• ftr-facebook
  • ftr-instagram
  • ftr-instagram
search-icon-img

दौसा में 5 साल का आर्यन लड़ रहा जिंदगी की जंग! 23 घंटे से बोरवेल में फंसा, अब हाईटेक मशीन से बना रहे सुरंग

Dausa Borewell Accident Rescue News: दौसा जिले में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है, जहां एक 5 साल का मासूम घर से महज 100 फीट दूर खेत में बने बोरवेल में गिर गया। यह घटना उस वक्त हुई...
featured-img

Dausa Borewell Accident Rescue News: दौसा जिले में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है, जहां एक 5 साल का मासूम घर से महज 100 फीट दूर खेत में बने बोरवेल में गिर गया। यह घटना उस वक्त हुई जब बच्चा बोरवेल में गिरकर करीब 150 फीट गहरे शाफ्ट में फंस गया। इस दुर्घटना के बाद एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और सिविल डिफेंस की टीमें मौके(Dausa News) पर पहुंच कर रेस्क्यू ऑपरेशन में जुटी हैं। रेस्क्यू टीम ने बोरवेल में वाटरप्रूफ कैमरा डाला, जिससे बच्चे की हलचल दिखाई दी। टीम का कहना है कि बच्चा सुरक्षित है और पुराने पाइप के बीच फंसा हुआ है, और उसने रस्सी पकड़ रखी है।

युद्ध स्तर पर रेस्क्यू ऑपरेशन जारी

बच्चे को सकुशल बाहर निकालने के लिए युद्ध स्तर पर रेस्क्यू ऑपरेशन चल रहा है। 7 जेसीबी मशीनों से बोरवेल के पास मिट्टी खोदी जा रही है। गहरी खुदाई के लिए देर रात को एलएंडटी मशीन भी मौके पर पहुंच गई। यह हादसा दौसा जिले के पापड़दा थाना इलाके के कालीखाड़ गांव में हुआ।

खेलते वक्त गहरे बोरवेल में गिरा बच्चा

पिता जगदीश मीणा ने बताया कि 3 बजे के करीब उनका 5 वर्षीय बेटा आर्यन खुले बोरवेल में गिर गया। उस समय उनकी पत्नी खेत में बनी टंकी पर नहा रही थीं और आर्यन पास ही खेल रहा था। अचानक आर्यन का पैर फिसला और वह मां के सामने खुले पड़े बोरवेल में गिर गया।
उन्होंने बताया कि बोरवेल करीब 160 फीट गहरा है, जो तीन साल पहले खुदवाया गया था। शुरुआत में इसमें मोटर फंसने के कारण इसका उपयोग नहीं किया जा रहा था, और बोरवेल खुला पड़ा था।

बोरवेल में कैमरे से दिखा बच्चे का मूवमेंट

रेस्क्यू ऑपरेशन के दौरान बोरवेल में कैमरा डाला गया, जिसमें 150 फीट गहराई पर बच्चे का मूवमेंट नजर आया। इस सूचना के बाद सिविल डिफेंस और प्रशासन की टीम मौके पर पहुंची और रेस्क्यू कार्य शुरू किया। मेडिकल टीम बोरवेल में पाइप के जरिए बच्चे तक ऑक्सीजन पहुंचा रही है।
हादसे की जानकारी मिलने पर दौसा विधायक डीसी बैरवा और कलेक्टर देवेंद्र कुमार भी मौके पर पहुंचे और अधिकारियों से जानकारी ली। महवा विधायक राजेंद्र मीणा ने फोन पर कलेक्टर से रेस्क्यू ऑपरेशन की जानकारी ली।

देसी जुगाड़ से रेस्क्यू ऑपरेशन में तेजी

जयपुर से एसडीआरएफ की टीम ने भी रेस्क्यू कार्य में भाग लिया और बोरवेल में कैमरा डाला। इसके बाद एसडीआरएफ टीम ने मासूम को बाहर निकालने के लिए हैंडपंप की रॉड से देसी जुगाड़ भी तैयार किया, हालांकि इसका इस्तेमाल नहीं किया गया। रात 9:15 बजे के करीब अजमेर से एनडीआरएफ की टीम मौके पर पहुंची और रेस्क्यू ऑपरेशन को और तेज किया। रेस्क्यू ऑपरेशन के दौरान रात के सर्द मौसम में बड़ी संख्या में लोग मौके पर जमा हुए हैं, जो मासूम के सुरक्षित बाहर आने की उम्मीद लगाए हुए हैं।

रेस्क्यू ऑपरेशन के दौरान बच्चों को आवाज दे रहे परिजन

रेस्क्यू ऑपरेशन के दौरान मासूम के परिजन लगातार बच्चे को आवाज दे रहे हैं, ताकि वह घबराए नहीं। घरवालों के इस प्रयास से आर्यन भी अपनी आवाज सुनकर जवाब दे रहा है, जिससे यह उम्मीद बनी है कि वह सुरक्षित है।

प्रशासन ने बोरवेल में ऑक्सीजन की नली डाली है, ताकि बच्चे को सांस लेने में कोई तकलीफ न हो। यह कदम बच्चे की जान बचाने के लिए उठाया गया है, ताकि वह बोरवेल में लंबे समय तक सुरक्षित रह सके।

यह भी पढ़ें:Rajasthan: राइजिंग राजस्थान इन्वेस्टमेंट समिट 2024...आज का दिन UK, दुबई से आए प्रवासी उद्यमियों के नाम !

यह भी पढ़ें: Alwar:”पुलिस की बर्बरता”! पीड़ित और महिला पर लट्ठों की बरसात, घटना का वीडियो वायरल!

.

tlbr_img1 होम tlbr_img2 शॉर्ट्स tlbr_img3 वेब स्टोरीज़ tlbr_img4 वीडियो