5 सीटों पर उपचुनाव या लोकसभा की हार का दर्द? आखिर सीपी जोशी क्यों छोड़ रहे हैं BJP अध्यक्ष की कुर्सी?
Rajasthan BJP President CP Joshi: राजस्थान के सियासी गलियारों में एक बार फिर हलचल देखने को मिल सकती है जहां गुरुवार को बीजेपी खेमे से एक बड़ी खबर सामने आई जहां राजस्थान बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी ने आलाकमान को अपने पद से इस्तीफे की पेशकश कर दी है. बीजेपी से जुड़े सूत्रों का कहना है कि जोशी ने हाल में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात की है जहां उन्होंने अपना पद छोड़ने की पेशकश की है.
माना जा रहा है कि जोशी ने बीजेपी आलाकमान को सूचित किया है कि वह सांसद है और पार्टी में एक व्यक्ति और एक पद के रिवाज को बरकरार रखते हुए उन्हें अध्यक्ष का पद छोड़ देना चाहिए. मालूम हो कि जोशी ने इससे पहले भी विधानसभा चुनाव 2023 के नतीजे आने के बाद भी इस्तीफे की पेशकश कर चुके हैं लेकिन आलाकमान ने उनका इस्तीफा अस्वीकार कर दिया था.
इसके अलावा राजस्थान में हाल में लोकसभा चुनावों के बाद खाली हुई 5 सीटों पर उपचुनाव भी होने हैं ऐसे में माना जा रहा है कि बीजेपी हाईकमान जातिगत समीकरण साधने की दिशा में भी प्रदेश अध्यक्ष के पद पर नया चेहरा ला रही है. बताया जा रहा है कि बीजेपी का अगला प्रदेश अध्यक्ष मूल ओबीसी समुदाय से हो सकता है. हालांकि जोशी का इस्तीफा मंजूर नहीं हुआ है लेकिन उन्होंने आलाकमान से अपने इस्तीफे को स्वीकार करने की मांग की है.
लोकसभा चुनावों की हार बड़ी वजह!
बता दें कि सीपी जोशी ने हाल में गृहमंत्री अमित शाह से मुलाकात कर राजस्थान की 5 विधानसभा सीटों पर होने वाले उपचुनाव को लेकर चर्चा करने के साथ ही लोकसभा में 11 सीटें हारने के बाद मिले फीडबैक के बारे में ब्रीफ किया. दरअसल 2024 के लोकसभा चुनावों में बीजेपी ने 11 सीटों पर हार का सामना किया जिसके नतीजों के बाद अध्यक्ष के तौर पर सीपी जोशी की नैतिक जिम्मेदारी बन गई थी क्योंकि उन्होंने ही आलाकमान को जानकारी दी थी कि लोकसभा चुनावों में कौनसी सीट पर टिकटों के और चेहरों के क्या समीकरण रहेंगे.
दोनों बड़े पदों पर ब्राह्मण चेहरा!
वहीं वर्तमान में राजस्थान में सीएम और प्रदेशाध्यक्ष दोनों अहम पदों पर ब्राह्मण नेता हैं जिसके चलते कई दिनों से सीपी जोशी को बदले जाने की चर्चाएं चल रही थी. पार्टी हाईकमान चाहता था कि उपचुनाव से पहले दोनों अलग पदों पर अलग-अलग जाति के चेहरों को रखा जाए. बताया जा रहा है कि उपचुनावों को देखते हुए बीजेपी किसी ओबीसी या एससी वर्ग के नेता पर दांव चल सकती है. इसके अलावा पड़ोसी राज्य मध्यप्रदेश और हरियाणा में बीजेपी का प्रदेशाध्यक्ष ब्राह्मण है ऐसे में सीपी जोशी की जगह कोई नया चेहरा लाना ही था.
किन नामों की चलने लगी चर्चा?
गौरतलब है कि राजस्थान में अब होने जा रहे संगठन में बदलाव के तहत बीजेपी संगठन में किसी ओबीसी चेहरे को नेतृत्व दिया जा सकता है जहां नए प्रदेश अध्यक्ष की रेस में मदन राठौड़, प्रभुलाल सैनी और राजेंद्र गहलोत के नाम सबसे आगे चल रहे हैं. जानकारी के लिए बता दें कि मदन राठौड़ और राजेंद्र गहलोत वर्तमान में राज्यसभा सांसद हैं और प्रभुलाल सैनी संगठन और पिछली सरकारों में कई अहम पदों पर रहे हैं.
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