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Rajasthan By-Election 2024: राजस्थान में 7 नए MLA चुनने निकले मतदाता, कई सीटों पर त्रिकोणीय कड़ी टक्कर

Rajasthan by-election 2024: राजस्थान में विधानसभा उपचुनाव का माहौल गरम है। बुधवार सुबह 7 बजे से 7 विधानसभा सीटों पर मतदान प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। दौसा, झुंझुनूं, देवली उनियारा, रामगढ़, खींवसर, सलूंबर और चौरासी की सीटों पर प्रत्याशियों के भाग्य...
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Rajasthan by-election 2024राजस्थान में विधानसभा उपचुनाव का माहौल गरम है। बुधवार सुबह 7 बजे से 7 विधानसभा सीटों पर मतदान प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। दौसा, झुंझुनूं, देवली उनियारा, रामगढ़, खींवसर, सलूंबर और चौरासी की सीटों पर प्रत्याशियों के भाग्य का फैसला करने के लिए मतदाता शाम 6 बजे तक अपने नजदीकी मतदान केंद्रों पर वोट दे सकेंगे।(Rajasthan by-election 2024) इन सीटों पर कुल 69 उम्मीदवार अपनी किस्मत आजमा रहे हैं। सभी दलों के लिए यह उपचुनाव काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है, जो राजस्थान की राजनीति में आगामी चुनावी समीकरणों को प्रभावित कर सकता है।

सत्तारूढ़ कांग्रेस पर दोहराने का दबाव

इस उपचुनाव में कांग्रेस के लिए चुनौती यह है कि वह लोकसभा चुनाव में मिले समर्थन को दोहरा सके। पार्टी के नेताओं के लिए यह अपने वर्चस्व को बरकरार रखने का मौका है, जबकि जनता की ओर से अपेक्षाएं और अधिक हैं।

क्षेत्रीय दलों के लिए अस्तित्व की लड़ाई

राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी और भारत आदिवासी पार्टी जैसे क्षेत्रीय दलों के लिए यह उपचुनाव उनके राजनीतिक अस्तित्व की लड़ाई के रूप में देखा जा रहा है। इन दलों के लिए यह अवसर है कि वे अपनी क्षेत्रीय पकड़ और समर्थकों का भरोसा बनाए रखें।

भजनलाल सरकार के लिए लिटमस टेस्ट

राजस्थान में 10 महीने पुरानी भाजपा की भजनलाल सरकार के लिए यह उपचुनाव लिटमस टेस्ट से कम नहीं है। सात में से केवल एक सीट पहले से भाजपा के पास है, इसीलिए मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने चुनाव प्रचार की कमान स्वयं संभाली और मतदाताओं को अपनी सरकार की नीतियों से प्रभावित करने का हरसंभव प्रयास किया।

मतदान केंद्रों पर विशेष तैयारियां

मतदान केंद्रों को आकर्षक ढंग से सजाया गया है, जिससे वोटर्स को बेहतर अनुभव मिल सके। पुरुषों के साथ महिला वोटर्स की भी अच्छी संख्या देखने को मिल रही है, जो चुनाव में जनभागीदारी की मजबूत उपस्थिति को दर्शाता है। हालांकि शुरुआती दौर में चौरासी विधानसभा के एक बूथ पर ईवीएम में तकनीकी दिक्कत के चलते मतदान 15 मिनट के लिए रुका, जिसे ठीक करने के बाद प्रक्रिया फिर से सुचारू रूप से चल रही है।

23 नवंबर को आएंगे उपचुनाव के परिणाम

राजस्थान की सात विधानसभा सीटों पर हो रहे उपचुनाव के नतीजे 23 नवंबर को घोषित किए जाएंगे। इनमें से देवली-उनियारा सीट पर सबसे अधिक 3.02 लाख वोटर्स हैं। इन उपचुनावों के परिणाम सत्ताधारी पार्टी और विपक्ष, दोनों के राजनीतिक दृष्टिकोण और भविष्य की रणनीतियों को प्रभावित कर सकते हैं।

कांटे की टक्कर वाली सीटें

खींवसर, सलूंबर, चौरासी, देवली-उनियारा और झुंझुनूं की सीटों पर इस बार मुकाबला बेहद कड़ा नजर आ रहा है। 69 उम्मीदवार अपनी किस्मत आजमा रहे हैं, जिनमें से कई सीटों पर छोटी-छोटी बढ़तें ही जीत और हार का अंतर तय कर सकती हैं।

दिग्गज नेताओं की प्रतिष्ठा दांव पर

इन उपचुनावों में कई बड़े नेताओं की साख भी दांव पर है। खींवसर सीट से हनुमान बेनीवाल की पत्नी चुनाव मैदान में हैं, जबकि दौसा सीट पर किरोड़ी लाल मीणा के भाई चुनावी जंग लड़ रहे हैं। इन सीटों के नतीजे इन दिग्गजों की राजनीतिक पकड़ का भी एक अहम संकेत देंगे।

भाजपा उम्मीदवार का बयान: "वंशवाद समाप्त होगा"

झुंझुनूं से भाजपा प्रत्याशी राजेंद्र भांबू ने मतदान के दौरान बड़ा बयान देते हुए कहा कि इस चुनाव में वंशवाद की राजनीति को खत्म करने का समय आ गया है और भाजपा की जीत निश्चित है। भांबू ने शहर के वार्ड नंबर 57 में जागिड़ मंगल भवन में बने मतदान केंद्र पर अपने मताधिकार का प्रयोग किया और पार्टी के पक्ष में जीत का भरोसा जताया।

मतदान को लेकर जबरदस्त उत्साह

सलूंबर विधानसभा क्षेत्र में मतदान के प्रति लोगों का उत्साह देखते ही बन रहा है। राजकीय उच्च माध्यमिक स्कूल पलोदड़ा के मतदान केंद्र पर महिला मतदाता लाइन में लगी हुईं हैं, पहचान पत्र दिखाकर अपनी बारी का इंतजार कर रही हैं। इस चुनाव में हर वर्ग के मतदाताओं में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेने का जोश है, जो लोकतंत्र के प्रति उनकी जागरूकता को दर्शाता है।

चौरासी में ईवीएम खराबी से 15 मिनट रुका मतदान

डूंगरपुर जिले के चौरासी विधानसभा क्षेत्र में मतदान की शुरुआत में ही तकनीकी बाधा का सामना करना पड़ा। भंडारा भादर के बूथ संख्या 105 पर ईवीएम में तकनीकी खराबी आने के कारण वोटिंग प्रक्रिया 15 मिनट तक रुकी रही। इस समस्या की सूचना मिलते ही सेक्टर मजिस्ट्रेट को बुलाया गया, जिन्होंने ईवीएम की खराबी को ठीक कर मतदान पुनः शुरू कराया।

सुबह-सुबह वोटिंग के लिए उमड़े मतदाता

दौसा के पीजी कॉलेज स्थित मतदान केंद्र पर सुबह से ही मतदाताओं का उत्साह देखने लायक था। लोग मतदान के प्रति अपनी जिम्मेदारी निभाने के लिए घरों से जल्दी निकल गए और मतदान केंद्रों पर लंबी कतारें देखने को मिलीं। विभिन्न उम्र के मतदाताओं की भागीदारी से चुनावी माहौल और भी जीवंत हो गया है।

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