Attack on police: टोंक में ग्रामीणों ने समझौता कराने आई पुलिस पर किया पथराव, ASP सहित 12 पुलिसकर्मी घायल
Attack on police: टोंक। राजस्थान के टोंक के ग्रामीण क्षेत्र में बंद पड़ी माइंस को दोबारा चालू करने पर ग्रामीणों में आक्रोश का माहौल बना हुआ है। आक्रोशित ग्रामीणों द्वारा आज पुलिस टीम पर पथराव किया गया। इलाके में हुई इस हिंसा से सनसनी फैल गई। इस पथराव में मालपुरा ASP सहित करीब 12 पुलिसकर्मियों को चोट लगी। इस हमले के बाद से अब पुलिस ने जवाबी कार्रवाई करने का मन बना लिया है। टोंक एसपी और अजमेर रेंज आईजी को मामले से अवगत कराते हुए पुलिस आरोपियों की खोजबीन कर रही है। हालांकि, जब पुलिस ने घेराबंदी शुरु की तो ग्रामीण वहां से भाग निकले।
माइंस पर था कोर्ट का स्टे:
दरअसल, मामला टोंक जिले के मालपुरा उपखंड के लांबा हरिसिंह थानांतर्गत सिन्धोलिया गांव का है। यहां स्थित पत्थर की माइंस में खनन पर पहले से कोर्ट स्टे लगा हुआ है। लेकिन, हाल ही में कोर्ट द्वारा स्टे हटाए जाने के बाद लीज धारक द्वारा दोबारा से खनन शुरु कर दिया गया। इसका ग्रामीणों द्वारा काफी विरोध किया गया। विरोध इतना बढ़ गया कि मौके पर पुलिस (Attack on police) को पहुंचना पड़ा। इसके बाद लीज धारकों ने खनन कार्य स्टार्ट किया। वहां पर मौजूद ग्रामीणों ने इसका विरोध करते हुए हंगामा कर दिया। पुलिस कर्मियों ने ग्रामीणों को काफी देर तक समझाने की कोशिश की लेकिन समस्या का कोई हल निकलता नहीं दिखा। मामला गर्माते देख घटना की सूचना मालपुरा ASP को दी गई।
मामला बढ़ता देख पहुंचे DSP:
ASP ने मौके पर पहुंचकर कंडीशन को समझा और मामला शांत कराने का प्रयास किया। लेकिन, इस पर ग्रामीण भड़क गए और उन्होंने पुलिस टीम पर ही पथराव कर दिया। इसमें ASP रामकुमार कस्वां और हेड कांस्टेबल सहित करीब 12 पुलिसकर्मी घायल हो गए। मामला बढ़ता देख मौके पर अतिरिक्त पुलिस जाप्ता बुलाया गया। ग्रामीणों द्वारा किए गए पथराव (Attack on police) में पुलिस की कई गाड़ियों के शीशे टूट गए। इधर ASP ने कहा कि पुलिस घटनास्थल पर शांति व्यवस्था के लिए गई थी लेकिन उन पर हमला किया गया। इसलिए अब इस मामले को टोंक एसपी और आईजी अजमेर को अवगत करा दिया गया है। फिलहाल, पुलिस आगे की कार्रवाई में जुटी हुई है।
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