धीरज गुर्जर का विवादित बयान!"जूते मारकर काम कराऊंगा, जब तक जिंदा हूं, कोटड़ी और कोठाज नहीं छोड़ूंगा!"
Dheeraj Gurjar controversy: कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव और पूर्व विधायक धीरज गुर्जर ने एक बार फिर अपने बयान से विवाद खड़ा कर दिया है। शनिवार रात भीलवाड़ा के कोठाज गांव में भजन संध्या कार्यक्रम (Dheeraj Gurjar controversy) में कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए गुर्जर ने इशारों-इशारों में अधिकारियों और कर्मचारियों को धमकी दी। उन्होंने कहा कि अगर कोई उनकी बात प्रेम से नहीं मानता, तो "जरबे मेलने" (जूते मारने) के लिए उनका बेटा धीरज हमेशा तैयार है। यह बयान उनके पिछले विवादित बयान की याद दिलाता है, जब दो महीने पहले भी उन्होंने पुलिस को जूते मारने की धमकी दी थी।
पूर्व विधायक धीरज गुर्जर ने भजन कार्यक्रम में कहा, "आप लोग चिंता मत करो, यह जवानी भी आपके नाम है और बुढ़ापा भी। जब तक धीरज गुर्जर जिंदा रहेगा, तब तक कोटड़ी और कोठाज गांवों को छोड़ने का सवाल नहीं है। अपने चेहरे पर कमजोरी मत लाओ। अपनी लड़ाई लड़ने के लिए मन में विश्वास रखो। मैं हमेशा आपके काम के लिए मौजूद हूं। अगर कोई आपकी बात प्रेम से नहीं मानता, तो जूते मारकर काम करवाने के लिए आपका बेटा धीरज तैयार है।
"अगर मेरी बाइक को छुआ, तो मेरा जूता बात करेगा!"
भीलवाड़ा में वाहनों की नंबर प्लेट को लेकर कार्रवाई के विरोध में दो महीने पहले धीरज गुर्जर ने राजस्थान पुलिस को खुले तौर पर चुनौती दी थी। उन्होंने कहा था, "अगर पुलिस में दम है तो गुर्जर लिखी गाड़ी पकड़कर थाने में डालें। चैलेंज करता हूं, ऐसा किया तो मेरा जूता बात करेगा।"
गुर्जर ने कोटड़ी में आयोजित एक सभा में यह भी कहा कि "आसपास के थानेदार कहते हैं कि जिस मोटरसाइकिल के पीछे गुर्जर लिखा हुआ है, उसे थाने में बंद कर दो। मैं चैलेंज करता हूं कि अगर किसी कार्यकर्ता की बाइक को हाथ भी लगा लिया तो धीरज गुर्जर का जूता उनसे बात करेगा।" चुनाव हारने के बाद भी गुर्जर ने अपने अंदाज में कोई कमी नहीं आने दी, और कहा कि, "अगर मैंने जंप लगा लिया तो धरती में गाड़ दूंगा।"
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