Ajmer News: पुष्कर में बाढ़ जैसे हालात, निचली बस्तियां हुई जलमग्न, आज हुई बारिश में आया 12 फीट से अधिक पानी
Ajmer News: अजमेर। अजमेर में बारिश का दौर जारी है। आज सुबह 4 बजे से पुष्कर में भी लागातार बारिश हो रही है। पिछले 9 घंटे से लगातार बारिश का दौरा जारी है। हालांकि बीच-बीच में बारिश कम और ज्यादा होती रही। कुछ समय के लिए बारिश तेज हुई लेकिन बाद में कम पड़ गई। लगातार हो रही बारिश से खरेकडी फीडर अपने शबाब में था जबकि सावित्री फीडर भी अच्छी गति से चल रहा था। पुष्कर फीडर ने भी गति पकड़ ली। आज की बारिश से करीब 12 फीट अधिक पानी सरोवर में आ चुका था और सरोवर का जलस्तर 25 फीट के आसपास पहुंच चुका था। अगस्त मुनि, विश्वामित्र, वामदेव, गौमुख सहित दूसरे नाहरोल का पानी फीडर में मिल रहा था। सामाजिक कार्यकर्ता अरुण पाराशर ने बताया कि यदि यह बारिश रात तक ऐसे ही जारी रहती है तो पुष्कर में 1975 का बारिश का रिकॉर्ड टूट सकता है ।
डुबक्षेत्र में खतरे की घंटी
पुष्कर में सुबह से कभी तेज तो कभी धीमी बारिश का सिलसिला जारी है। पुष्कर सरोवर में जल वाहक तीनों फीडर उफान पर होने के कारण आशंका जताई जा रही है कि बड़ी पुलिया के पीछे जो होटल रिसोर्ट और आवास बने है। उसमें पानी घुस सकता है। नगर पालिका और प्रशासन ने आपदा प्रबंधन विभाग और टीमों को अलर्ट कर दिया है। पालिका की टीम रेस्क्यू के लिए अलर्ट हो गई है।
पुष्कर कस्बे के निचले इलाके में भरा पानी
पुष्कर में सुबह से हो रही बारिश के कारण निचले इलाकों में पानी भर गया है। कस्बे के निचले इलाके वाराह घाट, पुराना रंगजी मंदिर, पटवारी गली, मिश्रा का मोहल्ला, सदर बाजार, गुरुद्वारा, माली मोहल्ला, सावित्री मार्ग, परिक्रमा मार्ग में घुटनों तक पानी भर गया। जलजमाव के कारण लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। वहीं लोगों के घरों में भी पानी घुस गया। वहीं पुष्कर की ज्वलंत समस्या का समाधान करने के लिए मुख्यमंत्री बजट घोषणा के बाद बने रैन ड्रेनेज सिस्टम के अधूरे काम के चलते क्षेत्र में पानी घंटो तक भरा रहा। बारिश की वजह से राजकीय अस्पताल के एक हिस्से की दीवार भी टूट गई।
कस्बे और डूब क्षेत्र की होटल का अपशिष्ट पहुंचा सरोवर में
पुष्कर में सुबह से बारिश हो रही है तो वहीं दूसरी तरफ सफाई कर्मचारियों की हड़ताल के कारण जगह-जगह कचरा फैला हुआ है। जो बारिश के पानी के साथ पुष्कर सरोवर में पहुंच रहा है। वहीं दूसरी ओर पुष्कर सरोवर की डूब क्षेत्र का अपशिष्ट बारिश के पानी के साथ फीडर से होकर सरोवर में जा रहा है। जिससे सरोवर में प्रदूषण फैलने का खतरा एक बार फिर बन गया है।
लोहे की टूटी जाली
बता दें कि सरोवर में कचरे को रोकने के लिए लोहे की जालियां भी है, जो पानी के तेज प्रवाह के चलते टूट गई। पुष्कर पालिका के सफाई निरीक्षक लोकेंद्र सिंह ने बताया कि पालिका के 10 स्थाई कर्मचारी और सिविल डिफेंस के 29 वॉलिंटियर, 6 अतिरिक्त मजदूरों की मदद से सरोवर में नाव चलाकर आई गंदगी को साफ किया जाएगा। सरोवर में बारिश के पानी के साथ आयी गंदगी को निकालने के पुरोहितों ने सफाई अभियान चलाया।
नगर पालिका अध्यक्ष ने लिया डूब क्षेत्र का जायजा
पालिका अध्यक्ष कमल पाठक ने पुष्कर सरोवर, सावित्री मार्ग स्थित रेन ड्रेनेज पंप हाउस और डूब क्षेत्र का जायजा लिया। इस दौरान पालिका अध्यक्ष ने पालिका कर्मियों को आवश्यक दिशा निर्देश देते हुए पंप हाउस को लगातार चलाने के निर्देश दिए।
पुरोहितों ने लाल झंडी लगाने की उठाई मांग
तीर्थ पुरोहित वेद प्रकाश पाराशर ने बताया कि बीते चार दिनों से पुष्कर में हो रही बारिश के चलते कस्बे का कचरा सरोवर में जा रहा है। जिसे रोकने के लिए स्थानीय प्रशासन को प्रयास करना चाहिए। वहीं पुष्कर के बड़े जल स्तर को देखते हुए सरोवर किनारे चेतावनी के लिए लाल झंडिया लगानी चाहिए। साथी सरोवर किनारे सिविल डिफेंस के वॉलिंटियर की अतिरिक्त तनाती की जानी चाहिए।
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