Rajasthan: खींवसर उपचुनाव! दिव्या मदेरणा और हनुमान बेनीवाल के बीच तूफानी जुबानी जंग, कौन बनेगा 'सुपर चौधरी'?
Rajasthan By-Election 2024:राजस्थान विधानसभा उपचुनाव में हनुमान बेनीवाल और दिव्या मदेरणा के बीच जारी सियासी टकराव ने चुनावी माहौल को और भी गरमा दिया है।(Rajasthan By-Election 2024) दोनों नेता सार्वजनिक मंचों पर एक-दूसरे के खिलाफ तीखे आरोप और बयान दे रहे हैं, जिससे राजनीतिक गहमा-गहमी चरम पर है। यह जुबानी जंग सिर्फ नेताओं तक सीमित नहीं रही, बल्कि जनता भी सक्रिय हो चुकी है, और अब लोग अपने-अपने नेता का समर्थन करने के लिए खुलकर सामने आ रहे हैं। गली-नुक्कड़ से लेकर सोशल मीडिया तक, यह सियासी मुकाबला चर्चा का केंद्र बन चुका है। अब देखना यह होगा कि इस जुबानी युद्ध का असर उपचुनाव के नतीजों पर किस हद तक पड़ता है।
मदेरणा का तीखा हमला: बेनीवाल पर उठाए सवाल
3 नवंबर को दिव्या मदेरणा का बयान एक नई सियासी हलचल का कारण बन गया, जब उन्होंने खींवसर के पास लोहावट में हनुमान बेनीवाल पर तंज कसा। मदेरणा ने बेनीवाल का नाम लिए बिना कहा कि नागौर में उनकी हालत खराब है और वे अब तक लोगों के पैर पकड़ने की स्थिति में आ चुके हैं। उन्होंने यह भी सवाल उठाया कि क्या वे समाज की बेटी नहीं हैं और उनके परिवार ने विकास के लिए अपनी पूरी ज़िन्दगी समर्पित की, तो फिर उन्हें हराने की धमकी क्यों दी जा रही है। उनके इस बयान ने न केवल विपक्षी नेता की सियासत को चुनौती दी, बल्कि एक बार फिर खींवसर उपचुनाव के सियासी मैदान को गर्म कर दिया।
बेनीवाल का तीखा पलटवार.. 'कांग्रेस को वोट दिलवा रही हो, शर्म नहीं आती!'
6 नवंबर को हनुमान बेनीवाल ने दिव्या मदेरणा के बयान पर करारा पलटवार किया। उन्होंने कहा कि वह अपनी चुनावी क्षेत्र में सुबह 4 बजे भी घूमे, तो इसमें किसी को क्या तकलीफ हो सकती है? बेनीवाल ने यह भी कहा कि वह चुनाव लड़ने के लिए अपने घर से ही मैदान में हैं और अपनी पूरी ताकत से लड़ाई लड़ेंगे। इसके साथ ही, उन्होंने मदेरणा पर आरोप लगाते हुए कहा कि वह बीजेपी को वोट दिलवा रही हैं और कांग्रेस की टिकट पर चुनाव लड़ने के बावजूद बीजेपी का समर्थन करने में शर्म महसूस नहीं करतीं। उन्होंने यह भी कहा कि दिव्या के दादा-पापा ने जोधपुर और नागौर को बर्बाद कर दिया। इस बयान ने सियासी हलचल और तेज कर दी है।
दिव्या मदेरणा का दर्दनाक बयान: 'क्या मुझे कुएं में डूबकर मर जाना चाहिए?'
7 नवंबर को दिव्या मदेरणा ने हनुमान बेनीवाल के बयान का विरोध करते हुए सोशल मीडिया पर एक भावुक पोस्ट साझा किया। उन्होंने लिखा, "क्या मुझे कुएं में डूबकर मर जाना चाहिए?" और यह सवाल उठाया कि सार्वजनिक सभा में एक सांसद उनके मरने की कामना कैसे कर सकते हैं। दिव्या ने इस दौरान अपनी संघर्ष यात्रा का जिक्र करते हुए कहा कि उन्होंने हमेशा ओसियां और राजस्थान के किसान वर्ग की आवाज़ बुलंद की और कठिन पारिवारिक परिस्थितियों के बावजूद कभी हार नहीं मानी। उन्होंने यह भी कहा कि किसान वर्ग की बेटियां भी राजनीति में अपना स्थान बना सकती हैं और यही उनका संघर्ष रहा है। दिव्या ने अपनी पोस्ट के अंत में सवाल किया, "क्या मुझे मर जाना चाहिए?"
हनुमान बेनीवाल पर दिव्या मदेरणा का तंज: 'अहंकार के साथ कोई राजनीति में सफल नहीं हो सकता'
8 नवंबर को दिव्या मदेरणा ने अपने एक भाषण का वीडियो शेयर करते हुए हनुमान बेनीवाल को अहंकारी बताया। उन्होंने कहा, "जिसको अहंकार आ जाएगा, वह कभी किसी क्षेत्र में सफल नहीं हो सकता, राजनीति में तो कतई नहीं।" मदेरणा ने आरोप लगाया कि बेनीवाल ने जाटों के बीच बगावत कर 90 प्रतिशत वोट कटवा दिए थे, और यह "विध्वंसकारी" कार्य था। उन्होंने बेनीवाल को चेतावनी दी कि अगर उनकी यह सोच लोगों को पसंद आती है तो वे शून्य की ओर बढ़ रहे हैं।
खींवसर उपचुनाव पर गहरी छाप: बेनीवाल के लिए ये चुनाव निर्णायक साबित हो सकता है
राजस्थान के खींवसर उपचुनाव में अब तक की सबसे बड़ी राजनीतिक जंग हो रही है, जहां दोनों नेताओं के बीच की जुबानी जंग चुनावी समीकरण को प्रभावित कर रही है। हनुमान बेनीवाल के लिए यह चुनाव अपनी पार्टी के अस्तित्व के लिए बेहद महत्वपूर्ण है, और वे लगातार अपने बयानों से मतदाताओं को अपनी ओर आकर्षित करने की कोशिश कर रहे हैं। लेकिन दिव्या मदेरणा के हमले ने इस चुनाव को और भी दिलचस्प बना दिया है, और अब खींवसर की जनता को यह तय करना है कि उन्हें अपना अगला 'सुपर चौधरी' कौन बनाना है।
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