भाकर का बड़ा आरोप! जाट अधिकारियों के ट्रांसफर में राजनीतिक साजिश, सदन में मचा बवाल, जानें क्या बोले!
Rajasthan Budget Session: राजस्थान विधानसभा के बजट सत्र में गुरुवार को कांग्रेस के निलंबित विधायक मुकेश भाकर ने सदन में वापसी के बाद एक बार फिर सरकार पर तीखा हमला बोला। उन्होंने सरकार की तबादला नीति को लेकर गंभीर सवाल उठाए और आरोप लगाया कि जातिवाद के आधार पर तबादले किए जा रहे हैं। (Rajasthan Budget Session) भाकर ने यह भी कहा कि जाट अफसरों और कर्मचारियों के तबादले जाति देखकर किए गए हैं, और इस संदर्भ में शेखावाटी और मारवाड़ के जाट समाज को निशाना बनाए जाने का आरोप लगाया। उनकी इस टिप्पणी ने सदन का माहौल गरमा दिया, और उन्होंने चेतावनी दी कि गांवों में जनता अधिकारियों को घुसने नहीं देगी।
संसदीय कार्य मंत्री जोगाराम ने कांग्रेस पर की टिप्पणी
संसदीय कार्य मंत्री जोगाराम ने कांग्रेस के नेताओं को तंज करते हुए कहा कि कांग्रेस को मुख्यमंत्री पर सीधे हमला करने से बचना चाहिए। इस बयान के बाद कांग्रेस नेताओं ने जमकर विरोध किया और तबादलों के मामले में निष्पक्ष जांच की जोरदार मांग की।
जाट समाज को टारगेट किया जा रहा है
मुकेश भाकर ने अपने बयान में कहा कि जाट समाज के अधिकारियों और कर्मचारियों के ट्रांसफर जाति के आधार पर किए गए हैं, जिससे समाज में असंतोष और तनाव पैदा हो रहा है। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि यह सिलसिला जारी रहा, तो गांवों में सरकार को घुसने नहीं दिया जाएगा।
तबादले राजनीतिक प्रतिशोध का हिस्सा
कांग्रेस और अन्य विपक्षी दलों ने आरोप लगाया कि सरकार ने तबादलों का इस्तेमाल राजनीतिक प्रतिशोध के रूप में किया है, खासकर झुंझुनू जैसे इलाकों में। उन्होंने कहा कि यह कदम लोकतांत्रिक मूल्यों के खिलाफ है और इसकी निष्पक्ष जांच होनी चाहिए।
सरकार की ओर से आरोपों को नकारा
सरकार ने इन आरोपों को सिरे से नकारते हुए कहा कि तबादला प्रक्रिया केवल प्रशासनिक जरूरतों को ध्यान में रखते हुए की गई है, और इसमें किसी प्रकार का जातिवाद या राजनीतिक उद्देश्य नहीं था। इस पर विपक्ष ने जवाबी आरोप लगाते हुए कहा कि यह केवल एक बचाव की रणनीति है।
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