IPS ज्येष्ठा मैत्रेयी ही नहीं कई पुलिस अधिकारियों की लोकेशन ट्रैक कर रहा था साइबर सेल, जांच में बड़ा खुलासा
IPS Jyeshtha Maitrei: राजस्थान में बीते दिनों भिवाड़ी पुलिस अधीक्षक ज्येष्ठा मैत्रेयी का जासूसी मामला सामने आते ही देशभर में हलचल मच गई थी जहां एक पुलिस अधिकारी की उनके ही महकमे के लोगों द्वारा जासूसी करने का पता चलते ही हर कोई हैरान रह गया. अब इस मामले में ताजा चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं. एसपी की जासूसी को लेकर जांच कर रही दो डीएसपी स्तर के पुलिस अधिकारियों की जांच रिपोर्ट से पता चला है कि सिर्फ भिवाड़ी पुलिस अधीक्षक ही नहीं बल्कि 3-4 महीनों से कई पुलिस अधिकारियों की जासूसी करवाई जा रही थी. वहीं रिपोर्ट में पुलिस अधीक्षक की जासूसी के लिए करीब 16 बार लोकेशन ट्रेक करने का पता चला है.
तिजारा थाने के डीएसपी द्वारा की गई जांच में सामने आया है कि भिवाड़ी साइबर सेल के इंचार्ज श्रवण जोशी ने पुलिस अधीक्षक सहित कई थानाधिकारियों के साथ कई बड़े मामलों में जांच कर रहे निरीक्षक और उप निरीक्षकों की भी लोकेशन ली थी. हालांकि जोशी ने इन सभी की लोकेशन क्यों ली इसकी वजह साफ नहीं हो पाई है. वहीं जांच रिपोर्ट में किसी अधिकारी का नाम भी नहीं है.
कई थानाधिकारियों की हुई ट्रैकिंग
पुलिस की जांच रिपोर्ट में बताया गया है कि एसपी की लोकेशन 16 बार निकाली गई थी और इसके साथ ही बहुचर्चित कमलेश ज्वैलर्स हत्याकांड खुलासे में जुटी टीम में लगे तिजारा थानाधिकारी हनुमान यादव, टपूकड़ा एसएचओ भगवान सहाय, डीएसटी इंचार्ज प्रकाशसिंह, सब इंस्पेक्टर दारासिंह मीणा और सब इंस्पेक्टर मुकेश कुमार इन अधिकारियों की भी लोकेशन मांगी गई थी.
वहीं अलकायदा समर्थित आतंकियों का भिवाड़ी में जो मॉड्यूल पकड़ा गया था उसमें जांच कर रहे थानाधिकारी देवेंद्र शर्मा की भी निगरानी की गई थी और साइबल सेल की ओर से उनकी भी लोकेशन मांगी गई थी. वहीं जांच रिपोर्ट सामने आने के बाद पुलिस के डीजी ने कहा कि विभागीय जांच अभी जारी है और जल्द ही उचित एक्शन लिया जाएगा.
7 पुलिसकर्मी अब तक सस्पेंड
मालूम हो कि एसपी की जासूसी का ये मामला 7 अक्टूबर को सामने आया था जिसके बाद साइबर टीम के उपनिरीक्षक समेत 7 पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया गया था. इस रिपोर्ट को तैयार करने वाले डीएसपी का कहना है कि मामले की जांच कर पूरी रिपोर्ट एसपी को भेज दी गई है और अभी ये प्राथमिक जांच है इसके बाद विभागीय जांच होना बाकी है जो आईजी के स्तर पर उच्च अधिकारी करेंगे.
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