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Ajmer: अजमेर में अब नहीं दिखेंगे सेवन वंडर्स...! आखिर क्या है इसकी वजह?

अजमेर में गहलोत सरकार में शुरु हुआ सेवन वंडर अब नहीं दिखेगा। सुप्रीम कोर्ट, NGT के आदेश के बाद इसे हटाया जा रहा है।
05:28 PM Mar 11, 2025 IST | Vivek Chaturvedi

Ajmer News Rajasthan: अजमेर में करीब तीन साल पहले शुरु हुआ सेवन वंडर अब हटाया जा रहा है। सुप्रीम कोर्ट के निर्देश के बाद इसे हटाने की कार्रवाई शुरु की गई है। (Ajmer News Rajasthan) सुप्रीम कोर्ट ने स्टेच्यू ऑफ लिबर्टी सहित सेवन वंडर के निर्माण को वेटलैंड के नियमों की अवहेलना माना है। जिसके बाद इसे हटाने की कार्रवाई शुरु की गई है।

अजमेर में सेवन वंडर अब नहीं दिखेगा

अजमेर में गहलोत सरकार के कार्यकाल में आकर्षण का केंद्र रहा सेवन वंडर अब गुजरे जमाने की बात होने जा रही है। सुप्रीम कोर्ट ने इसे वेटलैंड के नियमों के विपरीत हुआ निर्माण माना है, जिसके बाद इसे हटाने की प्रक्रिया शुरु कर दी गई है। इसे बनाने में करीब 11 करोड़ का खर्च हुआ था, सेवन वंडर के साथ फूड कोर्ट और गांधी स्मृति उद्यान के कुछ हिस्से को भी नियमों के तहत नहीं माना गया है, इस हिस्से को भी हटाया जाएगा।

भाजपा के पूर्व पार्षद ने की थी शिकायत

अजमेर में सेवन वंडर के निर्माण को लेकर भाजपा के पूर्व पार्षद की ओर से अदालत में याचिका दायर की गई थी। जिसमें इस निर्माण से आनासागर के आसपास वेटलैंड खत्म करने और मास्टर प्लान की अवहेलना का आरोप लगाया गया। इसके बाद राष्ट्रीय हरित अधिकरण (NGT) ने सुनवाई की। NGT ने सुनवाई के दौरान इस निर्माण को मास्टर प्लान की अवहेलना और वेटलैंड के लिए खतरा माना। इसके बाद सेवन वंडर पार्क, पटेल स्टेडियम, गांधी स्मृति उद्यान और झील के चारों तरफ बने फूड कोर्ट को हटाने का आदेश दिया। इस बीच इस मामले में सुप्रीम कोर्ट में कैविएट दाखिल की गई।

सुप्रीम कोर्ट तक पहुंचा मामला

सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले में NGT के फैसले को सही माना है, जिसके बाद अब सेवन वंडर्स, गांधी स्मृति उद्यान के कुछ हिस्से को हटाने की कार्रवाई शुरु की गई है। अजमेर में सेवन वंडर्स का उद्घाटन साल 2022 में हुआ था। जब अजमेर का चयन स्मार्ट सिटी में हुआ, तब स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत आनासागर झील के किनारे एक हैक्टेयर जमीन पर इसे तैयार किया गया। जिस पर करीब 11 करोड़ रुपए का खर्च हुआ था।

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