राजस्थान के बाद महाराष्ट्र-झारखंड में दिखेगा राजनीति का असली खेल! कौन ले जाएगा जीत का ताज?
Maharashtra Jharkhand 2024 Battle: भारतीय राजनीति में चुनावी मौसम के दौरान विभिन्न दलों के नेताओं की सक्रियता और रणनीतिक दौरे पार्टी की जीत सुनिश्चित करने के लिए महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। (Maharashtra Jharkhand 2024 Battle)महाराष्ट्र चुनाव में भाजपा और कांग्रेस के बीच बढ़ती प्रतिस्पर्धा ने इस संघर्ष को और रोचक बना दिया है।
मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा पिछले दो दिनों से महाराष्ट्र के दौरे पर हैं, जहां वे भाजपा के प्रचार अभियान को गति दे रहे हैं। भाजपा ने चुनावी रणनीति को मजबूत करने के लिए अपने वरिष्ठ नेताओं को अलग-अलग सीटों की ज़िम्मेदारी सौंप रखी है। दूसरी ओर, कांग्रेस ने भी अपनी रणनीति में बदलाव करते हुए राष्ट्रीय महासचिव सचिन पायलट और पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को मुंबई में अलग-अलग क्षेत्रों की जिम्मेदारी दी है। इनके साथ-साथ कांग्रेस के एक दर्जन वरिष्ठ नेता भी चुनाव प्रचार में जुट गए हैं।
यह चुनावी दौर न केवल राजनीतिक समीकरणों को पुनः परिभाषित कर रहा है, बल्कि जनता के बीच राजनीतिक दलों की छवि को भी प्रभावित कर रहा है। आगामी चुनाव नतीजे यह तय करेंगे कि महाराष्ट्र की जनता किस दल के साथ खड़ी होती है।
मुख्यमंत्री ने राजस्थानी समाज सम्मेलन में की राष्ट्रवादी विचारों की अपील
मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने महाराष्ट्र के मुंबई और पुणे सहित विभिन्न इलाकों में प्रवासी राजस्थानियों की जनसभाओं को संबोधित किया। उन्होंने राजस्थानी समाज सम्मेलन में महायुति गठबंधन के पक्ष में वोट की अपील करते हुए महाविकास अघाड़ी को जमकर निशाने पर लिया। मुख्यमंत्री ने कहा कि महाअघाड़ी गठबंधन नहीं, बल्कि "ठगबंधन" है, जिसने जनता को ठगने का काम किया है। उन्होंने प्रवासी राजस्थानियों को संबोधित करते हुए राष्ट्रवादी विचारधारा को सर्वोपरि बताया।
डोटासरा ने महाविकास अघाड़ी प्रत्याशियों के समर्थन में की जनसभा
कांग्रेस नेता डोटासरा ने महाराष्ट्र में महाविकास अघाड़ी के उम्मीदवारों के पक्ष में प्रचार किया। उन्होंने मुंबादेवी से कांग्रेस प्रत्याशी अमीन पटेल, मालाबार हिल से शिवसेना-UBT के भैरूलाल चौधरी, और कोलाबा से कांग्रेस प्रत्याशी हीरा देवासी के समर्थन में जनसभाएं कीं। डोटासरा ने अघाड़ी गठबंधन की ताकत को मजबूत करने का आह्वान किया।
कांग्रेस के दिग्गज नेताओं की उपस्थिति
महाविकास अघाड़ी के प्रचार अभियान में कांग्रेस के कई वरिष्ठ नेताओं ने भाग लिया। इनमें पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, महासचिव जितेंद्र सिंह, नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली, और पूर्व मंत्री रघु शर्मा सहित कई अन्य प्रमुख नेता शामिल रहे। इन नेताओं का उद्देश्य महाराष्ट्र में प्रवासी राजस्थानियों की निर्णायक भूमिका वाले आठ से दस विधानसभा क्षेत्रों में कांग्रेस के लिए समर्थन जुटाना था।
प्रवासी राजस्थानियों पर नजर
मुंबई में बड़ी संख्या में प्रवासी राजस्थानी रहते हैं, जो महाराष्ट्र की राजनीति में निर्णायक स्थिति रखते हैं। भाजपा और कांग्रेस, दोनों ही पार्टियों के प्रचार अभियानों का उद्देश्य इन मतदाताओं को अपने पक्ष में करना है। यह चुनावी रणनीति महाराष्ट्र के राजनीतिक समीकरणों में अहम भूमिका निभा सकती है।
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