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कौन हैं IPS किशन सहाय मीणा? विवादित बयान में भगवान और अल्लाह को बताया मनगढ़ंत

राजस्थान के आईजी मानवाधिकार किशन सहाय मीणा ने एक बार फिर अपने विवादित बयान से चर्चा में आ गए हैं। 
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Dausa News : राजस्थान के आईजी मानवाधिकार किशन सहाय मीणा ने एक बार फिर अपने विवादित बयान से चर्चा में आ गए हैं।  बांदीकुई के राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय, रेहडिया में बैग वितरण समारोह के दौरान उन्होंने धर्म, ईश्वर और धार्मिक विश्वासों को लेकर बेहद विवादास्पद टिप्पणी की। (Dausa News )उनका कहना था कि ईश्वर, अल्लाह, गॉड, वाहेगुरु कुछ नहीं होते, इन सभी में कोई ताकत नहीं है। इस बयान ने एक बार फिर उनकी आलोचना को जन्म दिया है और सवाल उठ रहे हैं कि क्या यह बयान उनके पद की गरिमा को ठेस पहुंचाता है।

 'अंधविश्वास से बचने की जरूरत'

आईजी मीणा ने अपने बयान में कहा कि धार्मिक विश्वास अंधविश्वास की जड़ है, और समाज को वैज्ञानिक दृष्टिकोण अपनाने की आवश्यकता है। उन्होंने जोर देकर कहा कि समाज में समस्याएं ज्यादा उसी परिवार में होती हैं, जो अत्यधिक धार्मिक होते हैं। इसके अलावा, उन्होंने जाति आधारित पहचान से बचने का भी सुझाव दिया ताकि समाज में असमानता की भावना को बढ़ावा न मिले।

 'भूत-प्रेत और टोने-टोटके सब झूठ हैं'

किशन सहाय मीणा ने भूत-प्रेत, टोने-टोटके और भोपा-भोपी जैसी प्रथाओं की भी आलोचना की। उन्होंने इन्हें चतुर लोगों द्वारा फैलाया गया अंधविश्वास बताया, जो समाज में गलत मान्यताओं को जन्म देते हैं। मीणा का मानना है कि अगर हम इन झूठी मान्यताओं से मुक्त हो जाएं, तो समाज में सच्चाई और विज्ञान का विस्तार होगा।

निलंबन से लेकर इंस्पिरेशन तक

आईजी किशन सहाय मीणा के करियर में कई विवादों का सामना करना पड़ा है, जिसमें झारखंड चुनाव ड्यूटी के दौरान बिना सूचना राजस्थान लौटने के कारण उनका निलंबन भी शामिल है। लेकिन इसके बावजूद वे अपनी कड़ी टिप्पणियों और कार्यों के लिए चर्चा में रहते हैं। 2013 में आईपीएस बने मीणा ने टोंक, अजमेर और सीआईडी सीबी जैसे महत्वपूर्ण पदों पर काम किया है और वर्तमान में मानवाधिकार विभाग में अपनी सेवाएं दे रहे हैं।

सोशल मीडिया पर बवाल

अब सवाल यह उठता है कि क्या आईजी मीणा का यह बयान उनके करियर को और विवादों में घसीटेगा या वे समाज में एक नई सोच का आगाज करेंगे? मीणा के इस बयान के बाद उनके समर्थक और विरोधी दोनों ही अपनी-अपनी राय रख रहे हैं। देखते हैं कि भविष्य में इस पर और क्या प्रतिक्रियाएं सामने आती हैं।

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