टोंक में विकास के झूठ का पर्दाफाश...क्या भाजपा का मौका बन रहा है? जानिए पूरा सच!
Tonk Development Issues: टोंक जिले में आधुनिकता के युग में भी विकास की कच्ची तस्वीरें सामने आई हैं, (Tonk Development Issues) जो हर किसी को झकझोर कर रख देंगी। जबकि राजस्थान में केंद्र और राज्य सरकारें योजनाओं के नाम पर विकास का दावा कर रही हैं, यहां की आम जनता की पीड़ा ने सियासी बवंडर खड़ा कर दिया है। क्या यह तस्वीरें विकास के दावों की हकीकत को उजागर करेंगी? आइए, जानते हैं इस दर्दनाक सच्चाई के बारे में!
कच्चे रास्ते पर ग्रामीणों की मुसीबत
टोंक जिले की देवली-उनियारा विधानसभा क्षेत्र के कचरावता ग्राम पंचायत के रामपुरिया ढाणी में ग्रामीणों ने एक गहरा गड्डा बनने के बाद लकड़ी का पुल बनाकर राह आसान करने की कोशिश की है। इस मुख्य मार्ग पर बारिश के कारण गहरे गड्ढे हो जाने से ग्रामीणों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
प्रशासन की अनदेखी
गांव के निवासियों ने कई बार इस समस्या के बारे में अधिकारियों को अवगत कराया, लेकिन हालात जस के तस बने हुए हैं। रायपुरा गांव के गुर्जरों की ढाणी से रामपुरिया गांव जाने वाले मुख्य रास्ते में बरसात का पानी भर जाने से गड्डा इतना गहरा हो गया है कि ग्रामीणों और स्कूली बच्चों के लिए निकलना मुश्किल हो गया है।
खुद की मदद से चुनौती का सामना
रायपुरा निवासी नेतराम मीना ने बताया कि यह रास्ता गुर्जरों की ढाणी से रामपुरिया गांव का एकमात्र रास्ता है, जिसमें गहरा गड्डा बन गया है। ग्रामीणों ने गड्डे पर लकड़ी की जाली डालकर इसे पार करने का प्रयास किया है, लेकिन इसमें बच्चों और बुजुर्गों के गिरने का डर हमेशा बना रहता है।
राजनीतिक माहौल में उथल-पुथल
ग्राम पंचायत सरपंच को अवगत कराने के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं होने से ग्रामीणों में निराशा है। इसी विधानसभा क्षेत्र में उपचुनाव की तैयारी चल रही है, जिससे भाजपा नेता कांग्रेस के विधायक हरीशचंद्र मीना के विकास कार्यों पर सवाल उठा रहे हैं। कांग्रेस की ओर से इस मुद्दे पर अब तक कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है, जिससे राजनीतिक माहौल और भी गर्म हो गया है।
.