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Barmer to Korea: पिता ने सब्जी बेचकर पढ़ाया, बाड़मेर की बेटी की विदेशों में चर्चा...कोरिया में कर रही भजनलाल के लिए ट्रांसलेटर का काम

Barmer to Korea: राजस्थान के बाड़मेर की रहने वाली, कुमारी पेंपो अपनी मेहनत और प्रतिभा से विदेश में देश का नाम रोशन कर रही हैं। पेंपो, जो बाड़मेर जिले के धोरीमन्ना गाँव की निवासी हैं, इन दिनों दक्षिण कोरिया में...
03:01 PM Sep 12, 2024 IST | Ritu Shaw

Barmer to Korea: राजस्थान के बाड़मेर की रहने वाली, कुमारी पेंपो अपनी मेहनत और प्रतिभा से विदेश में देश का नाम रोशन कर रही हैं। पेंपो, जो बाड़मेर जिले के धोरीमन्ना गाँव की निवासी हैं, इन दिनों दक्षिण कोरिया में अपनी कामयाबी की ऊंचाइयों को छू रही हैं। हाल ही में, उन्होंने दक्षिण कोरिया और भारत के बीच व्यापारिक संबंधों पर चर्चा के दौरान अनुवादक यानी ट्रांसलेटर की भूमिका निभाई, जिसे लेकर वह चर्चा का केंद्र बनी हुई हैं।

कुमारी पेंपो का प्रेरणादायक सफर

कुमारी पेंपो के पिता भीखाराम एक सब्जी विक्रेता हैं और पेंपो का बचपन भी एक साधारण परिवार में ही बीता। गाँव में 12वीं तक की पढ़ाई पूरी करने के बाद, पेंपो ने झारखंड यूनिवर्सिटी में दाखिला लिया। वहां, उन्हें कोरियाई भाषा को तृतीय भाषा के रूप में चुनना पड़ा, जो कि उनके लिए एक चुनौतीपूर्ण स्थिति थी। हिंदी माध्यम से शिक्षा प्राप्त करने के बावजूद, पेंपो ने कोरियाई भाषा को सीखने का साहसिक निर्णय लिया और केवल एक साल में इस भाषा में दक्षता हासिल की।

सफलता की ओर एक कदम और

पेंपो की मेहनत तब रंग लाई जब उन्होंने दक्षिण कोरिया में एक प्रमुख कंपनी में भाषा अनुवादक के तौर पर काम करना शुरू किया। पिछले एक साल से वह इस भूमिका में सक्रिय हैं और इस समय, उन्होंने राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के दक्षिण कोरिया दौरे के दौरान महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। सीएम शर्मा की यात्रा के दौरान, पेंपो ने कोरियाई और हिंदी भाषाओं के बीच अनुवाद का कार्य किया, जिससे दोनों देशों के बीच व्यापारिक चर्चा सुचारू रूप से चल पाई।

पेंपो की शिक्षा और भविष्य के योजनाएं

पेंपो की शिक्षा का सफर यहीं नहीं रुका। उन्होंने कोरियाई भाषा में ग्रेजुएशन के बाद पीएचडी की पढ़ाई के लिए दक्षिण कोरिया में दाखिला लिया। ग्लोबल कोरिया स्कॉलरशिप के माध्यम से, उन्हें न केवल अपनी पढ़ाई पूरी करने का अवसर मिला, बल्कि हर साल 14,000 डॉलर की वित्तीय सहायता भी प्राप्त हो रही है। पेंपो की यह उपलब्धि उनकी मेहनत और लगन का प्रतीक है।

सीएम भजनलाल शर्मा के साथ ट्रांसलेटर की भूमिका

राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा की दक्षिण कोरिया यात्रा के दौरान पेंपो ने अनुवादक के रूप में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उनके इस योगदान से सीएम शर्मा ने कोरियाई निवेशकों और अधिकारियों के साथ प्रभावी संवाद स्थापित किया, और राजस्थान में निवेश के अवसरों को प्रस्तुत किया। सोशल मीडिया पर पेंपो की मुख्यमंत्री शर्मा के साथ तस्वीरें वायरल हो रही हैं, और लोग उनकी उपलब्धियों की सराहना कर रहे हैं।

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