CBSE 12th Topper Jasoda बाड़मेर की बेटी जसोदा 12वीं की परीक्षा में 98.04 फीसदी अंकों के साथ बनी जिला टॉपर
CBSE 12th Topper Jasoda Barmer बाड़मेर। बाड़मेर की शान कही जाने वाली जसोदा जाखड़ ने सीबीएसई की 12वीं की परीक्षा में 98.04 फीसदी अंक लाकर अपने परिवार और अपने जिले का नाम रौशन किया है। कबड्डी की राष्ट्रीय खिलाड़ी जसोदा का पूरा परिवार अपने घर की बेटी की इस उपल्ब्धि से फूले नहीं समा रहा। लड़कों की तरह वेशभूषा वाली जसोदा की इस उपलब्धि से उसका परिवार ही नहीं पूरा जिला गर्व महसूस कर रहा है।
पढ़ाई और खेलकूद दोनों में अव्वल है जसोदा
बाड़मेर शहर की तिलक नगर की रहने वाली बेटी जसोदा पढ़ाई के अलावा खेलकूद में भी हमेशा अव्वल आती है। जसोदा बाड़मेर के द मॉर्डन स्कूल की छात्रा है। अपने स्कूल में भी वह सबसे तेज छात्रा कही जाती है। सोमवार को जब सीबीएसई ने 12वीं का रिजल्ट घोषित किया तो जसोदा के नाम एक और उपलब्धि जुड़ गई। सजोदा जाखड़ ने बताया कि वह घर पर पढ़ाई कर रही थी तभी उसके भाई ने बताया कि सीबीएसई बोर्ड का रिजल्ट आ गया है । जसोदा ने कहा कि उसने डरते-डरते रिजल्ट देखा। जब देखा कि उसने 98.4 प्रतिशत अंक हासिल किए हैं तो उसकी खुशी का ठिकाना नहीं रहा। जसोदा ने पूरे जिले में प्रथम स्थान हासिल किया है।
सिविल सर्विसेज में जाना चाहती है जसोदा
खास बात है कि सीबीएसई की 12वीं (आर्ट्स) की परीक्षा में जिला टॉपर बनी जसोदा को अभी CUET की परीक्षा की भी चिंता है। उसने बताया कि वह कबड्डी की नेशनल प्लेयर है। अभी 15 दिन पहले कर्नाटक में आयोजित कबड्डी प्रतियोगिता में हिस्सा लेने गई थी। अब जसोदा जाखड़ का सपना है कि वह यूपीएससी की परीक्षा पास कर सिविल सर्विसेज में जाए।
लड़कों की तरह वेशभूषा के कारण अलग पहचान
जसोदा ने बताया है कि जब उसने लड़कों जैसी हेयर स्टाइल रखी और कपड़े भी लड़कों वाली पहनी तो सब ताना देने लगे। जसोदा कहती है कि जब वह लड़कों के बीच जाती है तो वे भी कहते हैं कि लड़की हो लड़की बन कर रहा करो । यशोदा का कहना है कि रिश्तेदार भी उसके कपड़ों और हेयर स्टाइल पर ताना देते हैं, लेकिन उसने किसी की परवाह नहीं की। आज उसकी उपलब्धि पर हर तरफ से बधाईयां आ रही हैं।
हमेशा सामने एक लक्ष्य रखकर आगे बढ़ी
बाड़मेर की बेटी जसोदा ने कहा है कि वह हमेशा अपना टारगेट फिक्स करती है और उसी लक्ष्य को पाने के लिए प्रयास करती है। उसने बताया कि उसके माता-पिता हमेशा उसके साथ खड़े रहे, यही वजह है कि “मैनें सीबीएसई 12वीं क्लास (आट्र्स) में 98.4 प्रतिशत लाकर पूरे बाड़मेर में टॉप किया’’
बेटी की सफलता पर क्या बोली जसोदा की मां
जशोदा की मां मोहनी चौधरी ने बताया कि बच्चों की पढ़ाई में रुचि है। जसोदा की पढ़ने के साथ खेलने में भी रुचि है। वह लड़कों की तरह रहना चाहती है। कई बार लोग उस पर कमेंट करते हैं कि लड़कों की तरह रह रही है। लड़की है, उसे लड़कियों की तरह रहना चाहिए। लोग हमेशा कहते है कि उसकी शादी कब करोगी। जशोदा की मां ने बताया कि बेटी की इच्छा का हमेशा ख्याल रखा। किसी दूसरे की बात नहीं सुनी। आज ताना देने वाले भी उसकी कामयाबी पर खुशी जाहिर कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि ‘‘हमारा काम है उसे गाइड करना, वो हम हमेशा करेंगे।’’
पिता बोले- बेटियों के सपनों को उड़ान भरने दें
बेटी की उपलब्धि पर पिता हुकमाराम जाखड़ को भी गर्व है। उन्होंने कहा कि ‘‘मेरी बेटियां और बेटा सभी एक समान हैं। इसलिए जब कभी कोई बोलता कि बेटी लड़कों जैसी रहती है , या इसे लड़कियों की तरह क्यों नहीं रखते, तो मैं सभी की बातों को अनसुना कर देता हूं क्योंकि बेटियां बेटों से कम नहीं हैं।’’ बता दें कि जसोदा के पिता हुकमाराम जाखड़ नागड़दा (शिव) ग्राम पंचायत में ग्राम विकास अधिकारी हैं। मां गृहिणी हैं। सबसे बड़ा भाई रमेश और फिर बहन सीमा हैं। दोनों ही नीट की तैयारी कर रहे हैं। घर में सबसे छोटी जसोदा है।
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