"सीएम के सामने BJP विधायकों का फूटा गुस्सा!" दिलावर-नागर पर गंभीर आरोप, जानिए पूरी कहानी!
ajasthan Politics:राजस्थान की सियासत में तनाव उस वक्त बढ़ गया, जब कोटा संभाग के BJP विधायकों ने मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा से मंत्रियों की मनमानी को लेकर शिकायत दर्ज कराई। विधायकों का आरोप है कि मंत्री अपने पसंदीदा अधिकारियों की नियुक्ति करा रहे हैं, जिसके कारण स्थानीय विधायकों और जनता की समस्याओं की अनदेखी हो रही है।
बजट सत्र से पहले मुख्यमंत्री संभागवार विधायकों से संवाद कर रहे हैं। (Rajasthan Politics) शनिवार को कोटा संभाग के विधायकों ने अपनी चिंताएं सामने रखीं, जिनमें प्रशासनिक अनियमितताओं और जनता की सुनवाई न होने जैसे मुद्दे शामिल थे। संवाद के दौरान मंत्री भी मौजूद रहे, लेकिन विधायकों का आक्रोश स्पष्ट था।
रविवार को जोधपुर, उदयपुर, और भरतपुर संभाग के विधायकों से बातचीत की जाएगी, जबकि सोमवार को अन्य संभाग के विधायकों से संवाद होगा। यह घटनाक्रम सरकार और संगठन के बीच बढ़ती खाई को उजागर करता है, जो आगामी बजट सत्र में राजनीतिक समीकरणों को प्रभावित कर सकता है।
मदन दिलावर ...हीरालाल नागर पर सुनवाई न करने के आरोप
बीजेपी विधायकों ने शिक्षा मंत्री मदन दिलावर और मंत्री हीरालाल नागर पर आरोप लगाया है कि वे स्थानीय विधायकों की समस्याओं पर ध्यान नहीं देते और सरकार की योजनाओं को लेकर संवाद करने में रुचि नहीं दिखाते। यह शिकायत केवल एक या दो विधायकों की नहीं है, बल्कि अधिकांश विधायक मंत्रियों की कार्यशैली से नाराज हैं।
कांग्रेस नेताओं के प्रभाव में काम करवाने का दावा
कोटा संभाग की बैठक में विधायकों ने दावा किया कि क्षेत्र में बीजेपी नेताओं की तुलना में कांग्रेस नेताओं के कहने पर अधिक काम हो रहे हैं। बारां जिले का उदाहरण देते हुए विधायकों ने कहा कि मंत्री दिलावर कांग्रेस नेताओं के निर्देश पर काम करवा रहे हैं। पूर्व मंत्री प्रमोद जैन भाया और उनकी पत्नी पर भ्रष्टाचार और वित्तीय अनियमितताओं के आरोपों के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं हो रही है, जिससे जनता के बीच सरकार की छवि प्रभावित हो रही है।
सीएम ने विधायकों से पूछा कामकाज का हाल
संवाद कार्यक्रम में मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने विधायकों से उनके क्षेत्रों में बजट घोषणाओं के क्रियान्वयन का हाल जाना। उन्होंने पूछा कि कितनी घोषणाएं पूरी हुईं और किन वजहों से बाकी घोषणाएं अधूरी हैं। सीएम ने आगामी बजट के लिए सुझाव भी मांगे और विधायकों को आश्वासन दिया कि उनकी मांगों पर गंभीरता से विचार किया जाएगा। साथ ही उन्होंने मंत्रियों को निर्देश दिए कि वे विधायकों से संवाद बनाए रखें और उनकी राय का सम्मान करें।
विधानसभा सत्र से पहले नाराजगी खत्म करने की कोशिश
यह संवाद कार्यक्रम विधानसभा सत्र से पहले विधायकों की नाराजगी दूर करने की कवायद के रूप में देखा जा रहा है। पिछली बार कई बीजेपी विधायकों ने अपनी ही सरकार पर सवाल उठाए थे। ऐसे में सीएम भजनलाल शर्मा विधायकों से उनकी समस्याओं पर चर्चा कर समाधान निकालने की कोशिश कर रहे हैं, ताकि पार्टी में एकजुटता बनी रहे और सत्र के दौरान सरकार पर कोई आंच न आए।