दिव्यांग बच्चों की शिक्षा पर संकट! पाबू पाठशाला का विलय... 61 छात्रों का भविष्य खतरे में
Bikaner news : विशेष रूप से दिव्यांग बच्चों के लिए संचालित पाबू पाठशाला को आर्य समाज स्कूल में मर्ज करने के फैसले ने 61 दिव्यांग छात्रों के भविष्य को अनिश्चितता में डाल दिया है। अभिभावकों का मानना है कि इस विलय से उनके बच्चों की शिक्षा पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ेगा।
इस फैसले से चिंतित अभिभावक सोमवार को अपने बच्चों को लेकर प्रारंभिक शिक्षा निदेशालय पहुंचे, जहां उन्होंने स्कूल को यथावत रखने की मांग की। लेकिन अधिकारियों के अनुपस्थित रहने के कारण वे निराश लौटने को मजबूर हो गए। (Bikaner news )अभिभावकों ने शिक्षा विभाग से इस फैसले को वापस लेने की मांग की है, साथ ही उन्होंने चेतावनी दी कि यदि यह निर्णय नहीं बदला गया, तो वे आंदोलन करने को मजबूर होंगे।
इन दिव्यांग बच्चों की सुनो सरकार…!
बीकानेर में विशेष रूप से दिव्यांग बच्चों के लिए संचालित पाबू पाठशाला को आर्य समाज स्कूल में मर्ज करने के फैसले ने 61 दिव्यांग छात्रों के भविष्य को अनिश्चितता में डाल दिया है.
इस फैसले के विरोध में अभिभावक सोमवार को अपने बच्चों को लेकर… pic.twitter.com/qspuJ3WggR
— Rajasthan First (@Rajasthanfirst_) January 22, 2025
अभिभावकों का कहना है कि पाबू पाठशाला में दिव्यांग बच्चों के लिए विशेष सुविधाओं और अनुकूल वातावरण उपलब्ध है, जो सामान्य स्कूलों में नहीं है। कई बच्चे ऐसी विशेष आवश्यकताओं वाले हैं जिन्हें सामान्य स्कूलों में पढ़ाई करने में कठिनाई होगी।
शिक्षा विभाग पर सवाल
अभिभावकों का यह भी कहना है कि शिक्षा विभाग ने स्कूल के एकीकरण का फैसला लेने से पहले जमीनी हकीकत का जायजा नहीं लिया। जहां स्कूल का एकीकरण किया गया है, वहां दिव्यांग छात्रों के लिए कोई आधारभूत सुविधा नहीं है, जैसे कि रेंप। इसके बावजूद शिक्षा विभाग ने बिना किसी सर्वे के यह फैसला कैसे लिया, यह सवाल उठता है।
अधिकारियों की अनुपस्थिति...अभिभावकों का निराशा
विभाग के अधिकारियों की अनुपस्थिति के कारण अभिभावकों को अपना ज्ञापन देने में कोई सफलता नहीं मिली। इसके कारण वे अपने बच्चों के भविष्य को लेकर निराश होकर लौटे। अब देखना होगा कि शिक्षा विभाग इस गंभीर मुद्दे पर क्या निर्णय लेता है और क्या इन दिव्यांग बच्चों को शिक्षा का अधिकार मिल पाएगा या नहीं।
( बीकानेर से अंलकार गोस्वामी की रिपोर्ट)
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