अजमेर में वकीलों ने काटा जमकर बवाल! बाजारों-मॉल में तोड़फोड़...एडवोकेट मर्डर केस के विरोध में उफान पर गुस्सा
Ajmer News: पुष्कर में सीनियर एडवोकेट पुरुषोत्तम जाखेटिया की नृशंस हत्या के बाद वकीलों का आक्रोश सड़कों पर उमड़ पड़ा है। अजमेर, पुष्कर, नसीराबाद और ब्यावर में (शनिवार) पूरी तरह बंद का ऐलान किया गया है। हालांकि, मेडिकल स्टोर, स्कूल और पेट्रोल पंप को छूट दी गई है, लेकिन वकील बाकी सभी बाजारों और दुकानों को बंद कराने के लिए निकल पड़े हैं।
शनिवार सुबह अजमेर कोर्ट के बाहर भारी संख्या में वकील जुटे। (Ajmer News)अजमेर बार एसोसिएशन के अध्यक्ष अशोक सिंह रावत ने बंद की रूपरेखा बताई और सभी अधिवक्ताओं से कहा कि आंदोलन शांतिपूर्ण रहे। लेकिन जब वकीलों का काफिला बाजारों की ओर बढ़ा और कुछ दुकानें खुली मिलीं, तो गुस्सा उबल पड़ा। कई जगहों पर दुकानों के शटर जोर-जोर से पीटे गए, होटल और दुकानों के अंदर घुसकर सामान बाहर फेंक दिया गया।
एक हफ्ते में दूसरी बार बंद
रामगंज चौराहे पर प्रदर्शन कर रहे वकीलों ने एक टेम्पो रोककर यात्रियों को नीचे उतार दिया। इसके बाद ब्यावर रोड की सब्जी मंडी पहुंचे, जहां दुकानें खुली देखकर वकीलों का पारा चढ़ गया। एक वकील ने लाठी उठाई, जिसे रोकने की कोशिश में पुलिसकर्मियों से उसकी छीना-झपटी हो गई। इसके बाद माहौल और गर्मा गया और पुलिस से सीधी झड़प शुरू हो गई।
गौरतलब है कि 1 मार्च को भी अजमेर शहर बंद था, जब बिजयनगर गैंगरेप-ब्लैकमेल कांड के विरोध में वकीलों और सामाजिक संगठनों ने बाजार ठप करवा दिए थे। महज एक हफ्ते में दूसरी बार अजमेर बंद होने से व्यापारियों और आमजन में चिंता बढ़ गई है।
सीनियर वकील को गंवानी पड़ी जान?
2 मार्च की रात करीब 1:45 बजे बूढ़ा पुष्कर रोड स्थित संस्कार गार्डन के पास यह दिल दहला देने वाली घटना हुई। शराब के ठेके के सामने 8-10 युवक गाड़ी में तेज आवाज में डीजे बजाकर सड़क पर नाच रहे थे। पड़ोस में रहने वाले सीनियर एडवोकेट पुरुषोत्तम जाखेटिया ने शोर शराबे का विरोध किया और डीजे बंद करने को कहा। लेकिन नशे में चूर बदमाशों ने उल्टा उन पर ही हमला बोल दिया। लाठियों से बेरहमी से पीटने के बाद बदमाश मौके से फरार हो गए। जाखेटिया को गंभीर हालत में अस्पताल ले जाया गया, जहां शुक्रवार रात इलाज के दौरान उन्होंने दम तोड़ दिया।
पुलिस पर सुस्ती के आरोप
हत्या के बाद वकीलों में जबरदस्त गुस्सा है। उनका कहना है कि अपराधियों के हौसले इतने बुलंद हो गए हैं कि अब वे अधिवक्ताओं को भी नहीं छोड़ रहे।
घायल एडवोकेट के भतीजे अंकुश की शिकायत पर पुलिस ने डीजे वाहन चालक और पिकअप सवार अज्ञात बदमाशों के खिलाफ मामला तो दर्ज कर लिया, लेकिन वकीलों का आरोप है कि पुलिस ने लापरवाही बरती और बदमाशों को मौके पर ही नहीं पकड़ा।
मॉर्च्युरी के बाहर वकीलों का धरना
हत्या से आक्रोशित वकील शुक्रवार रात से ही जेएलएन अस्पताल की मॉर्च्युरी के बाहर डटे रहे। उन्होंने शव लेने से इनकार कर दिया और अपराधियों की गिरफ्तारी की मांग पर अड़े रहे। इससे पहले शुक्रवार सुबह कोर्ट परिसर में भी हंगामा हुआ। वकीलों ने कोर्ट के अंदर मौजूद लोगों और पुलिसकर्मियों को बाहर निकाल दिया और कोर्ट परिसर की दुकानों को जबरन बंद करा दिया।
शहर में हाई अलर्ट, पुलिस तैनात
बंद के चलते अजमेर, पुष्कर और अन्य इलाकों में पुलिस बल की भारी तैनाती की गई है। संवेदनशील जगहों पर बैरिकेडिंग की गई है और ड्रोन से नजर रखी जा रही है।
वकीलों का साफ कहना है कि जब तक अपराधियों की गिरफ्तारी नहीं होती, वे पीछे हटने वाले नहीं हैं। बंद के दौरान शहर में बढ़ते तनाव के चलते प्रशासन भी हाई अलर्ट पर है।
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