Dausa: मानपुर की चामुंडा माता...जिनकी कृपा से गांव में प्रवेश नहीं कर पाती बीमारी, 500 साल प्राचीन है मंदिर
Dausa News Rajasthan: पुष्पेंद्र घूमना. राजस्थान की धरती पर कई चमत्कारिक मंदिर हैं, जिनके प्रति आज भी लोगों की गहरी आस्था है। (Dausa News Rajasthan) दौसा के मानपुर में बना चामुंडा मंदिर भी हजारों भक्तों की आस्था का केंद्र है। इस मंदिर के चमत्कार की कई कहानियां प्रचलित हैं। लोगों का कहना है कि चामुंडा माता की आराधना से ग्रामीणों के सभी दुख दूर हो जाते हैं। आज भी चामुंडा माता मंदिर पर बड़ी संख्या में श्रद्धालु आते हैं।
500 साल प्राचीन है चामुंडा माता मंदिर
चामुंडा माता का यह मंदिर करीब 500 साल पुराना बताया जाता है, जो दौसा जिले के सिकराय उपखंड क्षेत्र मानपुर में नेशनल हाई-वे 21 पर पुलिया के पास बना है। यह आगरा से जयपुर की ओर जाने वाले नेशनल हाई-वे के किनारे स्थित है। जहां पर रोजाना सैकड़ों श्रद्धालु माता के दर्शन करने आते हैं। मंदिर में चामुंडा माता के साथ महादेव और बालाजी की प्रतिमा भी विराजमान हैं। इस मंदिर में सालों से 24 घंटे अखंड ज्योति जल रही है।
माता की कृपा से गांव में नहीं होती चोरी !
चामुंडा माता मंदिर के पुजारी मनोहर नाथ बताते हैं कि चामुंडा माता की कृपा की कई कथाएं गांव में प्रचलित हैं। इनमें गांव में चोरी नहीं होने का भी प्रसंग है। पुजारी के मुताबिक इस गांव में कभी चोरी नहीं हुआ करती थी। गांव में अगर कोई चोरी करने के लिए चोर आता भी था। तो कहा जाता है कि माताजी के मुख से उस समय तेज आवाज निकलती थी। इससे गांव के लोग सतर्क हो जाते थे और गांव में चोरी नहीं होती थी। गांव में उस समय चोरी नहीं होने की बहुत से उदाहरण हैं।
बीमारी से भी पहले ही कर देतीं सावधान !
पुजारी के मुताबिक चामुंडा माता के चमत्कार की एक और कथा प्रचलित हैं। जिसके मुताबिक चामुंडा माता की कृपा से गांव में कभी बीमारी प्रवेश नहीं कर पाई। बुजुर्ग बताते हैं कि पहले बीमारियों के ज्यादा इलाज नहीं थे। मगर जब भी कोई बीमारी फैली तो माता पहले ही संकेतों से लोगों को सावधान कर देती थीं। जिसकी वजह से इस गांव में बीमारी से कभी किसी की मौत नहीं हुई। यहां तक की पशु भी बीमारी का शिकार नहीं होते थे।
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