Bundi: राव सूरजमल स्मारक को लेकर दिल्ली में वार्ता...नई जगह नहीं होगा भूमि पूजन, 8 अक्टूबर को महापड़ाव यथावत
Rao Surajmal Memorial Controversy Bundi: बूंदी। कोटा एयरपोर्ट के लिए बूंदी के तुलसी गांव में राव सूरजमल हाड़ा का 600 साल प्राचीन स्मारक (Rao Surajmal Memorial Controversy Bundi) तोड़ने का विवाद अब भी जारी है। आज इस मामले में दिल्ली में बैठक हुई। जिसके बाद नई जगह पर स्मारक का प्रस्तावित भूमि पूजन कार्यक्रम निरस्त कर दिया गया है। स्थानीय लोग स्मारक को उसी जगह बनाने की मांग कर रहे हैं। जिसके बाद यह फैसला लिया गया है। हालांकि 8 अक्टूबर को प्रस्तावित महापड़ाव यथावत रहेगा।
राव सूरजमल स्मारक निर्माण को लेकर दिल्ली में हुई वार्ता
बूंदी के तुलसी गांव में पिछले दिनों कोटा एयरपोर्ट के लिए KDA की ओर से राव राजा सूरजमल हाड़ा के 600 साल पुराने स्मारक को ध्वस्त कर दिया गया था। KDA की इस कार्रवाई का विरोध होने के बाद सरकार ने अगले ही दिन नई जगह स्मारक के पुनर्निर्माण की घोषणा कर दी। मगर स्थानीय निवासी और राजपूत समाज के लोग स्मारक को उसी जगह फिर बनवाने की मांग कर रहे हैं। इस मामले में आज दिल्ली में कोटा-बूंदी सांसद और लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला की मौजूदगी में राजपूत समाज से वार्ता हुई। जिसमें एयरपोर्ट अथॉरिटी के अफसरों के साथ, KDA और प्रशासनिक अधिकारी भी शामिल हुए।
स्मारक के लिए नई जगह प्रस्तावित भूमि पूजन निरस्त
राजपूत समाज के प्रतिनिधिमंडल से वार्ता के बाद बूंदी में नई जगह पर स्मारक के लिए प्रस्तावित भूमि पूजन कार्यक्रम निरस्त कर दिया गया है। यह भूमि पूजन कार्यक्रम 3 अक्टूबर को होना था। मगर स्मारक ध्वस्त करने के विरोध में आंदोलन कर रहे पूर्व ब्रिगेडियर भूपेश सिंह हाड़ा का कहना है कि फिलहाल दिल्ली में इस मामले में विचार विमर्श हुआ है। जिसके बाद 3 अक्टूबर को नई जगह प्रस्तावित छतरी का भूमि पूजन निरस्त कर दिया है। वार्ता के दौरान प्रतिनिधिमंडल ने पुराने जागृत सथान पर ही स्मारक निर्माण की मांग रखी।
8 अक्टूबर को प्रस्तावित महापड़ाव यथावत
पूर्व ब्रिगेडियर भूपेश सिंह हाड़ा का कहना है- दिल्ली में सांसद ओम बिरला की मौजूदगी में वार्ता में हमने स्पष्ट किया कि छतरी पुराने जागृत स्थान पर ही बनाई जाएगी। इसके साथ ही कोटा एयरपोर्ट का नाम राव राजा सूरजमल के नाम करने और मुख्य द्वार पर उनकी आदमकद प्रतिमा लगाने की भी मांग की। इसके बाद 3 अक्टूबर को नई जगह प्रस्तावित भूमि पूजन कार्यक्रम निरस्त कर दिया गया है। मगर जब तक सरकार हमारी सभी मांगों को लेकर घोषणा नहीं कर देती, तब तक आंदोलन जारी रहेगा। करणी सेना के महिपाल सिह ने बताया कि 8 अक्टूबर को पूर्व घोषित महापड़ाव यथावत रहेगा। इस दौरान नवरात्र स्थापना के साथ ही नियमित रामायण पाठ होगा। रात के समय जागरण होंगे।
यह भी पढ़ें:Udaipur: आदमखोर पैंथर की तलाश में रातभर डटे रहे 150 कर्मचारी...पिंजरों में बैठकर किया इंतजार, नहीं लगा हाथ
.