Bundi News: बूंदी शहर में अवैध भांग का काला कारोबार, आबकारी और पुलिस विभाग की मौन स्वीकृति
Bundi News: बूंदी। राजस्थान के बूंदी में आबकारी और पुलिस विभाग के अधिकारियों की मिली भगत से अवैध भांग का काला कारोबार धड़ल्ले से चल रहा है। अवैध कारोबार से जुड़े धंधेबाज सरकारी कारिंदों की मिली भगत से पान की दुकान, चाय की टपरी, यहा तक कि चलते फिरते लोग भी लोगों को भांग उपलब्ध करवा रहे है। ये सप्लाई अहिंसा सर्किल, देवपुरा, मालनमासी बालाजी के सामने, पुरानी तहसील, सदर बाजार, नाहर का चोहट्टा, बालचंद पाड़ा, दलेलपुरा तिराहे सहित अन्य कई स्थानों पर हो रहा है।
भांग की गोलियां 20, 50 और 100 रुपए की
भांग के काले कारोबार की जानकारी आबकारी और पुलिस के अधिकारियों को होने के बावजूद भी कोई कार्यवाही नही हो रही है। यह भांग की गोलियां 20, 50 और 100 रुपए की बनाकर दे रहे है। देवपुरा में तो पान की दुकान से लोग भांग लेकर पास ही नीबू रस के ठेले पर खुले आम मिलाकर रस के साथ गटका रहे है। ऐसा नजारा दिनभर देखा जा सकता है। शहर में अवैध रूप से भांग बेचने और रखने का अवैध कारोबार 3 माह में बड़ा रूप ले चुका है। इस वर्ष बूंदी में भांग का ठेका ही नही हुआ। वहां राज्य सरकार द्वारा 10 प्रतिशत राशि बढ़ाने के बाद किसी ने ठेका (Bundi) ही नही लिया।
शहर में धड़ल्ले से बेची जा रही भांग कहा से आई
अब जब इस वर्ष किसी के भांग का ठेका ही नही है। तो ये शहर में धड़ल्ले से बेची जा रही भांग (Bundi) कहा से आ रही है? ये नशे का कारोबार आबकारी और पुलिस के होते हुए लोगो को किस की शह पर भांग की गोलियां और पत्तिया उपलब्ध करवा रहे है? शहर में दिन दहाड़े खुले आम बिक रही भांग से आबकारी और पुलिस की कार्य प्रणाली सवालों के घेरे में आ गई है। इस मामले में आबकारी अधिकारी बीएल मीणा से बात की तो कहा कि अवैध भांग बेचने वालों के विरुद्ध समय समय पर कार्यवाही की जा रही है। उन्होंने बताया कि अबतक 7 स्थानो पर कार्यवाही (Bundi) की जा चुकी है।
सरकार ने 10 प्रतिशत के हिसाब से राशि बढ़ाई
वह यह नही बता पाए कि अवैध रूप से शहर में भांग कहा से आ रही है ? इतने बड़े स्तर पर भांग कैसे बेची जा रही है। इस सवाल पर आबकारी अधिकारी कुछ जवाब नही दे पाए। उन्होंने कहा कि 20 जून को फिर से भांग ठेके के लिए टेंडर होंगे। इससे पहले वर्ष 2023-24 के लिए 4.21 करोड़ का ठेका हुआ था। जबकि वर्ष 2024-25 के लिए सरकार ने 10 प्रतिशत के हिसाब से राशि बढ़ाकर 5.22 करोड़ कर दिए थे। मार्च 2024 में टेंडर होने थे लेकिन ठेकेदारों के द्वारा कम राशि डालने के कारण भांग का ठेका नही मिला था। अब फिर से सरकार ने टेंडर के लिए 20 जून की तारीख तय की है।
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