थप्पड़कांड पर किरोड़ीलाल की बगावत! बयान बदलने पर ग्रामीणों को सुनाई खरी-खरी, सीएम से मुलाकात का किया विरोध
Kirodi Lal Meena News : थप्पड़कांड विवाद अब भी गरमाता जा रहा है, जहां ग्रामीणों पर दर्ज मुकदमों को लेकर राजनीतिक हलचल तेज हो गई है। आज इस विवाद को लेकर आरएलपी के नेता (Kirodi Lal Meena News)किरोड़ी लाल मीणा ने गृह राज्यमंत्री जवाहर सिंह बेढ़म से जयपुर में मुलाकात की। इस मुलाकात में किरोड़ी और उनके साथ ग्रामीणों के प्रतिनिधिमंडल ने अपनी बात रखी, लेकिन वार्ता के दौरान किरोड़ी काफी नाराज हो गए। उन्होंने प्रतिनिधिमंडल के सदस्यों से सवाल किया कि वे बार-बार बयान क्यों बदल रहे हैं। हालांकि, विवाद के बावजूद किरोड़ी लाल मीणा बाद में सीएम से मिलने पहुंचे, जिससे यह मुद्दा राजनीतिक गलियारों में और भी गर्म हो गया है।
संभागीय आयुक्त जांच पर ग्रामीणों की आपत्ति
मंत्री किरोड़ीलाल मीणा, गृह राज्यमंत्री जवाहर सिंह बेढ़म और कन्हैया लाल ने समरावता (टोंक) गांव में हुई हिंसा की संभागीय आयुक्त स्तर पर जांच की सहमति का बयान दिया था। इसके बाद मौके पर मौजूद कुछ ग्रामीणों ने इस फैसले का विरोध करते हुए न्यायिक जांच की मांग उठाई। ग्रामीणों का कहना था कि न्यायिक जांच ही निष्पक्ष होगी।
किरोड़ी मीणा ने जताई नाराजगी
ग्रामीणों की आपत्ति पर मंत्री किरोड़ीलाल भड़क गए। गाड़ी से उतरकर उन्होंने ग्रामीणों से कहा, "हमने आपसे सहमति के बाद बयान दिया था। अब आप बयान क्यों बदल रहे हो? यह गलत संदेश देता है। आप लोग हम पर दबाव बना रहे हो।"
मुख्यमंत्री के पास जाने से इनकार
किरोड़ी ने कहा, "अब मैं मुख्यमंत्री के पास नहीं जाऊंगा। गहलोत, डोटासरा या पायलट के पास जाओ। अगर वे कलेक्टर और एसपी को गिरफ्तार कर सकते हैं तो कराएं। अब अपना बयान सही करो।"
क्या है समरावता गांव का मामला?
देवली-उनियारा विधानसभा के समरावता (टोंक) गांव में 13 नवंबर को उपचुनाव के दौरान वोटिंग का बहिष्कार किया गया था। निर्दलीय प्रत्याशी नरेश मीणा और ग्रामीण धरने पर बैठे थे। इस दौरान नरेश ने अधिकारियों पर जबरन मतदान कराने का आरोप लगाते हुए पोलिंग बूथ में घुसने की कोशिश की।
थप्पड़कांड से बढ़ा विवाद
जब SDM अमित चौधरी ने नरेश को रोकने की कोशिश की, तो नरेश ने तैश में आकर उन्हें थप्पड़ मार दिया। इसके बाद ग्रामीणों ने पोलिंग पार्टियों को रोकने की कोशिश की और SP विकास सांगवान की गाड़ी तोड़ दी।
ग्रामीणों और पुलिस के बीच झड़प
नरेश की गिरफ्तारी के बाद ग्रामीणों ने पुलिस को घेर लिया और पथराव व आगजनी शुरू कर दी। पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा। इस झड़प में 50 से ज्यादा लोग घायल हुए, जिनमें 10 पुलिसकर्मी भी शामिल थे। मामले को लेकर बयानबाजी और विरोध के बीच समाधान की प्रक्रिया जारी है। ग्रामीणों की आपत्तियों और जांच के स्वरूप को लेकर असहमति का माहौल बना हुआ है।
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