मुक्के-लात और आरोपों की बरसात! जयपुर BJP दफ्तर में भिड़े कार्यकर्ता, मदन राठौड़ ने जताई नाराजगी
Rajasthan BJP: राजस्थान की राजनीति में इन दिनों उथल-पुथल मची हुई है। भाजपा के अंदरूनी विवाद अब खुलकर सामने आने लगे हैं। हाल ही में जयपुर स्थित भाजपा मुख्यालय में एक अप्रत्याशित घटना सामने आई, जिसने प्रदेश की राजनीति में हलचल मचा दी।
गुरुवार को भाजपा के अल्पसंख्यक मोर्चा की बैठक के दौरान दो कार्यकर्ताओं के बीच अचानक विवाद हो गया। बताया जा रहा है कि विवाद की शुरुआत स्वागत समारोह को लेकर हुई असहमति से हुई,(Rajasthan BJP)लेकिन बात इतनी बढ़ गई कि कार्यकर्ता आपस में भिड़ गए और लात-घूंसे चलने लगे। इस दौरान प्रदेश भाजपा अध्यक्ष मदन राठौड़ भी बैठक में मौजूद थे, लेकिन उनके सामने ही पार्टी अनुशासन की धज्जियां उड़ गईं।
इस घटना के बाद भाजपा की साख पर सवाल उठने लगे हैं। पार्टी का अनुशासन और एकजुटता खतरे में नजर आ रही है। राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि आगामी चुनावों से पहले भाजपा के लिए यह अंदरूनी कलह नुकसानदायक साबित हो सकती है। अब देखना होगा कि पार्टी इस घटना पर क्या कदम उठाती है और दोषियों के खिलाफ क्या कार्रवाई होती है।
कार्यकर्ताओं ने विवाद को शांत करने की कोशिश
बैठक में मौजूद अन्य कार्यकर्ताओं ने स्थिति को संभालने की पूरी कोशिश की और दोनों पक्षों को अलग करने का प्रयास किया। सूत्रों का कहना है कि यह विवाद तब शुरू हुआ, जब एक कार्यकर्ता ने दूसरे पर स्वागत में लापरवाही का आरोप लगाया, जिसके बाद बात बढ़ती चली गई। प्रदेश भाजपा अध्यक्ष मदन राठौड़ ने मामले को शांत कराने की कोशिश भी की, लेकिन कार्यकर्ताओं के बीच विवाद चलता रहा। बताया जा रहा है कि इस मामले की जांच की जा सकती है और अनुशासनहीनता पर कार्रवाई की संभावना भी जताई जा रही है।
कैसे हुई कार्यकर्ताओं में हाथापाई?
गुरुवार को भाजपा मुख्यालय में अल्पसंख्यक मोर्चा की बैठक के दौरान विवाद शुरू हुआ। जैसे ही बैठक शुरू हुई, मोर्चा के कार्यकर्ता जैकी प्रदेशाध्यक्ष मदन राठौड़ को मंच तक लेकर आए। जैसे ही वे मंच पर चढ़ने लगे, मोर्चे के प्रदेश महामंत्री जावेद कुरैशी ने उन्हें रोका। इस पर जैकी ने गुस्से में जावेद को थप्पड़ जड़ दिया। इसके बाद दोनों के बीच धक्का-मुक्की और हाथापाई शुरू हो गई। प्रदेशाध्यक्ष के सामने ही यह हंगामा चलता रहा। स्थिति बिगड़ते देख भाजपा के अन्य पदाधिकारियों ने तुरंत हस्तक्षेप किया और दोनों कार्यकर्ताओं को अलग कर विवाद को खत्म करने का प्रयास किया। इस अप्रत्याशित घटना से पार्टी की अनुशासनहीनता पर सवाल खड़े हो गए हैं। अब देखना होगा कि पार्टी इस मामले में क्या कदम उठाती है।
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