Bikaner Prisoner Band: बीकानेर जेल के कैदी तैयार कर रहे बैंड टीम, आम लोग भी कर सकेंगे शादी पार्टी में बुकिंग
Bikaner Prisoner Band: बीकानेर जेल में संगीत प्रेमी और पांच कुशल कैदियों की एक बैंड टीम बनाई जा रही है। इस बैंड के पास एक आर्केस्ट्रा भी होगा और वे शादी, विवाह, और अन्य समारोहों में प्रदर्शन भी करेंगे। जेल प्रशासन का कहना है कि इस काम के लिए केवल विश्वसनीय बंदियों को ही बैंड में शामिल किया गया है, जिसमें सजायाफ्ता और विचाराधीन दोनों प्रकार के बंदी शामिल हैं। जेल का एक बंदी ही बाकियों को इसका प्रशिक्षण प्रदान कर रहा है।
पुलिस के बैंड मास्टर से प्राप्त होगा प्रशिक्षण
कैदियों को बैंड बजाने में दक्ष बनाने के लिए पुलिस के बैंड मास्टर से भी प्रशिक्षण दिलाया जाएगा। इन कैदियों की ट्रेनिंग पूरी होते ही बैंड की बुकिंग शुरू हो जाएगी। आम लोग इस बैंड को 5600 रुपए में 3 घंटे के लिए बुक कर सकेंगे। इस काम से कमाई जाने वाली राशि का 50% बंदियों के खातों में जाएगी, जबकि बाकी के 50% राशि रखरखाव पर खर्च की जाएगी।
शहनाई, तुरही और ड्रम समेत कई इंस्ट्रूमेंट्स सीख रहे
बैंड में शामिल होने वाले कैदियों को शहनाई, तुरही, ड्रम, बास ड्रम, डफ, बिगुल, भोंपू, ताल और पतासा समेत कई अन्य वाद्य यंत्र बजाना सिखाया जा रहा है। यह बैंड रात के समय भी जेल से बाहर जाकर शादी-ब्याह और अन्य आयोजनों में हिस्सा लेगा। वहीं, जेल प्रशासन इनकी सुरक्षा के लिए विशेष इंतजाम करवाएगी।
संगीत थेरेपी और रोजगार के अवसर
बीकानेर जेल में बैंड टीम के गठन से बंदियों को संगीत थेरेपी मिलेगी, जिससे उनकी मानसिक स्थिति में सुधार होगा और वे सकारात्मक बने रहेंगे। इसके अलावा, इस काम से कैदियों को रोजगार के अवसर भी मिलेंगे। इससे पहले अजमेर जेल में भी इसी तरह का बैंड स्थापित किया गया था। वहीं, बीकानेर जेल में नई एफआईसीसीआई नेशनल अवार्ड की शुरुआत की गई है।
आर्केस्ट्रा की भी होगी शुरुआत
जिला कलेक्टर नम्रता वृष्णि के माध्यम से बैंड के आर्केस्ट्रा के लिए बजट की व्यवस्था की जाएगी, जिससे नए इंस्ट्रूमेंट्स खरीदे जाएंगे। जेलर सूरज सोनी, मुख्य प्रहरी गिरिराज प्रसाद मीणा, और प्रहरी कमल वैष्णव की निगरानी में इस बैंड की तैयारी की जा रही है।
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