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भरतपुर में जाहरवीर बाबा मंदिर की चारदीवारी तोड़ने पर जमकर बवाल, मुख्यमंत्री के खिलाफ फूटा लोगों का गुस्सा

Bharatpur News: राजस्थान में मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के गृहक्षेत्र भरतपुर में एक हिंदू मंदिर तोड़ने पर बवाल छिड़ गया जहां शहर के कुम्हेर गेट क्षेत्र में बने जाहरवीर बाबा मंदिर की तीन दीवारों पर प्रशासन की अतिक्रमण बताकर की...
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Bharatpur News: राजस्थान में मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के गृहक्षेत्र भरतपुर में एक हिंदू मंदिर तोड़ने पर बवाल छिड़ गया जहां शहर के कुम्हेर गेट क्षेत्र में बने जाहरवीर बाबा मंदिर की तीन दीवारों पर प्रशासन की अतिक्रमण बताकर की गई कार्रवाई के बाद मंगलवार की रात लोगों का गुस्सा फूट गया.मंदिर की दीवार तोड़ने के बाद लोग सड़कों पर निकल आए और देर रात तक विरोध प्रदर्शन चलता रहा. लोगों ने टायरों में आग लगाकर प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और प्रदर्शन किया. मंदिर पर चले बुलडोजर पर जिला प्रशासन ने कहा कि यह कार्रवाई रिट पिटीशन की पालना में की गई है लेकिन लोगों का कहना है कि मंदिर 200 साल पुराना है और प्रशासन ने गलत तथ्यों के आधार पर मंदिर की दीवार तोड़ी है.

हालांकि लोगों के काफी देर तक विरोध प्रदर्शन करने के बाद आखिर में देर रात प्रशासन और आंदोलनकारियों के बीच सहमति बनी और चक्का जाम खोला गया. एडीएम सिटी की ओर से आश्वासन दिया गया कि जिला प्रशासन के द्वारा जो दीवार तोड़ी गई है उसे अब आगे नहीं तोड़ा जाएगा लेकिन इस जमीन के कागज मंदिर समिति को दो दिन में जिला प्रशासन के सामने पेश करने होंगे. इसके बाद प्रदर्शनकारी सहमत हुए और प्रदर्शन को खत्म कर दिया.

जिला प्रशासन का क्या कहना है?

इस मामले में जिला प्रशासन का कहना है कि बाबा जाहरवीर मंदिर कमेटी के अध्यक्ष दीनदयाल सिंधल एवं महामंत्री नवरतन शर्मा ने 3 बार ज्ञापन देकर मंदिर के बाहर किए जा रहे अवैध निर्माण को हटाने की मांग की थी। वहीं मंदिर समिति ने बताया था कि अवैध निर्माण के कारण मंदिर श्रद्धालुओं को दिखाई नहीं दे रहा है। ऊंची दीवार बनाने से पास में होकर जा रही हाईटेंशन लाइन से भविष्य में दुर्घटना होने का भी अंदेशा है।

इसी को देखते हुए मंदिर समिति की मांग व माननीय उच्च न्यायालय में रिट पिटीशन 3273/96 की पालना में मंदिर के बाहर हो रहे अतिक्रमण को हटाया गया। प्रशासन का कहना है कि कार्रवाई से मूल मंदिर को किसी प्रकार की क्षति नहीं पहुंची है। इससे मंदिर समिति ने माना है कि अतिक्रमण हटाने से मंदिर के गर्भगृह के दर्शन में श्रद्धालुओं को आसानी रहेगी। इस बीच घटना स्थल पर पुलिस के अफसरों के साथ ही एडीएम भी मौके पर पहुंचे और समझाइश का प्रयास किया।

नेता प्रतिपक्ष ने सरकार को घेरा

इस मामले पर नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने राज्य सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि भरतपुर शहर में एक प्राचीन जाहर पीर बाबा का मंदिर है मंदिर की पुरानी बिल्डिंग को हटाकर नई बिल्डिंग का निर्माण कार्य काफी समय से कराया जा रहा था लेकिन नगर निगम प्रशासन ने मंदिर के निर्माण कार्य को ध्वस्त कर दिया। बड़ा सवाल मंदिर और गाय पर राजनीति करने वाली भाजपा सरकार में खुद मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के गृह शहर में मंदिर की बिल्डिंग को तोड़कर सैकड़ो लोगों की आस्था पर भाजपा सरकार ने प्रहार किया है। मैं प्रदेश के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा जी से इस मामले में तुरंत संज्ञान लेने की अपील करता हूं।

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