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"कभी पानी में उतरे...कभी कंधे पर चढ़कर..." किरोड़ीलाल ने संभाला मोर्चा, भरतपुर में मृतकों के परिजनों से भी मिले

Kirodi Lal Meena: राजस्थान में एक बार फिर किरोड़ीलाल मीण सुर्खियों में है जहां बीते दिनों भजनलाल सरकार में मंत्री पद से इस्तीफा देकर हलचल मचाने वाले बाबा ने अब फिर से मंत्री की कुर्सी संभालने के संकेत दिए हैं...
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Kirodi Lal Meena: राजस्थान में एक बार फिर किरोड़ीलाल मीण सुर्खियों में है जहां बीते दिनों भजनलाल सरकार में मंत्री पद से इस्तीफा देकर हलचल मचाने वाले बाबा ने अब फिर से मंत्री की कुर्सी संभालने के संकेत दिए हैं और इसी के साथ किरोड़ीलाल (Kirodi Lal Meena) अब फील्ड पर भी सक्रिय दिखाई दे रहे हैं जहां मंगलवार को वह महवा (दौसा), वैर (भरतपुर), श्रीनगर (बूंदी), बयाना (भरतपुर), हिण्डौन (करौली) जैसे इलाकों में बारिश के बाद बिगड़े हालातों का जायजा लेने जनता के बीच पहुंचे. वहीं इससे पहले उन्होंने प्रदेश में आपदा प्रबंधन की स्थिति का जायजा लेने के लिए आपदा प्रबंधन के अतिरिक्त मुख्य सचिव सहित अन्य अधिकारियों से चर्चा भी की.

वहीं इसके बाद डॉ किरोड़ीलाल मीणा ने जिले के बयाना क्षेत्र में बाढ़ प्रभावित गांवों का दौरा कर स्थानीय लोगों से मुलाकात की. वहीं नगला होंता पहुंचकर हाल में डूबने से हुई 7 बच्चों की मौत मामले में परिजनों से मिलकर उन्हें ढांढस भी बंधाया. वहीं हर एक मृतक के परिजनों को एसडीआरएफ के तहत चार-चार लाख रुपए की आर्थिक सहायता का चेक भी प्रदान किया. मीणा ने मृतकों के परिजनों को यह भरोसा भी दिलाया कि हर परिवार को प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत लाभान्वित किया जाएगा.

सात मृतक युवकों के परिजनों से मिले बाबा

वहीं सवाई माधोपुर विधायक डॉ. किरोड़ीलाल मीणा ने मंगलवार को बयाना के श्रीनगर गांव में दो दिन पहले बाणगंगा नदी में डूबने से हुई सात युवकों की मौत पर उनके घर पहुंच कर शोक जताया. डॉ. मीणा ने मृतक युवकों के परिजनों से मुलाकात कर सांत्वना दी और उन्हें राज्य सरकार के स्तर से हर संभव मदद करने का भरोसा दिलाया. मीणा ने आपदा प्रबंधन नियमों के मापदंडों के अनुसार परिजनों को सहायता राशि दिलाने का भरोसा दिलाया. इसके बाद मीणा ने बयाना इलाके के कई गांवों में पहुंचकर गंभीर नदी के पानी से बने बाढ़ के हालात का भी जायजा लिया. किरोड़ी लाल ने कहा कि प्रकृति के प्रकोप के चलते बाढ़ के हालात बने हैं और खेतों में पानी भरने से फसलें खराब हो गई हैं जहां मुआवजे के लिए गिरदावरी कराई जाएगी.

बता दें कि 11 अगस्त को बाणगंगा नदी में गांव के ही 8 लड़के नहाने गए थे जिनमें सिर्फ एक लड़का जगवीर जिंदा बचा था. जगवीर के सामने ही एक-एक कर पवन जाटव (20) पुत्र उदय सिंह, सौरभ जाटव (14) पुत्र तान सिंह, भूपेंद्र जाटव (18) पुत्र दशरथ, शांतनु जाटव (18) पुत्र खेमसिंह, लक्की जाटव (20) पुत्र प्रीतम सिंह, पवन सिंह जाटव (22) पुत्र सुगनसिंह और गौरव जाटव (16) पुत्र प्रकाश पानी में समा गए थे जिसमें पवन, सौरभ और गौरव चचेरे भाई हैं. पवन जाटव और पवन सिंह के आठ-आठ महीने के बेटा-बेटी हैं. वहीं भूपेंद्र के पिता हादसे के दौरान पटना में थे जहां वो अपने बेटे का अंतिम बार चेहरा तक नहीं देख पाए.

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