Bundi Food Adulteration: मिलावट खोरी रोकने गए, "फूड इंस्पेक्टर" खुद निकले मिलावटी
Bundi Food Adulteration: रियाजुल हुसैन। राजस्थान सरकार के फूड एंड सेफ़्टी विभाग ने मिलावटी गुड़ की कार्यवाही के दौरान मिलावटखोरों से कथित मिलीभगत के मामले में बून्दी के खाद्य सुरक्षा अधिकारी मौजी राम कुंभाराम को निलंबित कर दिया है। जिस मामले में फूड इंस्पेक्टर को निलंबित किया है। वह एक माह पूर्व का बताया जा रहा है। मामले में बीजेपी के एक बड़े नेता की शिकायत के बाद ही सम्भवतः फूड इंस्पेक्टर के विरुद्ध यह निलंबन की कार्यवाही की गई है।
गौरतलब है कि जुलाई माह में सीएमएचओ के निर्देश पर फूड इंस्पेक्टर मौजी राम ने टीम के साथ हिण्डोली क्षेत्र के अलोद गांव में गुड़ बनाने की गन्ने की छरकियो (फैक्ट्रियों) पर कार्यवाही की थी। हालांकि, कार्यवाही के दौरान फूड इंस्पेक्टर की मिलावटखोरों से कथित मिलीभगत के चलते फूड इंस्पेक्टर इनपर प्रभावी कार्यवाही नहीं कर पाये थे। मामले में यह भी सामने आया था कि फूड इंस्पेक्टर की शिथिलता के कारण कुछ मिलावटखोर अपने माल सहित भागने में भी सफल हो गए थे। वहां मौजूद पुलिस अधिकारी इस मामले को समझ पाते उससे पहले ही मिलावटखोर फरार हो चुके थे। यह अलग बात है कि वहां मौजद हिण्डोली सीओ धनश्याम मीणा ने फूड इंस्पेक्टर के इस आचरण पर गहरी नाराजगी जताई थी।
सीएमएचओ जानकर बनते रहे अनजान
गत जुलाई माह में सीएमएचओ डॉ ओपी सांभर के निर्देश पर ही अलोद कस्बे में फूड इंस्पेक्टर मौजी राम टीम के साथ मिलावटी गुड़ पर कार्यवाही करने पहुँचे थे। बकायदा टीम ने सुरक्षा की दृष्टि से हिण्डोली पुलिस को भी सूचित किया था। कार्यवाही के बाद चिकित्सा विभाग की और से मिलावटी गुड़ पर प्रभावी कार्यवाही का प्रेस नोट जारी किया गया था। जबकि जिन गुड़ फेक्ट्रियो पर टीम को कार्यवाही करनी थी, उन्हें नजरअंदाज कर अन्य पर टीम कार्यवाही करने पहुँच गई थी। बाद में इस मामले को लेकर फूड इंस्पेक्टर की कार्यप्रणाली की लोगो ने भाजपा के बड़े नेता से शिकायत की तो मामला उजागर हुआ था। उधर मीडिया कर्मियों ने जब इस मामले में सीएमएचओ से जानकारी चाही तो वह स्पष्ट जवाब नहीं दे पा रहे थे। उनका कहना था कि ऐसा कोई मामला उनकी जानकारी में तो नहीं है।
फूड इंस्पेक्टर को कर रखा था साइड, मौजी राम की हो रही थी मौज
बून्दी चिकित्सा विभाग में जानकारी करने पर सामने आया कि यहां फूड इंस्पेक्टर पद पर संजय सिंह को पदस्थापित किया हुआ है। जबकि मौजी राम को ही जिले भर में कार्यवाही के लिए स्वतंत्र किया हुआ था। जानकारी करने पर यह भी सामने आया कि मौजी राम फूड इंस्पेक्टर है ही नही। इसने लेब टेक्नीशियन होने के साथ फूड इंस्पेक्टर की ट्रेनिग मात्र कर रखी है। जिसमे केवल 6 माह तक ही कार्य किया जा सकता है। जानकारी में यह भी सामने आया कि अधिकारियों के करीबी होने से इसके 6 माह अभी तक पूरे हुए ही नहीं। हर बार कार्य की अवधि बढ़ती ही चली आ रही थी। उधर खाद्य निरीक्षक द्वारा लगातार गुड़ की सैंपलिंग की गई एवं लेबोरेटरी में भेजा गया। जहां पर सेंपल पास होने से लोग चकित भी थे।
प्रशासनिक कारण बताकर किया निलंबित
खाद्य सुरक्षा आयुक्त पंकज कुमार ओझा ने बून्दी के खाद्य सुरक्षा अधिकारी मौजी राम को प्रशासनिक कारणों का हवाला देते हुए एपीओ के आदेश जारी कर उनका मुख्यालय जयपुर रखने के आदेश दिए हैं।
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