असली सदन ठप, बाहर कांग्रेस का फुल ड्रामा! घनश्याम मेहर बने स्पीकर, विपक्ष का अनोखा प्रदर्शन
Rajasthan Assembly Budget Session: राजस्थान विधानसभा में जारी सियासी गतिरोध अब नया मोड़ लेता दिख रहा है। सदन के भीतर सरकार और विपक्ष के बीच टकराव जारी है, वहीं कांग्रेस ने विरोध के अनोखे तरीके अपनाकर इसे सड़क तक ला दिया है। विधानसभा के बाहर कांग्रेस विधायकों ने ‘डमी विधानसभा’ का आयोजन कर सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया।
इस अनोखे प्रदर्शन में घनश्याम मेहर को ‘डमी अध्यक्ष’ बनाया गया, जबकि कांग्रेस के अन्य विधायक सदन के सदस्य की भूमिका में नजर आए। इस दौरान सरकार की नीतियों, जल संकट और शिक्षा जैसे अहम मुद्दों पर चर्चा न होने का आरोप लगाया गया।(Rajasthan Assembly Budget Session) खास बात यह रही कि डमी अध्यक्ष घनश्याम मेहर के व्यंग्यात्मक बयान पर मौजूद लोग हंसी रोक नहीं पाए। उन्होंने कहा, “जब सरकार की आंखों में ही पानी नहीं बचा, तो पानी की बात कैसे होगी?” इस पर वहां मौजूद लोगों ने ठहाके लगाए।
कांग्रेस का यह अनोखा विरोध प्रदर्शन क्या सरकार पर दबाव बना पाएगा, या यह सिर्फ एक राजनीतिक स्टंट बनकर रह जाएगा? यह देखना दिलचस्प होगा।
विधानसभा अध्यक्ष सरकार के दबाव में..
कांग्रेस ने विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी पर भी सवाल खड़े किए हैं। पार्टी नेताओं का कहना है कि स्पीकर सरकार के इशारे पर काम कर रहे हैं और विपक्ष को सदन में बोलने का मौका नहीं दिया जा रहा है। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने आरोप लगाया कि बीजेपी सरकार लोकतंत्र की मर्यादा का उल्लंघन कर रही है और सत्ता पक्ष अपने बहुमत का दुरुपयोग कर रहा है।
सदन में बहस की मांग
कांग्रेस का कहना है कि सरकार सदन को सुचारू रूप से चलाने में विफल रही है। विपक्ष का दावा है कि पानी, बिजली, शिक्षा, स्वास्थ्य और कानून व्यवस्था जैसे गंभीर मुद्दों पर चर्चा होनी चाहिए, लेकिन सरकार इन विषयों पर बहस से बच रही है। कांग्रेस विधायकों ने कहा कि सरकार को जवाबदेही से भागने नहीं दिया जाएगा और वे सत्र के दौरान लगातार सरकार को घेरने का काम करेंगे।
दूसरी ओर, बीजेपी ने कांग्रेस के विरोध को महज राजनीतिक स्टंट करार दिया है। बीजेपी नेताओं का कहना है कि कांग्रेस अपने राजनीतिक फायदे के लिए विधानसभा की कार्यवाही बाधित कर रही है। बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़ ने कहा कि कांग्रेस मुद्दाविहीन राजनीति कर रही है और सदन को हाईजैक करने की कोशिश कर रही है।
क्या खत्म होगा गतिरोध या जारी रहेगा हंगामा?
राजस्थान विधानसभा का बजट सत्र राजनीतिक लड़ाई का अखाड़ा बनता जा रहा है। विपक्ष और सत्ता पक्ष के बीच लगातार बढ़ रहे टकराव से सदन की कार्यवाही बाधित हो रही है। अब सवाल यह उठता है कि क्या सरकार और विपक्ष किसी सहमति पर पहुंचेंगे या यह गतिरोध पूरे सत्र को प्रभावित करेगा?
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