अलका याग्निक को हुई ये खतरनाक बीमारी! अब सुन नहीं पा रहीं, आप भी सुनते हैं लाउड म्यूजिक...तो हो जाएं सावधान
Alka Yagnik Sensorineural Hearing Loss: देश की जानी-मानी सिंगर और नब्बे के दशक में अपनी सुरीली आवाज से हर किसी को दीवाना बना देने वाली गायिका अलका याग्निक कल से सुर्खियों में बनी हुई है जहां सिंगर एक रेयर डिजीज से ग्रसित हो गई है। अलका याग्निक ने सोशल मीडिया पर जानकारी देकर बताया कि उन्हें अचानक हियरिंग लॉस हो गया है जहां फ्लाइट से निकलने के बाद अचानक उन्हें सुनाई देना बंद हो गया है। वहीं अलका य़ाग्निक को लेकर डॉक्टर्स ने बताया है कि उन्हें एक रेयर सेंसरी नर्व हियरिंग लॉस डायग्नोज किया गया है जो एक वायरल अटैक के कारण हुआ है।
बॉलीवुड सिंगर अलका याग्निक को कान से जुड़ी इस दुर्लभ बीमारी होने के बाद अब हर कोई इस बीमारी को लेकर चर्चा कर रहा है और इसके लक्षण और बचाव के उपायों की जानकारी लेना चाह रहे हैं। बता दें कि सेंसेरिन्यूरल हियरिंग लॉस एक गंभीर बीमारी है जिसमे किसी व्यक्ति को धीमी आवाज सुनाई नहीं देती या तेज आवाज भी बहुत धीमी सुनाई देती है और इसके अलावा कई केस में 90 फीसदी तक बहरापन आ सकता है।
राजस्थान फर्स्ट की टीम ने जोधपुर में एसएन मेडिकल कॉलेज वरिष्ठ चिकित्सक डॉ नवनीत अग्रवाल से इस बीमारी के बारे में बात की और ये समझा कि आखिर किन वजहों से ये बीमारी होती है और इससे बचाव के लिए क्या उपाय किए जा सकते हैं।
देश की जानी मानी सिंगर #AlkaYagnik Rare Sensory Neural Nerve Hearing Loss से पीड़ित हो गई है जिसके बाद उन्हें सुनना बंद हो गया है।
इस बीमारी में 90 फीसदी से ज्यादा सुनने की क्षमता खत्म हो सकती है। #Jodhpur के एसएन मेडिकल कॉलेज वरिष्ठ चिकित्सक डॉ नवनीत अग्रवाल से जानिए कितनी… pic.twitter.com/3L8Rjm5N1L— Rajasthan First (@Rajasthanfirst_) June 19, 2024
पहले जानिए अलका याग्निक ने क्या कहा?
बीते 17 जून को अलका ने अपनी एक तस्वीर शेयर कर कहा कि "मेरे सभी प्रशंसकों, दोस्तों, फॉलोवर्स और शुभचिंतकों के लिए. कुछ हफ़्ते पहले, जब मैं एक फ्लाइट से बाहर निकली तो मुझे अचानक लगा कि मैं कुछ भी सुन नहीं पा रही हूं. इस घटना के बाद के हफ़्तों में कुछ हिम्मत जुटाकर मैं अपने सभी दोस्तों और शुभचिंतकों के लिए अब अपनी चुप्पी तोड़ना चाहती हूं जो मुझसे पूछ रहे हैं कि मैं एक्शन में क्यों गायब हूं".
उन्होंने आगे कहा, "मेरे डॉक्टरों ने वायरल अटैक के कारण एक रेयर सेंसरी न्यूरल नर्व हियरिंग लॉस के रूप में इसका डायगनोज किया है और इस अचानक बड़े झटके ने मुझे पूरी तरह से चौंका दिया है जैसा कि मैं इससे उबरने का प्रयास कर रही हूं, कृपया मुझे अपनी प्रार्थनाओं में रखें".
क्या होता है रेयर सेंसरी न्यूरल नर्व हियरिंग लॉस?
डॉ नवनीत अग्रवाल के मुताबिक शरीर के हर अंग की तरह कान में भी कई तरह की समस्याएं होती हैं जहां आए दिन लोग कान के दर्द और संक्रमण से परेशान रहते हैं ऐसे में सेंसेरिन्यूरल हियरिंग लॉस की समस्या तब होती है जब आपके कान की ऑडिटरी नर्व डैमेज हो जाती है। उन्होंने बताया कि 90 फीसदी मामलों में इसमें व्यक्ति को सुनाई देना बंद हो जाता है और कई बार यह समस्या तेज शोर, जेनेटिक या फिर उम्र बढ़ने के कारण ये समस्या हो सकती है।
कब डैमेज होता है कान?
डॉ के मुताबिक हमारे भीतरी कान में कोक्लीअ एक महत्वपूर्ण अंग है जिस पर छोटे-छोटे बाल होते हैं जिन्हें स्टीरियोसिलिया कहा जाता है और ये बाल साउंड वेव से आने वाली वाइब्रेशन को न्यूरल सिग्नल में बदलने का काम करते हैं। ऐसे में जब 85 डेसिबल से ज्यादा तेज आवाज के संपर्क में हमारे कान आते हैं तो इन बालों को काफी नुकसान होता है।
वहीं रेयर सेंसरीन्यूरल नर्व हियरिंग लॉस की बीमारी लगातार तेज म्यूजिक सुनने या फिर ईयर फोन लगा कर रखने से होती है और इस बीमारी के चलते आपके कानों के सुनने की क्षमता पूरी खत्म हो सकती है।
किन लोगों को होना चाहिए सावधान?
बता दें कि यदि आप ईयर फोन लगाकर म्यूजिक सुनने या तेज म्यूजिक सुनने के शौकीन है तो आपको सावधान होने की जरूरत है क्योंकि इस बीमारी की वजह से आप शायद कभी सुन नही पाएंगे। यह बीमारी वयस्कों में 90 फीसदी से ज्यादा श्रवण हानि यानी बहरेपन का कारण है. इसके सामान्य कारणों में तेज आवाज, आनुवंशिक कारक या उम्र बढ़ना भी शामिल है।
क्या है इसका इलाज?
डॉक्टर का कहना है कि कोरोना के बाद इस तरह के मामले काफी सामने आए हैं जहां कई मामलों में एक कान से सुनाई देना बंद हो जाता है। डॉक्टर का कहना है कि इसमें डैमेज के हिसाब से ही इलाज किया जाता है जहां मशीन और कई तरह के बड्स लगाकर ऑपरेट किया जाता है। हालांकि अलका याग्निक ने इंस्टाग्राम पर शेयर अपने पोस्ट में अपने फैंस से कहा है कि वो कम से कम हेडफोन का इस्तेमाल करें और तेज म्यूजिक से दूरी बनाकर रखें।