गुर्जर-जाट तबादला विवाद! मंत्री पर गंभीर आरोप, पायलट समर्थक नेता का बड़ा दावा, लेकिन सच्चाई क्या है?
Tonk News: राजस्थान की राजनीति में एक बार फिर जातीय समीकरणों को लेकर नया विवाद खड़ा हो गया है। मालपुरा (टोंक) से कांग्रेस के बागी और निर्दलीय प्रत्याशी रहे गोपाल गुर्जर का एक वीडियो सामने आया है, (Tonk News) जिसमें उन्होंने जलदाय मंत्री कन्हैयालाल चौधरी पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा कि मंत्री ने गुर्जर समाज के अधिकारियों और कर्मचारियों को निशाना बनाकर तबादले कराए। साथ ही, उन्होंने बड़ा दावा करते हुए कहा कि "साढ़े तीन साल बाद सचिन पायलट मुख्यमंत्री बनेंगे, तब हमारा वक्त आएगा।"
गुर्जर समाज को किया गया टारगेट
गोपाल गुर्जर ने वीडियो में जलदाय मंत्री कन्हैयालाल चौधरी पर सीधा निशाना साधते हुए कहा कि सरकार में रहते हुए उन्होंने गुर्जर समाज के अफसरों और कर्मचारियों के तबादले कराए। उन्होंने इसे समुदाय के खिलाफ एक सुनियोजित साजिश करार दिया। साथ ही, सचिन पायलट की ओर इशारा करते हुए कहा कि जब वह मुख्यमंत्री बनेंगे, तब गुर्जर समाज को न्याय मिलेगा।
देवनारायण जयंती पर भड़के गोपाल गुर्जर
5 फरवरी को देवनारायण जयंती के अवसर पर मालपुरा (टोंक) के लावा गांव में भजन संध्या कार्यक्रम के दौरान गोपाल गुर्जर ने मंच से जलदाय मंत्री कन्हैयालाल चौधरी पर गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि मंत्री ने गुर्जर समाज के अधिकारियों और कर्मचारियों को टारगेट कर तबादले किए और समाज के लोगों को प्रताड़ित किया।
फेसबुक पर शेयर किया वीडियो
गोपाल गुर्जर ने 6 फरवरी को अपने फेसबुक अकाउंट से यह वीडियो साझा किया, जिसमें वे जलदाय मंत्री पर सीधा निशाना साधते हुए कह रहे हैं कि "साढ़े तीन साल बाद सचिन पायलट ही मुख्यमंत्री बनेंगे, लिखकर ले लो।"
गोपाल गुर्जर ने कहा, "कन्हैयालाल चौधरी ने छोटी-छोटी हरकतें की हैं। हमारे समाज के कुछ कर्मचारियों को उन्होंने प्रताड़ित किया है।" उन्होंने चेतावनी दी कि जनता पंचायत राज चुनावों में इसका जवाब देगी।
उन्होंने ग्राम विकास अधिकारी बन्ना लाल गुर्जर का उदाहरण देते हुए कहा कि "वह कैंसर से पीड़ित हैं, फिर भी उनका ट्रांसफर कर दिया गया।" उन्होंने कहा कि यह अन्यायपूर्ण है और समाज इसे बर्दाश्त नहीं करेगा।
तबादले काम के आधार पर हुए
इस विवाद पर जलदाय मंत्री कन्हैयालाल चौधरी ने आरोपों को बेबुनियाद बताया। उन्होंने कहा, "गोपाल गुर्जर कुछ भी कह सकते हैं, लेकिन सच्चाई यह है कि मेरे क्षेत्र में पंचायती राज में LDC के सबसे ज्यादा गुर्जर समाज के लोग ट्रांसफर होकर आए हैं, जबकि जाट समाज के लोग ज्यादा बाहर गए हैं।"
सियासी सरगर्मी तेज..
इस बयान के बाद प्रदेश में गुर्जर बनाम जाट राजनीति और तेज हो सकती है। सचिन पायलट की मुख्यमंत्री बनने की संभावना पर आए इस बयान से राजनीतिक हलकों में चर्चाएं तेज हो गई हैं। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि कांग्रेस और भाजपा इस मुद्दे को किस तरह भुनाने की कोशिश करती हैं और आने वाले दिनों में राजस्थान की राजनीति किस दिशा में आगे बढ़ती है।
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