अब कैंसर के इलाज में आएगा बड़ा बदलाव! जयपुर के अस्पताल में बन रही वैक्सीन, देश में पहली बार ऐसा प्रयोग
Cancer Vaccine Research: कैंसर....एक ऐसा नाम, जो सुनते ही डर और बेबसी का अहसास कराता है। न जाने कितने परिवार अपनों को बचाने के लिए हर मुमकिन कोशिश करते हैं, लेकिन सही इलाज की कमी और महंगे खर्च के कारण कई जिंदगियां समय से पहले ही खत्म हो जाती हैं। लेकिन अब जयपुर से एक नई उम्मीद की किरण फूट रही है!
महात्मा गांधी मेडिकल कॉलेज भारत में पहली बार कैंसर वैक्सीन बनाने की ऐतिहासिक पहल करने जा रहा है। यहां डेंड्रिटिक सेल वैक्सीन पर रिसर्च होगी और पहले फेज का ट्रायल भी यहीं किया जाएगा। (Cancer Vaccine Research)ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (DCGI) से मिली मंजूरी के बाद यह हॉस्पिटल देश का पहला मेडिकल कॉलेज बन गया है, जहां कैंसर के खिलाफ वैक्सीन पर गहन शोध किया जाएगा।
यह सिर्फ एक रिसर्च नहीं, बल्कि उन हजारों परिवारों के लिए उम्मीद की किरण है, जो अपनों की जिंदगी बचाने के लिए दिन-रात संघर्ष कर रहे हैं। क्या जयपुर से निकलने वाली यह वैक्सीन कैंसर के खिलाफ जंग में नई जीत दिलाएगी? देशभर की निगाहें अब इस ऐतिहासिक पहल पर टिकी हैं!
डेंड्रिटिक सेल वैक्सीन से होगा कैंसर का इलाज
महात्मा गांधी मेडिकल कॉलेज के श्रीराम कैंसर सेंटर के डायरेक्टर और वरिष्ठ कैंसर रोग विशेषज्ञ डॉ. हेमंत मल्होत्रा ने बताया कि डेंड्रिटिक सेल वैक्सीन गॉल ब्लैडर, हेड एंड नेक और ओवेरियन कैंसर के इलाज में उपयोग होगी। यह देश का पहला मेडिकल कॉलेज है जिसे कैंसर वैक्सीन बनाने की अनुमति मिली है। इस प्रोजेक्ट को जनवरी 2025 में मंजूरी दी गई थी।
इंफेक्शन के कारण भी बढ़ रहा है कैंसर
महात्मा गांधी यूनिवर्सिटी ऑफ मेडिकल साइंसेज एंड टेक्नोलॉजी में चौथी वर्ल्ड कांग्रेस ऑन ट्रांसलेशनल कैंसर रिसर्च एंड इम्यूनोथेरेपी कॉन्फ्रेंस का आयोजन किया गया। इसमें 14 राज्यों के 22 संस्थानों के कैंसर रिसर्चर और 9 विदेशी विशेषज्ञ शामिल हुए।
कैंसर विशेषज्ञों ने बताया कि लाइफस्टाइल के साथ-साथ इंफेक्शन भी कैंसर के मामलों को बढ़ा रहा है। लोग तंबाकू, जर्दा, बीड़ी, सिगरेट, अल्कोहल और रेडिएशन के संपर्क में ज्यादा आ रहे हैं, जिससे कैंसर के खतरे बढ़ रहे हैं।
वायरस से भी फैलता है कैंसर
विशेषज्ञों ने बताया कि कुछ वायरस भी कैंसर फैलाने का काम कर रहे हैं, जैसे:
ह्यूमन पैपिलोमावायरस (HPV) – सर्वाइकल कैंसर का कारण बनता है।
हेपेटाइटिस A और B वायरस – लिवर कैंसर का खतरा बढ़ाता है।
डॉक्टरों ने सुझाव दिया कि बचाव के तौर पर बच्चों को हेपेटाइटिस वैक्सीन और बच्चियों को एचपीवी वैक्सीन जरूर लगवानी चाहिए।
रूस ने भी बनाई कैंसर की वैक्सीन
रूस के स्वास्थ्य मंत्रालय ने 17 नवंबर 2024 को घोषणा की थी कि उसने कैंसर की mRNA वैक्सीन विकसित कर ली है। रेडियोलॉजी मेडिकल रिसर्च सेंटर के डायरेक्टर आंद्रेई कप्रीन के अनुसार, क्लिनिकल ट्रायल में यह वैक्सीन ट्यूमर के विकास को रोकने में मददगार साबित हुई है।
अब देखना होगा कि जयपुर के महात्मा गांधी मेडिकल कॉलेज में बनने वाली वैक्सीन कैंसर के इलाज में कितनी कारगर साबित होती है।
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