Bundi Royal Property Dispute: राजपरिवार की सम्पति को लेकर विवाद, पूर्व केंद्रीय मंत्री भंवर जितेंद्र सिंह समेत अन्य लोगों के खिलाफ मामला दर्ज
Bundi Royal Property Dispute: रियाजुल हुसैन। बून्दी राजपरिवार का झगड़ा एक बार फिर सामने आया है। पूर्व ब्रिगेडियर भूपेश सिंह पुत्र विजयराज सिंह ने स्वयं को बून्दी रियासत का 26 वां गादीपति बताते हुए इस्तगासे के आधार पर पूर्व केंद्रीय मंत्री भंवर जितेन्द्र सिंह, बून्दी राज परिवार के सदस्य वंशवर्धन सिंह, बलभद्र सिंह, सुनील चानना, समीर चानना व अन्य के खिलाफ कोतवाली पुलिस ने मामला दर्ज किया है। थानाधिकारी तेजपाल सैनी ने बताया कि कार्यालय जिला पुलिस अधीक्षक से प्राप्त इस्तगासा अन्तर्गत धारा 173 (4) बीएनएसएस 2023 पर प्रकरण दर्ज किया गया है।
सीआई ने बताया कि परिवादी भूपेश सिह ने आरोप लगाये है कि प्रार्थी बूंदी रियासत का 26 वां गादीपति है। मुल्जिमानों ने मिलकर फर्जी वसीयत नामा व फर्जी सेवायत नामा कूट रचित कर राजीनामा कर स्वयं को लाभान्वित करने के लिये बून्दी रियासत की सम्पति हडपना चाहते है व रियासत कालीन सम्पति को हडपकर खुर्द बुर्द कर रहे हैं। प्रार्थी को मामले में न्यायालय से आवश्यक एवं उचित पक्षकार मानकर मामले में संयोजित किया है। थानाधिकारी ने बताया कि इस्तगासे पर छलपूर्वक धोखाधडी करने, कूट रचित करने, रियासतकालीन सामान को खुर्द बुर्द करने व चोरी करने व अन्य आरोपों के सम्बंध में पंजीबद्ध किया गया है। मामले की जांच की जा रही है।
#Bundi: बून्दी राजपरिवार की सम्पति का मामला, पूर्व केंद्रीय मंत्री भंवर जितेंद्र सिंह, बून्दी राजपरिवार के सदस्य वंशवर्धन सिह, बलभद्र सहित अन्य के विरुद्ध मामला दर्ज
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— Rajasthan First (@Rajasthanfirst_) August 28, 2024
इनके विरुद्ध दर्ज हुआ मामला
कोतवाली थानाधिकारी तेजपाल सैनी ने बताया कि पुलिस अधीक्षक कार्यलय से प्राप्त इस्तगासे के आधार पर पूर्व केंद्रीय मंत्री भंवर जितेंद्र सिंह, वंशवर्धन सिंह, बलभद्र सिह,सुनील चानना, समीर चानना, मोती महल मैनेजर जेपी शर्मा सहित अन्य के विरुद्ध छलपूर्वक धोखाधडी करने, कूट रचित करने, रियासतकालीन सामान को खुद बुर्द करने व चोरी करने व अन्य आरोपों के सम्बंध में मामला पंजीबद्ध किया गया है। उधर बिग्रेडियर भूपेशसिंह हाङा का कहना था की मुझे 12 दिसंबर 2021को बूंदी की जनता ने पाग बांध कर राजा बनाया था। ऐसे में हाईकोर्ट द्वारा पूर्वमंत्री भवर जितेन्द्र सिंह द्वारा राजपरिवार की संपति की संस्था मां आसापुरा ट्रस्ट को फर्जी बता दिये जाने से बूंदी राजपरिवार की संपति अब जनता की है। गढ पैलेस और मोतीमहल जनता के प्रतिनिधी के रुप में वे इसकी देखरेख करते है।
यह है मामला
बूंदी राजपरिवार के अंतिम वारिस महाराज कुमार रणजीतसिंह का वर्ष 2010 में हुए निधन से पूर्व उन्होंने अपने आधे हिस्से की संपति को अपने दिल्ली निवासी मित्र अविनाश चांदना के नाम कर दिया था।जिसके चलते राजपरिवार की संपति को बचाने के लिए पूर्व केन्द्रीय मंत्री व बूंदी के भानजे भवर जितेन्द्रसिंह द्वारा पूर्व जिला प्रमुख श्रीनाथसिंह हाङा के नैतृत्व में राजपरिवार की कुलदेवी आसापुरा माता के नाम ट्रष्ट बना कर राजपरिवार की पूरी संपति की मालिक ट्रष्ट को बना दिया था। ट्रष्ट के विरूद्ध फरियादी अविनाश चांदना द्वारा एडीजे न्यायालय में याचिका दायर कर दी गयी थी।
बाद में एडीजे न्यायालय ने आशापुरा ट्रष्ट को फर्जी बता कर भवर जितेन्द्र सिंह,ट्रष्ट अध्यक्ष श्रीनाथसिंह हाङा और भवर जितेंद्र सिंह के हिमाचल निवासी ससुर बिजेन्द्र सिंह को गैर जमानती गिरप्तारी वारंट से तलब किया था।जिसके बाद भवर जितेंद्र सिंह द्वारा न्यायालय में याचिका दायर किये जाने से न्यायालय ने गैर जमानती वारंट को जमानती वारंट में तब्दील कर दिया था। लेकिन आसापुरा ट्रष्ट को फर्जी माना था।जिसके बाद भवर जितेन्द्र सिंह द्वारा एडीजे न्यायालय के फेसले को हाईकोर्ट में चुनोती दी गई थी। जिसके बाद हाईकोर्ट द्वारा भी आशापुरा ट्रष्ट को फर्जी बता कर भवर जितेन्द्र सिंह सहित ट्ष्ट पदाधिकारियो को दोषी माना था।
गढ़ पैलेस और मोतीमहल को आमजन के लिए खोलने की मांग
पूर्व में राजस्थान हाईकोर्ट द्वारा बूंदी राजपरिवार की संपति को लेकर पूर्व केन्द्रीय मंत्री भवर जितेन्द्र सिंह द्वारा दायर याचिका को खारिज कर दिये जाने के बाद बिग्रेडियर भूपेशसिंह हाङा के नैतृत्व में उनके समर्थकों ने गढ पैलेस और मोतीमहल को आमजन के लिए खोलने की मांग को लेकर गढ़ पैलेस में घुसने का प्रयास किया था। मामले में काफी हंगामा हुआ था। बाद में पुलिस सभी को कोतवाली थाने ले आई। हंगामे के चलते मामला फिर से गर्मा गया था। ऐसे में पुलिस ने बिग्रेडियर भूपेश सिंह.हाङा सहित आधा दर्जन साथियो को शांतिभंग में पकङ कर कोतवाली लाया गया था। पुलिस ने ऐहतियात के तौर पर गढ पैलेस मोती महल पर पुलिस जाप्ता तैनात कर दिया था। पुलिस ने मोती महल व गढ़ पैलेस में अनाधिकृत रुप से प्रवेश करके कब्जा करने का प्रयास में कोतवाली थाना पुलिस ने 27 मार्च 2024 को त्रिभुवन सिंह, ब्रगेडियर भूपेश सिंह सहित अन्य के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया था।
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