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बांगलादेश में हिंदुओं पर अत्याचार! जयपुर में साधु-संतों का प्रदर्शन; बीजेपी MLA बोले- ‘यह मुगलकाल नहीं!’

Bangladesh Hindu persecution protest Jaipur: बांगलादेश में हिंदू अल्पसंख्यकों पर हो रहे अत्याचार के खिलाफ जयपुर के बड़ी चौपड़ पर बुधवार को एक बड़ा विरोध प्रदर्शन हुआ। ( Bangladesh Hindu persecution protest Jaipur)इस प्रदर्शन में आरएसएस के स्वयंसेवक, साधु-संत और...
07:15 PM Dec 03, 2024 IST | Rajesh Singhal

Bangladesh Hindu persecution protest Jaipur: बांगलादेश में हिंदू अल्पसंख्यकों पर हो रहे अत्याचार के खिलाफ जयपुर के बड़ी चौपड़ पर बुधवार को एक बड़ा विरोध प्रदर्शन हुआ। ( Bangladesh Hindu persecution protest Jaipur)इस प्रदर्शन में आरएसएस के स्वयंसेवक, साधु-संत और विभिन्न हिंदू संगठनों के सदस्य बड़ी संख्या में शामिल हुए। प्रदर्शनकारियों ने भारत सरकार से तत्काल हस्तक्षेप की अपील करते हुए बांगलादेश पर कड़े प्रतिबंध लगाने की मांग की। हाथों में तख्तियां और नारेबाजी के साथ इन लोगों ने अपनी आवाज़ उठाई, ताकि बांगलादेश में हिंदू समुदाय की सुरक्षा सुनिश्चित हो सके और अत्याचारों पर रोक लगे।

विधायक बाल मुकुंदाचार्य ने जताई चिंता

जयपुर के बड़ी चौपड़ पर बांग्लादेश में हिंदू अल्पसंख्यकों पर हो रहे अत्याचार के खिलाफ एक बड़ा विरोध प्रदर्शन हुआ, जिसमें संतों और हिंदू संगठनों के लोगों ने भाग लिया। इस रैली का नेतृत्व हवामहल क्षेत्र के बीजेपी विधायक बाल मुकुंदाचार्य ने किया। उन्होंने बांग्लादेश में बढ़ती हिंसा और जिहादी मानसिकता के खिलाफ विरोध व्यक्त करते हुए, भारत सरकार से तत्काल हस्तक्षेप करने की मांग की।

‘जात-पात की करो विदाई, हम सब हिंदू भाई-भाई’ के नारे

प्रदर्शनकारियों ने हाथों में तख्तियां और नारेबाजी करते हुए अपने विरोध को प्रदर्शित किया। 'जात-पात की करो विदाई, हम सब हिंदू भाई-भाई' जैसे नारे गूंजे। यह रैली बांग्लादेश में हिंदू समाज पर हो रहे अत्याचारों के खिलाफ भारतीय समाज की एकजुटता को दर्शाती है।

बाल मुकुंदाचार्य ने किया दरगाह विवाद पर भी बयान

जब विधायक बाल मुकुंदाचार्य से अजमेर दरगाह में मंदिर होने के दावे के बारे में सवाल किया गया, तो उन्होंने कहा, “हमने राम मंदिर के लिए भी 528 साल इंतजार किया था, लेकिन अब यह समय बदल चुका है। आज देश में भगवा और हिंदू धर्म का समय है।” उन्होंने यह भी कहा कि अगर पुराने धर्म स्थलों में मंदिरों के अवशेष हैं, तो उन्हें सनातनियों को पूजा के लिए सौंपा जाए।

दरगाह मामला और अदालत की कार्रवाई

इस बीच, अजमेर दरगाह में मंदिर होने के दावे को लेकर बुधवार को सिविल न्यायालय ने सुनवाई की और संबंधित पक्षों को नोटिस जारी किया। अदालत ने इस मामले पर 20 दिसंबर को अगली सुनवाई तय की है।

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