4 करोड़ की संपत्ति, 9 लाख नकद....PHED इंजीनियर के घर पहुंचे ACB अधिकारियों ने सिर पकड़ लिया!
ACB Rajasthan: राजस्थान में भ्रष्टाचार की जड़ें गहरी हो चुकी हैं, और अब एक और घूसखोर अफसर को एसीबी ने अपनी गिरफ्त में लिया है। डूंगरपुर में जलदाय विभाग (PHED) के अधीक्षण अभियंता अनिल कच्छवाहा को रंगे हाथ 2 लाख रुपये रिश्वत लेते हुए दबोचा गया। एसीबी ने जांच के बाद इंजीनियर के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति का मामला दर्ज करने की तैयारी शुरू कर दी है, जिससे यह मामला और भी गंभीर हो गया है।(ACB Rajasthan) यह घटना झुंझुनूं में एसडीएम बंशीधर योगी की गिरफ्तारी के ठीक बाद हुई है, जो बताती है कि भ्रष्टाचार को लेकर राजस्थान में अफसरशाही कितनी बेलगाम हो चुकी है।
बिल पास करने के बदले रिश्वत की मांग
राजस्थान के डूंगरपुर जिले में जलदाय विभाग (PHED) के सीनियर इंजीनियर अनिल कच्छवा ने जल जीवन मिशन योजना से संबंधित 2.5 करोड़ रुपए के बिल को पास करने के बदले 5 लाख रुपए की रिश्वत की मांग की थी। एसीबी को इसकी शिकायत मिली, जिसके बाद आरोपी को 2 लाख रुपये रिश्वत लेते रंगे हाथ पकड़ लिया गया। इस पूरी कार्रवाई में 3 लाख रुपये पर सौदा तय हुआ था, जिसमें से 1 लाख रुपये पहले ही लिया जा चुका था।
4 करोड़ से अधिक की संपत्ति का खुलासा
इंजीनियर अनिल कच्छवा की गिरफ्तारी के बाद एसीबी ने उसके विभिन्न ठिकानों पर छापेमारी की। कोटा स्थित उसके आवास से 9 लाख 22 हजार रुपये नकद बरामद किए गए। इसके अलावा 4 करोड़ 16 लाख रुपये से अधिक की चल-अचल संपत्ति का भी खुलासा हुआ। इस दौरान 1 करोड़ 87 लाख रुपये की एफडीआर, 1 करोड़ 16 लाख रुपये के दो भूखंडों के दस्तावेज और 88 लाख रुपये की राशि बैंकों में जमा पाए गए। एसीबी को आरोपी के 20 बैंक खातों की पासबुक भी मिली है, जो मामले की गंभीरता को और बढ़ाती है।
आय से अधिक संपत्ति का मामला दर्ज करने की तैयारी
एसीबी ने इंजीनियर अनिल कच्छवा पर आय से अधिक संपत्ति का मामला दर्ज करने की तैयारी शुरू कर दी है। सर्च ऑपरेशन के दौरान मिली संपत्तियों से यह साफ हो गया है कि इंजीनियर ने सरकारी पद का दुरुपयोग करते हुए बड़ी मात्रा में संपत्ति अर्जित की थी। एसीबी के अधिकारियों का कहना है कि सर्च ऑपरेशन के बाद और भी संपत्ति का खुलासा हो सकता है।
यह भी पढ़ें:'भले छोटा हो बड़ा हो...राज्य राज्य होता है'...मोदी सरकार के खिलाफ कांग्रेस के धरने में क्या बोले अशोक गहलोत?
.