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Bundi: बाघिन टी-102 का कंकाल और लापता शावक... रामगढ़ में जानिए कैसे हुआ ये डरावना सच!

Ramgarh Tiger Reserve: (रियाजुल हुसैन)। राजस्थान के चौथे टाइगर रिजर्व, रामगढ़ अभ्यारण,(Ramgarh Tiger Reserve) से एक दुखद खबर सामने आई है। गत वर्ष तीन शावकों को जन्म देने वाली बाघिन टी 102 का कंकाल जंगल में मिलने से पर्यावरण प्रेमियों...
05:45 PM Oct 15, 2024 IST | Rajesh Singhal

Ramgarh Tiger Reserve: (रियाजुल हुसैन)। राजस्थान के चौथे टाइगर रिजर्व, रामगढ़ अभ्यारण,(Ramgarh Tiger Reserve) से एक दुखद खबर सामने आई है। गत वर्ष तीन शावकों को जन्म देने वाली बाघिन टी 102 का कंकाल जंगल में मिलने से पर्यावरण प्रेमियों और वन विभाग के अधिकारियों में हड़कंप मच गया है। इसके अलावा, बाघिन का एक शावक भी पिछले कई दिनों से लापता है, जो वन विभाग की ट्रेकिंग में चिंता का विषय बना हुआ है।

मंगलवार को बाघिन के कंकाल का मेडिकल बोर्ड से पोस्टमार्टम करवाने के बाद दाहसंस्कार कर दिया गया, और डीसीएफ संजीव शर्मा ने मामले की उच्च स्तरीय जांच का आश्वासन दिया है। इस मामले में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक उमा शर्मा और एसडीएम एच.डी. सिंह भी उपस्थित रहे।

पिछले वर्ष तीन शावकों को दिया था जन्म, अब लापरवाही की भेंट चढ़ गए "बाघिन और शावक"

गत वर्ष बाघिन टी 102 की तस्वीरें तीन नन्हे शावकों के साथ वन विभाग के फोटो ट्रैप कैमरे में कैद हुई थीं, जिससे बूंदी जिले में खुशी का माहौल था। तत्कालीन मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से लेकर अन्य मंत्रियों और जनप्रतिनिधियों ने बधाई दी थी। लेकिन मंगलवार सुबह बाघिन टी 102 की मौत की खबर ने वन्यजीव प्रेमियों में मायूसी फैला दी। कांग्रेस नेता सत्येश शर्मा ने इसे टाइगर रिजर्व के अधिकारियों की लापरवाही बताते हुए सरकार से कार्रवाई की मांग की है। उन्होंने कहा कि एक तरफ तो यहां टाइगर रिजर्व को बसाने के लिए कांग्रेस सरकार ने भरपूर प्रयास किए थे, जबकि अब उच्च अधिकारियों की लापरवाही के कारण बाघिन के साथ शावक के लापता होने की खबर हैरान करने वाली है।

देश का 52वां टाइगर रिजर्व: रामगढ़ की विशेषताएं

रामगढ़ विषधारी टाइगर रिजर्व देश का 52वां टाइगर रिजर्व क्षेत्र है, जिसका कुल क्षेत्रफल 150,189.21 हेक्टेयर है। एनटीसीए की अनुमति के बाद एक टाइगर यहां पिछले साढ़े तीन साल से है, जबकि बाघिन टी 102 को 16 जुलाई 2022 को रणथंभौर टाइगर रिजर्व से यहां छोड़ा गया था। बाघिन ने रामगढ़ विषधारी टाइगर रिजर्व में तीन शावकों को जन्म देकर प्रदेश में टाइगर के कुनबे को बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।

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