पेड़ों को बचाने के लिए 363 लोगों ने न्यौछावर कर दिए प्राण ! जोधपुर का खेजडली मेला पर्यावरण संरक्षण की मिसाल ?
Rajasthan News Jodhpur: जोधपुर। राजस्थान के जोधपुर का खेजडली गांव पूरे देश के पर्यावरण प्रेमियों के लिए किसी मिसाल से कम नहीं है। यहां खेजड़ी के पेड़ों को कटने से बचाने के लिए सदियों पहले 363 लोगों ने हंसते- हंसते अपनी जान दे दी। मगर पेड़ों को नहीं कटने दिया। अब इन सभी शहीदों की याद में खेजडली में मेला भरता है, इस बार भी 13 सितंबर को इस मेले का आयोजन किया जाएगा।
खेजडली अंतर्राष्ट्रीय शहीद मेला 13 सितंबर को
जोधपुर में खेजड़ली अंतर्राष्ट्रीय शहीद मेला 13 सितंबर को आयोजित होगा। खेजड़ली शहीद राष्ट्रीय पर्यावरण संस्थान के अध्यक्ष मलखान सिंह बिश्नोई ने बताया कि भादवा सुदी दशम 13 सितंबर को मेले का आयोजन किया जाएगा। जिसमें राजस्थान के साथ पंजाब, हरियाणा, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश के विश्नोई समाज के लोगों के साथ बड़ी संख्या में पर्यावरण प्रेमी शामिल होंगे और शहीदों को नमन करेंगे।
शहीदों की स्मृति में होता है मेले का आयोजन
अमृतादेवी राज्य जीव जन्तु कल्याण बोर्ड राजस्थान के अध्यक्ष जसवंत सिंह बिश्नोई बताते हैं शायद ही कोई ऐसी जगह हो जहां किसी ने पेड़ों की रक्षा के लिए हंसते-हंसते अपने प्राण न्यौछावर कर दिए हों। खेजडली में अमृता देवी सहित 363 लोगों ने खेजडी के पेड़ों को कटने से बचाने के लिए प्राणों का बलिदान दे दिया था। इन शहीदों की याद में ही इस मेले का आयोजन किया जाता है।(Rajasthan News Jodhpur)
श्रीजम्भेश्वर भगवान मंदिर की होगी प्राण प्रतिष्ठा
इस बार मेले के दौरान श्रीजम्भेश्वर भगवान के मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा भी होगी। इस मंदिर का निर्माण बिश्नोई समाज की ओर से जनसहयोग से किया गया है। आयोजकों की ओर से बताया गया कि मंदिर की कलश स्थापना 12 सितंबर को होगी। इसके बाद अन्य कार्यक्रम होंगे। उन्होंने बताया कि मेले में युवा सम्मेलन, महिला सम्मेलन, संत समागम, खेजड़ी की बेटी और जम्भ लीला मंचन के साथ विशाल भक्ति संध्या भी होगी।(Rajasthan News Jodhpur)
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