Bundi News: कलेक्टर के "फेक" आदेश से हड़कंप! स्कूलों में कर दिया छुट्टी का ऐलान...अब जांच में जुटी पुलिस
Bundi News: (रियाजुल हुसैन) राजस्थान के बूंदी जिले में बाढ़ और बारिश की संभावना के बीच जिला कलेक्टर के द्वारा 16 अगस्त को स्कूलों में अवकाश का एक आदेश "फेक" निकलने का मामला सामने आया है. दरसअल सोशल मीडिया पर 15 अगस्त की शाम से ही बून्दी कलेक्टर कार्यालय से जारी आदेश में कक्षा 1 से 12 तक के विद्यार्थियों के अवकाश सम्बधित आदेश लगातार वायरल हो रहा बताया था। सम्भवतः इस आदेश के बाद जिले के अधिकांश सरकारी और गैर सरकारी स्कूलों ने बीती रात अपने वाट्सएप ग्रुप पर अवकाश होने की सूचना भी प्रसारित कर दी थी।
अब जब मामला कलेक्टर कार्यलय की संज्ञान में आया तो अधिकारियों के होश उड़ गए। शुक्रवार सुबह तत्काल सूचना एवं जनसंपर्क अधिकारी के द्वारा इस आदेश का खंडन करते हुए इसे फेक बताया गया। यह अलग बात है कि जिस समय इस आदेश के फेक होनी की जानकारी सोशल मीडिया के जरिए लोगों तक पहुंची। अब अधिकारी इस बात की जानकारी में गहनता से जुटे हैं कि यह फेक आदेश आखिर कहां से और किसने सोशल मीडिया पर प्रसारित किया। इस मामले को कलेक्टर अक्षय गोदारा ने भी गम्भीरता से लिया है.
13 अगस्त का आदेश कर दिया एडिट
बता दें कि 16 अगस्त के फेक आदेश की कॉपी पर गौर करें तो शातिर बदमाशों ने 13 अगस्त के अवकाश आदेश को एडिट करते हुए केवल दिनांक को बदला गया है. फेक आदेश को देखने से लग रहा है कि शातिर लोगों ने 13 अगस्त के स्थान पर 16 अगस्त के अवकाश बताया गया है जबकि कार्यालय आदेश के वहां लगने वाली दिनांक में 15 अगस्त को यह आदेश जारी होना बताया जा रहा है. आपको बता दें कि बून्दी जिले में कलेक्टर कार्यालय के आदेश के साथ कथित रूप से एडिटिंग का यह पहला मामला है और इस मामले के संज्ञान में आने के बाद पुलिस एक्टिव हो गई है.
निजी स्कूलों के ग्रुप में हो गए अवकाश के मैसेज प्रसारित
जानकारी करने पर सामने आया कि गुरुवार शाम से यह फेक आदेश सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा था। कुछ निजी स्कूलों के संचालक इसे असल आदेश मान अपने व्हाट्सएप ग्रुप में 16 अगस्त को भारी बारिश और बाढ़ का अंदेशा बताते हुए शुक्रवार को स्कूल में अवकाश रहेगा जैसे मैसेज प्रसारित कर चुके थे. अब जब मामला प्रशासन के संज्ञान में आया तो इसे फेक आदेश बताते हुए तमाम सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर डाला जा रहा था। हालांकि उस समय तक अधिकांश स्कूलों में बच्चे अवकाश समझ नही पहुंच पाए थे.
शिक्षा अधिकारी ने क्या कहा?
इस मामले में जिला शिक्षा अधिकारी राजेन्द्र व्यास का कहना है कि जैसे ही इस तरह का आदेश सोशल मीडिया के माध्यम से उनके पास आया तो उन्होंने इसे कलेक्टर के निजी सहायक पुनीत भारद्वाज को भेजकर अवगत करवाया तब उन्हें पता लगा कि 16 अगस्त का कोई आदेश कलेक्टर कार्यालय से जारी हुआ ही नहीं है. डीईओ ने बताया इस फेक आदेश पर स्कूलों ने अवकाश के मैसेज किए गए हों लेकिन सुबह 6 बजे तक सभी स्कूलों को इस फेक आदेश से अवगत करवाकर स्कूलों में 16 अगस्त को सुचारू रूप से संचालन के आदेश दे दिए गए थे.