थाईलैंड में तिरंगे की गूंज! बीकानेर की एंजिला स्वामी ने मिसेज यूनिवर्स 2025 बनकर लहराया भारत का परचम!
Anjila Swami Mrs Universe 2025: सपनों को हकीकत में बदलने की ताकत जब आत्मविश्वास और कड़ी मेहनत से मिलती है, तो सफलता इतिहास रच देती है! कुछ ऐसा ही कर दिखाया है बीकानेर की बेटी एंजिला स्वामी (Anjila Swami) ने, जिन्होंने मिसेज यूनिवर्स 2025 (Mrs. Universe 2025) का ताज अपने नाम कर न केवल अपने शहर बल्कि पूरे देश का मान बढ़ाया है।
थाईलैंड की राजधानी पटाया (Pattaya City) में 24 से 28 फरवरी 2025 तक आयोजित इस प्रतिष्ठित सौंदर्य प्रतियोगिता में दुनिया भर की प्रतिभाशाली और आत्मनिर्भर महिलाओं ने भाग लिया था। (Anjila Swami Mrs Universe 2025) लेकिन, अपनी बेजोड़ प्रतिभा, आत्मविश्वास और अद्भुत व्यक्तित्व के दम पर एंजिला स्वामी ने सभी को पीछे छोड़ते हुए प्रथम स्थान हासिल किया। उनकी इस ऐतिहासिक जीत ने नारी शक्ति का एक नया अध्याय लिखा है, जिस पर हर भारतीय गर्व कर सकता है।
पहले भी जीत चुकी हैं बड़ा खिताब
यह पहली बार नहीं है जब एंजिला स्वामी ने अपनी प्रतिभा का परचम लहराया है। इससे पहले भी वे राष्ट्रीय स्तर पर अपनी काबिलियत साबित कर चुकी हैं। मिसेज इंडिया ऑरा ग्लोबल 2024 (Mrs. India Aura Global 2024) का खिताब जीतकर उन्होंने खुद को एक सशक्त महिला के रूप में स्थापित किया था। अब मिसेज यूनिवर्स का प्रतिष्ठित खिताब जीतकर उन्होंने अपनी क्षमता को वैश्विक मंच पर साबित किया है। इस शानदार उपलब्धि से बीकानेर ही नहीं, बल्कि पूरे भारत में गर्व और उत्साह की लहर दौड़ गई है।
परिवार को दिया सफलता का श्रेय
अपनी इस ऐतिहासिक जीत का श्रेय एंजिला स्वामी अपने परिवार को देती हैं। उनके जीवनसाथी हेमंत स्वामी, जो वर्तमान में एनटीपीसी नागपुर में वरिष्ठ प्रबंधक के पद पर कार्यरत हैं, ने हर कदम पर उनका समर्थन किया। इसके अलावा, उनके पिता सत्यनारायण स्वामी और ससुर सूर्यनारायण स्वामी ने भी उन्हें आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया। एंजिला मानती हैं कि अगर परिवार का सहयोग और आत्मविश्वास हो, तो कोई भी लक्ष्य मुश्किल नहीं होता।
'कोई भी लक्ष्य असंभव नहीं'
आज के दौर में सौंदर्य प्रतियोगिताएं केवल बाहरी सुंदरता तक सीमित नहीं रह गई हैं, बल्कि इनमें बुद्धिमत्ता, आत्मविश्वास, संवाद कौशल और संपूर्ण व्यक्तित्व को भी परखा जाता है। एंजिला स्वामी ने अपनी प्रतिभा और कुशाग्रता से यह साबित कर दिया कि बीकानेर जैसे सांस्कृतिक शहर की महिलाएं भी वैश्विक मंच पर अपनी छाप छोड़ सकती हैं। उनकी सफलता ने न केवल महिलाओं को प्रेरित किया, बल्कि उन सभी के लिए एक प्रेरणास्त्रोत बन गईं, जो अपने सपनों को साकार करना चाहते हैं। उनका मानना है कि अगर आत्मविश्वास, समर्पण और मेहनत हो, तो कोई भी लक्ष्य असंभव नहीं होता।
बीकानेर में जश्न जैसा माहौल
एंजिला स्वामी की इस शानदार जीत से बीकानेरवासियों में जबरदस्त उत्साह है। पूरे शहर में जश्न का माहौल है और विभिन्न संगठनों व संस्थाओं ने उन्हें सम्मानित करने की घोषणा की है। यह जीत सिर्फ एंजिला के लिए नहीं, बल्कि पूरे बीकानेर और भारत के लिए गर्व का विषय है। उन्होंने यह साबित कर दिया कि अगर कोई व्यक्ति अपनी मंज़िल के लिए पूरी शिद्दत से मेहनत करे, तो वह वैश्विक स्तर पर भी अपनी पहचान बना सकता है।
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