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बीकानेर से दु:खद खबर, महाजन फील्ड फायरिंग रेंज में तोपाभ्यास के दौरान भयंकर ब्लास्ट...2 जवानों की मौत

Bikaner News : राजस्थान के बीकानेर जिले में स्थित महाजन फील्ड फायरिंग रेंज में एक दर्दनाक हादसा हुआ। नॉर्थ कैंप में तोपाभ्यास के दौरान सेना के जवान चंद्र प्रकाश पटेल एक तोप को जोड़ने की प्रक्रिया में थे, (Bikaner News...
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Bikaner News : राजस्थान के बीकानेर जिले में स्थित महाजन फील्ड फायरिंग रेंज में एक दर्दनाक हादसा हुआ। नॉर्थ कैंप में तोपाभ्यास के दौरान सेना के जवान चंद्र प्रकाश पटेल एक तोप को जोड़ने की प्रक्रिया में थे, (Bikaner News )जब अचानक तकनीकी त्रुटि या मिलान सही ना होने के कारण वह दो भारी तोपों के बीच फंस गए। इस हादसे में उन्हें गंभीर चोटें आईं और उन्हें सूरतगढ़ सेना अस्पताल में भर्ती किया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। यह घटना महाजन रेंज में हुए पिछले हादसों की कड़ी को और बढ़ा देती है, जिससे सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठने लगे हैं।

महाजन फील्ड फायरिंग रेंज में बड़ा हादसा

राजस्थान के बीकानेर जिले स्थित महाजन फील्ड फायरिंग रेंज में 15 दिसंबर को एक सैनिक की मौत हो गई। नॉर्थ कैंप में अभ्यास कर रहे 31 वर्षीय जवान चंद्रप्रकाश पटेल, जो उत्तरप्रदेश के मिर्जापुर के निवासी थे, ट्रक और तोप के बीच फंस गए। उन्हें गंभीर चोटें आईं और सूरतगढ़ स्थित मिलिट्री अस्पताल में इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई। महाजन थाना प्रभारी कश्यप सिंह ने इस घटना की जानकारी दी, जबकि सूबेदार सुभाषचंद्र ने महाजन थाने में रिपोर्ट दर्ज करवाई।

महाजन रेंज में पहले भी हुए हादसे

यह हादसा महाजन फील्ड फायरिंग रेंज में हुए पिछले घटनाओं की कड़ी में शामिल है। साल 2021 में यहां हुए विस्फोट में एक जवान की मौत हुई थी, जबकि एक अन्य घायल हुआ था। इसके अलावा, 2023 में तोप अभ्यास के दौरान संतुलन बिगड़ने से एक जवान की मौत हो गई थी। इतना ही नहीं, रेंज में तैनात जवानों के मानसिक स्वास्थ्य पर भी सवाल उठे हैं, जब साल 2023 में महाराष्ट्र के एक जवान ने नॉर्थ कैंप में सुसाइड कर लिया था।

भारतीय सेना के लिए महत्वपूर्ण केंद्र

महाजन फील्ड फायरिंग रेंज भारतीय सेना के लिए एक अत्यंत महत्वपूर्ण स्थान है। यह एशिया की सबसे बड़ी फायरिंग रेंज मानी जाती है और पाकिस्तान सीमा से लगभग 100 किलोमीटर दूर स्थित है। भारतीय सेना साल भर यहां सैन्य अभ्यास करती है, और यहां विदेशी सेनाएं भी अभ्यास के लिए आती हैं। हालांकि, इन हादसों ने सुरक्षा व्यवस्था और मानसिक स्वास्थ्य के मुद्दों पर नए सवाल खड़े किए हैं।

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