Bundi: वन विभाग की टीम पर हमला करने वालों पर शिकंजा, 3 महिला सहित 6 माफिया गिरफ्तार
Bundi News: बूंदी जिले के वन क्षेत्र मायजा नाके पर वन विभाग की टोली पर हमला करने का मामला जिसे ही प्रदेश भर में सुर्खियां बटोरने लगा और विपक्षी नेताओं को प्रदेश सरकार पर हमलावार होते देख बूंदी पुलिस भी एक्शन मोड में आई और मामले में 5 नामजद आरोपियों के साथ 6 जनों को शान्तिभंग में हिरासत में लेकर गिरफ्तार कर लिया।
गौरतलब है कि वन कर्मियों पर खनन माफियाओं के द्वारा हमला कर जप्त वाहनों को छुड़ा ले जाने के मामले में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा और पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट सरकार पर हमलावार हो गए थे। दोनों ही नेताओं ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर प्रदेश किं भाजपा सरकार को पुष्पा राज तक करार दे दिया था।
घटना के बाद रायथल और कापरेन पुलिस ने डीएसपी आशीष भार्गव के नेतृत्व में जगह-जगह पर दबिश देते हुए आरोपियों को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की। वन विभाग की टीम ने हमले के दौरान कुछ फोटो वीडियो भी बना लिए थे जिससे पुलिस को आरोपियों तक पहुंचने और शिनाख्त करने में आसानी रही।
5 आरोपी नामजद तो 6 शांतिभंग में किए गिरफ्तार
मामले की जानकारी देते हुए डीएसपी आशीष भार्गव ने बताया कि सभी आरोपियों को घटना के कुछ ही घंटे के भीतर गिरफ्तार कर लिया गया है। मामले में और भी आरोपी की तलाश जारी है। डीएसपी ने बताया कि वन विभाग के मायजा नाका प्रभारी दर्ज कराया था कि रेंजर बलराम गोचर, श्योजी लाल वन रक्षक नाका प्रभारी गुढा नाथावत, पूजा वन रक्षक नाका सथूर गेट, गंगादेवी वन रक्षक नाका सथूर, सन्जू मीणा वन रक्षक नाका मायजा जीप से वन खण्ड केसरपुरा में गश्त करने गए थे। मौके पर वन क्षे़त्र के अन्दर गिली लकडी की कुट्टी रास्ते पर पडी हुई दिखाई दी।
मौके पर पड़ताल करने पर एक जेसीबी, दो बिना नबरी ट्रैक्टर थे। उक्त वाहनों को जब्त कर करीब एक किलोमीटर आने पर सुखपाल पुत्र शंकर लाल कीर निवासी बाडा धुंधला खटकड़, घनश्याम उर्फ गन्नू कीर, लक्ष्मण सिह कीर, देवराज कीर, त्रिभुवन कीर, शिवराज कीर, रामलाल कीर, देवा कीर व अन्य 15-20 आदमी लकडियां, लोहे सरियो व कुल्हाडिया लेकर आए और आते ही लकड़ियों, सरियों व कुल्हाडी से मारपीट की। जिससे सभी वन विभाग के कर्मचारियों के चोटे आई तथा राजकीय वाहन का कांच भी टूट गया।
वहीं मौके से भागकर अपनी जान बचाई। मामला दर्ज होने पर आरोपियों की तलाश में गठित टीमों ने त्रिभुवन कीर ,लक्ष्मण कीर, रामलाल कीर, घनश्याम कीर, देवराज कीर निवासीगण केसरपुरा थाना रायथल को गिरतार कर लिया। दबिश के दौरान चेतराम, महावीर कहार, महेन्द्र कहार महावीर निवासी केसरपुरा, ओमप्रकाश पुत्र रामलाल मेहरा निवासी खटकड, मधु पत्नी देवलाल निवासी केसरपुरा और सुलोचना, कमला बाई केसरपुरा थाना रायथल को शांतिभंग में गिरफ्तार किया है।
गश्त के दौरान खनन माफियाओं ने किया था हमला
जानकारी के अनुसार मायजा के वनखण्ड केसरपुरा में वन विभाग की टीम गश्त के लिए गई थी। जहां वन क्षेत्र में अवैध रूप से कार्य कर रही एक जेसीबी, दो ट्रैक्टर व कुट्टी मशीन जप्त की कार्यवाही को अंजाम दिया गया। इसके बाद वनकर्मी जब्तशुदा मशीनरी को लेकर बूंदी के लिए रवाना हुए। इसी दौरान दो दर्जन खनन कर्ताओं ने वनकर्मियों को घेर लिया और मारपीट करने लगे। ग्रामीणों ने लाठी डंडों व पत्थरों से वनकर्मियों के पर हमला कर दिया।
मारपीट में सभी वनकर्मियों को चोटें आई है। घटना में एक फोरेस्टर का हाथ टूट गया। हमलावरों ने राजकीय वाहन को भी क्षतिग्रस्त कर दिया। घायल वनकर्मियों का बूंदी जिला अस्पताल में प्राथमिक उपचार कर मेडिकल करवाया है। इधर वन कर्मियों पर हमले के मामले में रायथल थाना पुलिस ने 8 नामजद और 10 से 12 लोगों के खिलाफ राज कार्य में बाधा उत्पन्न करने, सरकारी संपति को नुकसान पहुंचाने, जप्त शुदा वाहनों को हथियारों के दम पर छुड़ा ले जाने सहित अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज करवाया था।
विलायती बम्बुल काट रहे है खननकर्ता
बूंदी जिले में बड़ी संख्या में पेड़ों को अवैध खनन कर्ताओं द्वारा काटा जाता है और मौके पर ही मशीन लगाकर उन पेड़ो का कुट्टी मशीन के माध्यम से कुट्टी की जाती है। या यूं कहें की लकड़ी के छोटे-छोटे अंश किए जाते हैं जो बाद में आगे जाकर कोयले का रूप ले लेते हैं। कुट्टी मूल रूप से कोयला बनाने के लिए ही उपयोग में ली जाती है।
बूंदी जिले के कापरेन, केशोरायपाटन, लाखेरी, मायजा इलाके में बड़ी संख्या में विदेशी बम्बुल होने के चलते इसके जंगलों को खनन माफिया बड़ी तेजी से साफ कर रहे हैं और कुट्टी मशीन में पेड़ों की कटाई कर अवैध खनन किया जा रहा है। यही कारण रहा कि वन विभाग की टीम इन माफिया पर कार्रवाई करने के लिए पहुंची तो माफियाओं ने हमला कर दिया.