• ftr-facebook
  • ftr-instagram
  • ftr-instagram
search-icon-img

Rajasthan Mine Accident: खदान हादसे में 14 लोगों को किया गया रेस्क्यू, वहीं एक की गई जान, 70 सालों तक रहेगा यहां तांबे का भंडार

Rajasthan Mine Accident: नीमकाथाना। राजस्थान के खेतड़ी में मंगलवार रात को खदान में लिफ्ट टूटने से बड़ा हादसा हो गया था। हादसा खेतड़ी इलाके में स्थित हिंदुस्तान कॉपर लिमिटेड (HCL) की कोलिहान खदान का है। कोलकाता से आई विजिलेंस की...
featured-img
Rajasthan Mine Accident

Rajasthan Mine Accident: नीमकाथाना। राजस्थान के खेतड़ी में मंगलवार रात को खदान में लिफ्ट टूटने से बड़ा हादसा हो गया था। हादसा खेतड़ी इलाके में स्थित हिंदुस्तान कॉपर लिमिटेड (HCL) की कोलिहान खदान का है। कोलकाता से आई विजिलेंस की टीम सहित कंपनी के 15 अधिकारी अंदर ही फंस गए थे।

हादसे की सूचना उच्च अधिकारियों को दी गई और रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया गया। खदान से 14 लोगों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया। वहीं मुख्य सतर्कता अधिकारी उपेंद्र कुमार पांडे का शव बरामद किया गया।

मौके पर पहुंची डॉक्टर्स की टीम

मामले की सूचना मिलते ही पुलिस और SDRF रेस्क्यू टीम मौके पर पहुंची। खदान में फंसे अधिकारियों को बाहर निकालने (Rajasthan Mine Accident) का रेस्क्यू ऑपरेशन रात भर चलता रहा। घटनास्थल पर एंबुलेंस और डॉक्टर्स की टीम को भी बुलाया गया।

बताया जा रहा है कि जिस खदान में लोग फंसे हुए हैं वो 1800 फीट गहरी हैं। लगभग 6 एंबुलेंस मौके पर तैनात की गईं। मौके पर जिला कलेक्टर शरद मेहरा एवं एसपी प्रवीण नायक भी मौजूद रहे।

ऐसे हुआ हादसा

जानकारी के मुताबिक यह घटना तब हुई जब विजिलेंस की टीम कंपनी के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ निरीक्षण के लिए शाफ्ट के नीचे गई थी। इसके बाद जब वे लिफ्ट से ऊपर आ रहे थे तब लिफ्ट की एक रस्सी टूट गई (Rajasthan Mine Accident), जिससे 14 लोग अंदर ही फंस गए। सूचना मिलते ही खेतड़ी MLA धर्मपाल गुर्जर ने घटनास्थल पर जाकर स्थिति का जायजा लिया।

ताम्र नगरी है खेतड़ी

बता दें कि खेतड़ी को ताम्र नगरी के नाम से भी जाना जाता है। HCL के अनुसार देश में करीब 50 फीसदी तांबे की पूर्ति यहां की पहाड़ियों से की जाती है। इस इलाके में पहाड़ी क्षेत्र होने की वजह से ज्यादातर लोग खनन के काम से जुड़े हुए हैं।

खेतड़ी प्रोजेक्ट से हजारों लोगों को रोजगार मिला है। इसका ऐतिहासिक महत्व यह भी है कि खेतड़ी को स्वामी विवेकानंद की कर्मभूमि के तौर पर भी जाना जाता है। (Rajasthan Mine Accident)

70 सालों तक रहेगा तांबा

तांबा अपनी हाई कंडक्टिविटी, स्ट्रेंथ और टिकाऊपन की वजह से कई तरह के काम में यूज किया जाता है। खेतड़ी तांबा बेल्ट देश का सबसे बड़ा तांबा भंडार है। यहां के तांबे की क्वालिटी भी काफी बढ़िया होती है।

बताया जाता है कि यहां पर इतनी मात्रा में तांबा है कि 70 सालों तक खनन (Rajasthan Mine Accident) करने के बाद भी इसे खत्म नहीं किया जा सकता। खदान में तांबा निकालने का काम 24 घंटे चलता रहता है।

खेतड़ी में कैसे होता खनन?

खेतड़ी खदान की गहराई काफी ज्यादा है इसलिए खदान का तापमान बहुत ठंडा रहता है। नीचे जाने के लिए लिफ्ट ही एकमात्र ऑप्शन है। लिफ्ट लोहे की रस्सी पर चलती है। बिना मेडीकल जांच के किसी भी मजदूर को खदान के भीतर नहीं जाने दिया जाता है।

यहां से निकाले गए अशुध्द तांबे को प्रोसेस करके शुध्द किया जाता है और फिर इससे सामान बनाए जाते हैं। समय-समय पर कर्मचारियों-अधिकारियों को सुरक्षा के लिहाज से ट्रेनिंग भी दी जाती है।

यह भी पढ़े: कॉपर खदान हादसा, रेस्क्यू ऑपरेशन पूरा, 14 लोग सुरक्षित निकाले गए बाहर

यह भी पढ़े: झुंझुनूं में पहाड़ियों के बीच निकलते हैं कीमती मेटल्स! जानें खेतड़ी की खानों...

.

tlbr_img1 होम tlbr_img2 शॉर्ट्स tlbr_img3 वेब स्टोरीज़ tlbr_img4 वीडियो