• ftr-facebook
  • ftr-instagram
  • ftr-instagram
search-icon-img

जब पायलट के गढ़ में कांग्रेस कार्यकारिणी की घोषणा हुई... तब छुपा था बड़ा अंतकर्लह!

Tonk District Congress Committee Reshuffle: 2020 में पायलट और गहलोत के बीच खटास के बाद कांग्रेस में जो सियासी उठापटक मची थी, (Tonk District Congress Committee Reshuffle) वह अब एक नई भंवर में फंसती नजर आ रही है। हाल ही...
featured-img

Tonk District Congress Committee Reshuffle: 2020 में पायलट और गहलोत के बीच खटास के बाद कांग्रेस में जो सियासी उठापटक मची थी, (Tonk District Congress Committee Reshuffle) वह अब एक नई भंवर में फंसती नजर आ रही है। हाल ही में पुनर्गठित टोंक की जिला कार्यकारिणी ने सचिन पायलट और जिलाध्यक्ष हरीप्रसाद बैरवा के लिए नए संकट की घंटी बजा दी है। वरिष्ठ मुस्लिम नेताओं और युवा कार्यकर्ताओं को नजरअंदाज कर दिया गया है, जिससे पार्टी के भीतर विद्रोह की आवाज़ें सुनाई दे रही हैं। क्या यह बगावत पायलट के गढ़ में कांग्रेस के भविष्य को संकट में डाल देगी?

मुस्लिम नेताओं की नाराजगी

जिला कार्यकारिणी की घोषणा शुक्रवार देर शाम जारी हुई, जिसमें पार्टी के लिए कई सालों से काम करने वाले मुस्लिम समाज के वरिष्ठ कार्यकर्ताओं को नजरअंदाज किया गया। कांग्रेस से जुड़े मुस्लिम समाज के लोग इस फैसले से बेहद नाराज हैं, और अंदरखाने चल रहे बगावती तेवर अब खुलकर सामने आ गए हैं।

नाराज नेताओं की बैठक

नाराज कांग्रेस के मुस्लिम समाज से जुड़े कई नेताओं ने कांग्रेस पार्षद अशरफ गुज के आवास पर एक महत्वपूर्ण बैठक बुलाई। इस बैठक में कांग्रेस जिलाध्यक्ष को बदले जाने और कार्यकारिणी में बदलाव करवाने का निर्णय लिया गया। जल्द ही नाराज नेताओं का एक प्रतिनिधि मंडल पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव सचिन पायलट से मुलाकात करेगा।

पायलट से अनशन की चेतावनी

नाराज नेताओं ने कहा कि यदि सचिन पायलट ने उनकी मांगें नहीं मानी, तो वे पायलट के सिविल लाइन्स स्थित 11 नंबर बंगले के सामने अनशन करेंगे। उन्होंने आरोप लगाया कि पार्टी में सीनियर नेताओं को दरकिनार कर ऐसे लोगों को जगह दी गई है, जिन्हें कोई जानता तक नहीं है।

2023 विधानसभा चुनाव का संदर्भ

मुस्लिम नेताओं ने आरोप लगाया कि 2023 में विधानसभा चुनाव के समय सचिन पायलट ने वादा किया था कि वे कार्यकर्ताओं से दूरियों को खत्म करेंगे। लेकिन चुनाव जीतते ही पायलट ने मुस्लिम आवाम को दरकिनार कर दिया है, जिससे पार्टी में असंतोष बढ़ गया है।

मुस्लिम जिलाध्यक्ष और टिकट की मांग

बैठक में नाराज नेताओं ने मांग की कि टोंक में मुस्लिम समाज का प्रतिनिधित्व मिले और पार्टी जिलाध्यक्ष का चयन मुस्लिम को सौंपा जाए। इसके अलावा, जिले के देवली-उनियारा विधानसभा में होने वाले उपचुनाव में सामान्य वर्ग के व्यक्ति को मौका मिलना चाहिए। उन्होंने आरोप लगाया कि पायलट एक विशेष व्यक्ति के कहने पर कर्मठ कार्यकर्ताओं को नजरअंदाज कर रहे हैं।

यह भी पढ़ें:क्या इस बार हनुमान बेनीवाल का दांव होगा बेकार...जानिए BJP का क्या है प्लान... कब होगा चुनाव?

.

tlbr_img1 होम tlbr_img2 शॉर्ट्स tlbr_img3 वेब स्टोरीज़ tlbr_img4 वीडियो