मंत्रियों के घर तोड़फोड़ करो, 50 लाख देंगे! गुंजल के बयान ने थप्पड़कांड को नया ट्विस्ट दिया
Rajasthan Politics: राजनीति में अक्सर घोषणाओं और वादों का दौर चलता रहता है, लेकिन कभी-कभी ये वादे और बयान विवादों का कारण बन जाते हैं। हाल ही में, कांग्रेस नेता प्रहलाद गुंजल का एक बयान प्रदेश की राजनीति में गरमा गया। (Rajasthan Politics)देवली-उनियारा के समरावता गांव में ग्रामीणों से बातचीत के दौरान उन्होंने सरकार के रवैये पर तीखा हमला किया। यह बयान सीधे तौर पर मुख्यमंत्री और उनकी सरकार की नीतियों पर सवाल उठा रहा है, जिससे राजनीतिक माहौल में नया विवाद उत्पन्न हो गया है। गुंजल ने कहा कि सरकार ने आम जनता के हित में काम करने के बजाय उनके अपमान की कीमत 50 लाख रुपए तय की है। अब सवाल यह उठता है कि क्या यह राजनीति का एक नया मोड़ है या फिर एक और चुनावी हथकंडा?
50 लाख रुपए तो चंदा इकट्ठा कर, सरकार को ही दे देंगे
कांग्रेस नेता प्रहलाद गुंजल ने समरावता कांड को लेकर भजनलाल सरकार पर तीखा हमला किया। उन्होंने आरोप लगाया कि मंत्री जवाहर सिंह बेढ़म और डॉ. किरोडी लाल मीणा ने ग्रामीणों को 50 लाख रुपए की सहायता देने का वादा किया, लेकिन असल में गांव वालों पर जुल्म करने वालों पर कोई कार्रवाई नहीं की गई। गुंजल ने कहा कि ये 50 लाख रुपए तो समरावता के ग्रामीण मंत्रियों को देने को तैयार हैं, बस उनके मकानों में तोड़फोड़ करने दी जाए।
न्याय की उम्मीद में महापंचायत की धमकी
गुंजल ने समरावता गांव में घटना के 18 दिन बाद पहुंचकर सरकार पर हमला बोला। उन्होंने कहा कि अगर गांव वालों को न्याय नहीं मिलता, तो वे महापंचायत आयोजित करेंगे और धरना देंगे। गुंजल ने मामले की न्यायिक जांच और ग्रामीणों को हुए नुकसान की भरपाई की मांग की, साथ ही दोषी अफसरों और पुलिस द्वारा किए गए अत्याचारों पर सख्त कार्रवाई की भी अपील की।
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