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Dausa: पहाड़ी पर ब्लास्टिंग से दौसा के कालवान गांव में डर का माहौल...दिन भर गिरते हैं पत्थर, कॉलेज भवन में आई दरारें

सिकराय उपखंड क्षेत्र के कालवान गांव में निजी सरस्वती महाविद्यालय के छात्र-छात्राओं के लिए अब पहाड़ी से आने वाले पत्थर भी मुसीबत बनने लगे हैं.
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Dausa Mining News: दौसा जिले में अनेक जगह पर अवैध पहाड़ी पर ब्लास्टिंग होती है लेकिन बात करें सिकराय उपखंड क्षेत्र के कालवान गांव की तो यहां पर पहाड़ी में खनन विभाग के द्वारा चल रहा पत्थर खुदाई का काम गांववालों के लिए मुसीबत बनता जा रहा है. यहां बड़े पैमाने पर पत्थर खोदने का काम होता है जिसके बाद पहाड़ी से पत्थर अब गांव और कॉलेज में पढ़ने वाले छात्रों के लिए मुसीबत बन गए हैं. जानकारी के मुताबिक इन पत्थरों से कॉलेज के भवन में दरार आ गई है.

दरअसल सिकराय उपखंड क्षेत्र के कालवान गांव में निजी सरस्वती महाविद्यालय चलता है जिसमें हर दिन छात्र-छात्राएं आते हैं लेकिन महाविद्यालय में अब आए दिन पहाड़ी से ब्लास्टिंग के बाद पत्थर कॉलेज परिसर में जाकर गिरते हैं जिसके चलते कॉलेज प्रशासन परेशान है और छात्र-छात्राएं ना तो मैदान में खेल सकते हैं ना टहल सकते हैं. वहीं ब्लास्टिंग के चलते कॉलेज के भवन में भी दरार आने लगी है.

ब्लास्टिंग के दौरान होता है जोरदार कंपन

कॉलेज की छात्रा कविता सैनी बताती है कि कॉलेज के पास में ही पहाड़ी है और पहाड़ी पर बड़े-बड़े होल चलाए जाते हैं जिनसे ब्लास्टिंग की जाती है. इससे आए दिन कॉलेज में परेशानी होती है और जब ब्लास्टिंग होती है तब पूरा भवन कंपन करने लगता है जिसके कारण हम पढ़ाई भी ठीक से नहीं कर पाते हैं. छात्राओं की मांग है कि यहां पर जो ब्लास्टिंग का कार्य हो रहा है उसे बंद करवाया जाए.

वहीं कॉलेज में अध्यनरत एक और छात्र का कहना है कि हम कॉलेज के पास में ही रहते हैं और आए दिन यहां पत्थर आते हैं भारी मात्रा में बारूद पहाड़ी पर ब्लास्टिंग के दौरान काम में ली जाती है जिसके चलते दूर तक पहाड़ी से पत्थर जाते हैं और कई बार कॉलेज में आते हैं जिससे हमेशा डर बना रहता है.

इसके अलावा पहाड़ी से पत्थर और रोड़ी का परिवहन करने के लिए बड़े-बड़े डंपर चलाए जाते हैं जिनसे दिन भर धूल उड़ती रहती है लेकिन इन पर कोई कार्रवाई नहीं करता है. हम स्थानीय होने के नाते सरकार और अधिकारियों से मांग करते हैं कि उनके खिलाफ जल्द से जल्द कार्रवाई करें जिससे ग्रामीणों को और छात्र-छात्राओं को राहत मिले.

कई बार ग्रामीणों ने किया प्रदर्शन

वहीं स्थानीय ग्रामीणों ने बताया कि प्रशासन से इन ब्लास्टिंग करने वालों के खिलाफ कार्रवाई करने की कई बार मांग की है, प्रदर्शन भी किया है लेकिन उनके खिलाफ कोई ठोस कार्रवाई नहीं होती है. उनका कहना है कि गांव में भी कई मकानों में ब्लास्टिंग के चलते दरार आ गई है लेकिन ग्रामीणों की भी कोई सुनने को तैयार नहीं है.

गांव वालों का आरोप है कि ब्लास्टिंग करने वाले और पहाड़ी पर खनन करने वाले लोग बड़े राजनेता या राजनीति में दबदबा रखने वाले और अधिकारियों पर अपनी चलने वाला आदमी यह खनन का काम करता है.

गांव में डर का माहौल..पर सुनने वाला कोई नहीं!

कालवान गांव के लोगों का कहना है कि पहाड़ी पर होने वाले खनन और ब्लास्टिंग के चलते आए दिन कॉलेज के छात्र-छात्राएं परेशान रहते हैं और गांव में भी छोटे-छोटे बच्चे और महिला पुरुष भी परेशान रहते हैं लेकिन इनकी कोई सुनने वाला नहीं है. वहीं कई बार इनके द्वारा कार्रवाई करने की मांग की गई है लेकिन उन लोगों को ही धमका कर चुप कर दिया जाता है. गांव वालों ने अब लगता है कि शायद अधिकारी और राजनेता किसी बड़े हादसे का इंतजार कर रहे हैं.

  • (दौसा से पुष्पेंद्र मीना की रिपोर्ट)

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