Hanumangarh District Jail: एक बार फिर से सुर्खियों में हनुमानगढ़ जिला जेल, नशे का बंडल मिलने से हड़कंप
Hanumangarh District Jail हनुमानगढ़: हनुमानगढ़ जिला जेल एक बार फिर से सुर्खियों में है। जिला जेल में आए दिन मोबाइल मिलते रहते हैं, नशे का सामान मिलता रहता है या फिर किसी बंदी द्वारा अधिकारियों पर गंभीर आरोप लगते रहते हैं। अब हनुमानगढ़ जिला जेल परिसर नशे का सामान मिलने से हड़कंप मच गया है।
एसपी मिली थी गुप्त सूचना
एसपी को मुखबिर से गुप्त सूत्रों से सूचना मिली थी कि जेल की बैरक नंबर 8 के पीछे से रात्रि को नशे का सामान जेल की दीवार से अंदर फेंका जाएगा। मामले की गंभीरता को देखते हुए एसपी ने हनुमानगढ़ डीएसटी टीम को तैनात कर दिया और डीएसटी टीम ने पुलिस अधीक्षक के निर्देशों पर बड़ी कार्रवाई करते हुए एक युवक को धर दबोचा। हालांकि इस दौरान 2 युवक नशे से भरी थैली फेंककर भागने में कामयाब हो गए। इस बीच जंक्शन पुलिस की टीम करीब आधे घंटे तक डीएसटी टीम का इंतजार करती रही।
वहीं, पुलिस अधीक्षक ने थैले में नशीली गोलियां का संदेह जताया, लेकिन जेल प्रशासन ने थैली में सिर्फ बीड़ी और गुटखा ही बताया। ऐसे में इस मामले को लेकर पुलिस अधीक्षक खुद असमंजस में हैं कि जो सूचना उन्हें मिली थी वो सूचना के आधार पर कार्रवाई भी हुई, लेकिन जो सामान बरामद होना चाहिए था वह क्यों नहीं मिला। फिलहाल इस मामले में जांच जारी है।
किसने मंगवाई नशे की खेप, जांच जारी
वहीं, इस मामले को लेकर हनुमानगढ़ जिला जेल के प्रहरी बजरंग लाल ने जंक्शन पुलिस को बताया, "गुरमीत सिंह निवासी नई खुंजा के कब्जे से शनिवार शाम को 6 पैकेट तम्बाकू, एक पैकेट पान मसाला, एक पैकेट खैनी, आठ पैकेट चूना, तीन पैकेट बीड़ी आदि बरामद किए गए। आरोपी उक्त सामग्री के बंडल जेल में फेंक कर बंदियों तक पहुंचाना चाहता था। पुलिस पड़ताल में जुटी हुई है कि आरोपी किन बंदियों तक यह सामग्री पहुंचाना चाहता था।"
बरामद सामग्री को लेकर संदेह
हनुमानगढ़ जिला जेल में जिस सामग्री (Hanumangarh District Jail) के बंडल फेंके जाने थे, उसमें नशीली दवा आदि के होने की सूचना भी पुलिस के आला अधिकारियों तक थी। लेकिन, जेल प्रशासन ने जो FIR दर्ज कराई है, उसमें ऐसा कुछ भी नहीं बताया गया है। ऐसे में बंडल से मिली सामग्री को लेकर स्थिति संदेहास्पद हो गई है। आखिर इस बंडल में क्या है अभी तक स्पष्ट नहीं है।
जेल परिसर सुरक्षा की लगातार अनदेखी!
दरअसल जिला जेल की बाहरी दीवार इतनी नीची हो गई है कि कोई भी आसानी के साथ बाहर से भीतर कुछ भी फेंक सकता है। इसके बावजूद जेल की दीवार की ऊंचाई बढ़ाने पर कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है। बड़ी बात यह है कि जिला जेल से 2 व्यस्त सड़कें गुजरती हैं। फोरलेन के अलावा हाउसिंग बोर्ड की तरफ से सड़क भी काफी ऊंची हो चुकी है और यह सड़कें जेल की चारदीवारी के बहुत नजदीक हैं। यही वजह है कि आए दिन सड़क से जेल परिसर में आए दिन अवैध तरीके से मोबाइल, नशे की खेप फेंकने की घटनाएं लगातार सामने आ रही हैं।
4 साल में कई अधिकारी और कर्मचारी निलंबित
बता दें कि पिछले चार साल में कई अधिकारी और कर्मचारी निलम्बित हो चुके हैं। हालांकि इसकी वजह ऑन रेकॉर्ड तो अनुशासनात्मक कार्रवाई और लापरवाही बताई गई है। जेल परिसर में पिस्तौल, नशीला पदार्थ, जर्दा, बीड़ी फेंकने के कई मामले पहले भी आ चुके हैं। वहीं, पिछले 5-6 साल के दौरान जेल से अलग-अलग घटनाओं में 100 के करीब मोबाइल फोन जब्त किए जा चुके हैं।
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