और फिलहाल वह अहमदाबाद के निजी अस्पताल के आईसीयू वार्ड में जिंदगी और मौत के बीच जंग लड़ रहा है. इधर लाखों रुपए खर्च होने के बाद 8 दिन बाद अस्पताल से छुट्टी मिली। हालांकि, अब छात्र की हालात में सुधार बताया जा रहा है.
44 डिग्री धूप में पहाड़ी पर बुलाया
पुलिस में दर्ज रिपोर्ट के अनुसार एमबीबीएस 2020 के बेच के विद्यार्थियों ने प्रथम वर्ष के पूरे बैच को कॉलेज के पास ही स्थित एक पहाड़ी पर भरी दोपहरी में बुलाया। ऐसे में अधिकांश विद्यार्थी वहां पहुंचे। यहां सीनियर स्टूडेण्ट्स ने प्रथम वर्ष के विद्यार्थियों की रैगिंग लेनी शुरू करते हुए तपती दोपहरी में उठक-बैठक लगवाना शुरू कर दिया। इसमें से कई विद्यार्थियों ने डर के चलते उठक-बैठक करनी शुरू कर दी। लेकिन, कॉलेज से दूर चल रहे इस घटनाक्रम की मेडिकल कॉलेज प्रशासन को भनक नहीं लगी। लेकिन, एक विद्यार्थी की तबीयत खराब होने से रैगिंग की पूरी परतें खुल गई है।
सदर थानाधिकारी गिरधारी सिंह ने बताया- मेडिकल कॉलेज डूंगरपुर के प्रिंसिपल एस बाला मरगुनवेलू की ओर से रिपोर्ट दर्ज करवाई गई है। रैगिंग की ये पूरी घटना डेढ़ महीने पहले 15 मई की है। रिपोर्ट के अनुसार- मेडिकल कॉलेज में ही फर्स्ट ईयर एमबीबीएस के स्टूडेंट खुश सिंह (बदला हुआ नाम) के साथ रैगिंग हुई है।
300 से ज्यादा करवाई उठक-बैठक
सेकेंड ईयर एमबीबीएस के सीनियर स्टूडेंट देवेंद्र मीणा, अंकित यादव, रविंद्र कुलरिया, सुरजीत, विष्णेंद्र धायल, सिद्धार्थ परिहार और अमन रागेरा ने हर्षित खन्ना को कॉलेज के पास ही एक पहाड़ी पर बुलाया। इसके बाद उसकी रैगिंग करते हुए 300 से ज्यादा उठक-बैठक करवाई थी।
डर से नहीं आ रहे हैं विद्यार्थी सामने
मेडिकल कॉलेज के सूत्रों के अनुसार सीनियर स्टूडेण्ट्स ने पूरी क्लास के विद्यार्थियों को बुलाया था और उनकी संख्या करीब 60 से अधिक थी। पर, अन्य कोई विद्यार्थी सामने नहीं आया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है और विद्यार्थियों से पूछताछ भी कर रही है। ऐसे में कई और भी रैगिंग से पीड़ित छात्र सामने आ सकते हैं।
पहले भी सामने आए हैं मामले-
डूंगरपुर के मेडिकल कॉलेज में रैगिंग कोई नई बात नहीं है। मेडिकल कॉलेज में रैगिंग रोकथाम को लेकर मेडिकल कॉलेज प्रशासन हमेशा ही फेल साबित हुआ है। पहले भी रैगिंग के मामले सामने आए है।
केस 1 - मई 2024 भी एक मामला ऐसा ही सामने आया था। इस पर मेडिकल कॉलेज प्रशासन ने रैगिंग लेने वाले विद्यार्थी पर 25 हजार रुपए का जुर्माना वसूला था।
केस 2 - अक्टूबर 2020 थर्ड ईयर के विद्यार्थियों ने सेकण्ड ईयर के एक विद्यार्थी की रैगिंग के नाम पर जमकर पिटाई की। इस घटनाक्रम की अन्य विद्यार्थियों ने वीडियो भी बनाकर वायरल किया था। बाद में सदर थाना पुलिस में प्रकरण भी दर्ज किया था। थर्ड ईयर के विद्यार्थियों ने यहां पास एक थड़ी को भी नुकसान पहुंचाया था।
केस 3 - जुलाई 2022 में मेडिकल कॉलेज के एमबीबीएस के स्टूडेंट्स ने कलक्ट्रेट पहुंच कर रैगिंग करने वाले सीनियर स्टूडेंट्स के खिलाफ प्रदर्शन किया था।
केस 4 - अक्टूबर 2021 में एक विद्यार्थी मेडिकल कॉलेजमें परीक्षा देने के बाद कॉलेज के बाहर चाय पी रहा था। इसी दौरान मेडिकल कॉलेज के ही नौ सीनियर स्टूडेंट्स आए और रैगिंग लेते हुए लातों-घुसों से मारपीट की
.