Naresh Meena: पुलिस अब खोलेगी नरेश मीणा की हिस्ट्रीशीट! पहले से दर्ज 23 मुकदमे...मारपीट, आगजनी से पुराना कनेक्शन
Naresh Meena: राजस्थान की देवली-उनियारा (टोंक) विधानसभा में उपचुनाव की वोटिंग के दौरान हुए थप्पड़ कांड में बुधवार देर रात विकराल रूप ले लिया. वोटिंग के दौरान विधानसभा के समरावता गांव में निर्दलीय प्रत्याशी नरेश मीणा द्वारा एसडीएम अमित चौधरी को थप्पड़ मारने के बाद देर रात नरेश मीणा (Naresh Meena) की गिरफ्तारी को लेकर पुलिस और मीणा के समर्थक हिंसक रूप से आमने-सामने हो गए. पुलिस और ग्रामीणों के बीच जमकर पथराव हुआ. पुलिस ने आंसू गैस के गोले बरसाए. इस हिंसा में 14 से अधिक जवान घायल है. वहीं पुलिस ने 60 से अधिक लोगों को हिरासत में लिया है.
इधर टोंक पुलिस का एसपी की अगुवाई भारी जाब्ता गुरूवार को करीब 12 बजे देवली-उनियारा विधानसभा के समरावता (टोंक) गांव पहुंचा जहां नरेश मीणा को गिरफ्तार किया गया. टोंक पुलिस एसपी ने बताया कि नरेश के खिलाफ एसडीएम को थप्पड़ मारने के मामले में संबंधित धाराओं में मामला दर्ज कर लिया गया है.
वहीं उनके पुराने मामलों की हिस्ट्रीशीट भी मंगवाई गई है. मालूम हो कि नरेश मीणा लगातार इस तरह के मारपीट, आगजनी और पत्थरबाजी, चोरी जैसे मामलों में शामिल रहे हैं और हाल में दिए चुनावी हलफनामें में भी उन्होंने अपने खिलाफ 23 मुकदमों की जानकारी चुनाव आयोग को दी थी.
23 मुकदमें नरेश मीणा के नाम हैं दर्ज
बता दें कि देवली-उनियारा से निर्दलीय उम्मीदवारी कर रहे नरेश मीणा पर पहले से प्रदेश के अलग-अलग थानों में 23 मुकदमे दर्ज हैं जिनमें मारपीट, हाईवे जाम, पत्थरबाजी और चोरी तक के मामले शामिल है. जानकारी के मुताबिक इन मामलों 16 मुकदमे कोर्ट में विचाराधीन हैं और 7 में जांच पूरी हो चुकी है. दरअसल नरेश मीणा ने कांग्रेस से देवली-उनियारा के लिए टिकट की मांग की थी लेकिन कांग्रेस ने केसी मीणा को टिकट दिया था. इसक बाद नरेश मीणा ने पार्टी से बगावत कर देवली से निर्दलीय चुनाव लड़ने का ऐलान किया.
SDM को क्यों मारा था थप्पड़?
टोंक जिले की देवली-उनियारा सीट पर हो रहे उपचुनाव के दौरान कांग्रेस के बागी और निर्दलीय प्रत्याशी नरेश मीणा ने मालपुरा के एसडीएम अमित कुमार चौधरी को थप्पड़ मार दिया। दरअसल, नरेश मीणा लगातार चुनाव आयोग पर आरोप लगा रहे थे कि उनकी ईवीएम मशीन पर चुनाव चिन्ह ठीक से नजर नहीं आ रहा था और वह हल्का दिखाई दे रहा था। इस मुद्दे को लेकर दोनों के बीच तीखी कहासुनी हुई, जिसके बाद नरेश मीणा ने अपना आपा खो दिया और एसडीएम को थप्पड़ जड़ दिया। यह घटना उपचुनाव के दौरान प्रशासन और प्रत्याशियों के बीच बढ़ते तनाव को और भी बढ़ा दिया था और रात मध्यरात्रि में हिंसा भड़क गई.