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शिक्षा के लिए राजस्थान होकर उज्जैन पहुंचे थे कान्हा ! अब इस मार्ग पर बनेगा 'श्रीकृष्ण गमन पथ', CM भजनलाल का ऐलान

CM Bhajanlal's Announcement: डीग। श्रीकृष्ण जन्माष्टमी का उल्लास आज देशभर में नजर आ रहा है। इस मौके पर राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने भी बड़ा ऐलान किया है। CM भजनलाल शर्मा ने श्रीकृष्ण जन्मोत्सव के मौके पर राजस्थान में...
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CM Bhajanlal's Announcement: डीग श्रीकृष्ण जन्माष्टमी का उल्लास आज देशभर में नजर आ रहा है। इस मौके पर राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने भी बड़ा ऐलान किया है। CM भजनलाल शर्मा ने श्रीकृष्ण जन्मोत्सव के मौके पर राजस्थान में श्रीकृष्ण गमन पथ बनाने का ऐलान किया है। इसके लिए भरतपुर सहित कई जिलों में मार्ग और धर्मस्थलों का चयन किया गया है।

राजस्थान-MP सरकार बनाएगी 'श्रीकृष्ण गमन पथ'

श्रीकृष्ण जन्माष्टमी पर राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने श्रीकृष्ण गमन पथ बनाने की घोषणा की। उन्होंने कहा कि भगवान कृष्ण का जन्म मथुरा में हुआ था। यहां से वह शिक्षा प्राप्त करने के लिए मध्प्रदेश के उज्जैन गए थे। श्रीकृष्ण राजस्थान के गांवों से होकर उज्जैन पहुंचे थे। अब इस पूरे मार्ग को श्रीकृष्ण गमन पथ के तौर पर विकसित किया जाएगा। यह काम राजस्थान और मध्यप्रदेश सरकार मिलकर करेगी।

शिक्षा ग्रहण करने राजस्थान होकर उज्जैन पहुंचे थे श्रीकृष्ण

CM भजनलाल शर्मा ने कहा कि भगवान श्रीकृष्ण शिक्षा ग्रहण करने के लिए मथुरा से राजस्थान के भरतपुर, कोटा, झालावाड़ के रास्ते छोटे-छोटे गांवों से होते हुए उज्जैन पहुंचे थे। हमने उनके यात्रा मार्ग को चिन्हित कर लिया है। इस मार्ग के उन सभी धार्मिक स्थानों को मिलाकर राजस्थान-MP सरकार धार्मिक सर्किट बनाएगी।(CM Bhajanlal's Announcement)

CM भजनलाल ने कृष्ण जन्मोत्सव पर किया ऐलान

मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा और उनकी पत्नी गीता शर्मा श्रीकृष्ण जन्मोत्सव पर सोमवार को डीग जिले के पूंछरी का लौठा पहुंचे थे। यहां उन्होंने श्रीनाथजी के मंदिर और मुकुट मुखारबिंद की पूजा-अर्चना की। इसी दौरान मुख्यमंत्री भजनलाल ने श्रीकृष्ण गमन पथ (Shri Krishna Gaman Path) के बारे में ऐलान किया। CM भजनलाल आज उज्जैन में संदीपनी आश्रम के दर्शन भी करेंगे।

श्रीकृष्ण 64 दिन में सीख गए 64 विद्या

भगवान श्रीकृष्ण का जन्म मथुरा में हुआ था। उन्होंने शिक्षा मध्यप्रदेश के उज्जैन में ली। सांदीपनी आश्रम के मुताबिक श्रीकृष्ण 11 साल की उम्र में उज्जैन पहुंचे थे। वे उज्जैन में 64 दिन रहे। इन 64 दिनों में उन्होंने 64 विद्याएं सीखीं। 16 दिन में 16 कलाएं, 4 दिन में 4 वेद, 6 दिन में 6 शास्त्र, 18 दिन में 18 पुराण, 20 दिन में गीता का ज्ञान प्राप्त किया। पुनर्जीवित करने की संजीवनी विद्या भी सीखी।

CM का गांव गोवर्धन से 20 किमी दूर

राजस्थान के मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा की गिरिराज जी में अटूट आस्था है। उनका पैतृक गांव अटारी गोवर्धन से करीब 20 किलोमीटर दूर है। भजन लाल शर्मा मुख्यमंत्री बनने से पहले गोवर्धन दर्शन करने के लिए आते रहते थे। मुख्यमंत्री बनने के बाद भी भजन लाल शर्मा सबसे पहले गिरिराज जी दर्शन करने पहुंचे।

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