Monday, June 2, 2025
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"योजना ठप, सपने ध्वस्त!" कांग्रेस का सरकार पर हमला... छात्रों के भविष्य से खिलवाड़ कब तक?

विपक्ष ने मुख्यमंत्री अनुप्रति योजना में देरी और अंग्रेजी मीडियम स्कूलों को बंद करने के फैसले पर तीखे सवाल उठाए।
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Rajasthan Assembly Budget Session 2025: राजस्थान विधानसभा में सोमवार को शिक्षा से जुड़े दो बड़े मुद्दों पर कांग्रेस ने सरकार को घेरा। विपक्ष ने मुख्यमंत्री अनुप्रति योजना में देरी और अंग्रेजी मीडियम स्कूलों को बंद करने के फैसले पर तीखे सवाल उठाए।विधायक रफीक खान ने अनुप्रति योजना पर सवाल उठाते हुए कहा कि फरवरी तक सभी छात्रों का रजिस्ट्रेशन पूरा हो जाना चाहिए था, लेकिन अब तक न तो रजिस्ट्रेशन हुए और न ही भुगतान।(Rajasthan Assembly Budget Session 2025) उन्होंने सरकार से सीधा सवाल किया कि छात्रों के छह महीने बर्बाद होने का जिम्मेदार कौन है?

इस पर उच्च शिक्षा मंत्री अविनाश गहलोत ने सफाई देते हुए कहा कि किसी भी छात्र का भविष्य खराब नहीं हुआ है। उन्होंने दावा किया कि हमें 200% से अधिक आवेदन प्राप्त हुए हैं और अब तक 1.74 करोड़ रुपये का भुगतान किया जा चुका है।

"सरकार सवालों से भाग रही है" 

नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने सरकार पर सवालों से भागने का आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार विपक्ष को सही जवाब नहीं दे रही है। उन्होंने कहा कि अनुप्रति योजना में देरी से हजारों छात्रों का करियर प्रभावित हो रहा है, लेकिन सरकार ठोस समाधान देने के बजाय पुरानी सरकार पर ठीकरा फोड़ रही है।

इसके जवाब में मंत्री अविनाश गहलोत ने कांग्रेस पर पलटवार करते हुए कहा कि पिछली सरकार के दौरान लंबित भुगतान को मौजूदा सरकार ने पूरा किया है। उन्होंने दावा किया कि अनुप्रति योजना की सफलता को देखकर अन्य राज्यों के अधिकारी राजस्थान आकर इस मॉडल को समझ रहे हैं और इसे अपनाने की तैयारी कर रहे हैं।

अंग्रेजी मीडियम स्कूलों पर सरकार का विवादित फैसला

विधानसभा में कांग्रेस ने अंग्रेजी मीडियम स्कूलों को बंद करने के मुद्दे को भी जोरशोर से उठाया। विपक्ष ने सरकार से पूछा कि जब राज्य में हजारों बच्चे अंग्रेजी शिक्षा प्राप्त करना चाहते हैं, तो सरकार स्कूलों को क्यों बंद कर रही है?

शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने कांग्रेस पर हमला बोलते हुए कहा कि पूर्ववर्ती सरकार ने बिना सोचे-समझे अंग्रेजी मीडियम स्कूल खोल दिए, लेकिन शिक्षकों के पद ही नहीं बनाए। उन्होंने कहा कि जब स्कूलों में पढ़ाने के लिए शिक्षक ही नहीं होंगे, तो छात्रों का भविष्य कैसे सुरक्षित रहेगा?

"कांग्रेस ने शिक्षा के नाम पर सिर्फ बोर्ड टांगे"

मदन दिलावर ने कांग्रेस पर तीखा हमला करते हुए कहा कि पूर्ववर्ती सरकार ने सिर्फ स्कूलों के बोर्ड टांगे, लेकिन न तो पढ़ाने वाले शिक्षक थे और न ही पढ़ने वाले छात्र। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने शिक्षा के नाम पर दिखावा किया और राज्य की शिक्षा व्यवस्था चौपट कर दी।

उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने इस पूरे मामले की समीक्षा के लिए एक उप-समिति गठित की है, जो जल्द ही रिपोर्ट सौंपेगी। सरकार इस मामले को गंभीरता से लेकर सही निर्णय करेगी, ताकि छात्रों का भविष्य अंधकार में न जाए।

"सरकार शिक्षा से खिलवाड़ कर रही है" 

विपक्ष ने सरकार पर शिक्षा व्यवस्था को कमजोर करने का आरोप लगाते हुए कहा कि भाजपा सरकार छात्र विरोधी नीतियां लागू कर रही है। कांग्रेस नेताओं का कहना है कि भाजपा सरकार गरीब और ग्रामीण छात्रों को उच्च शिक्षा से वंचित करने की साजिश रच रही है। विपक्ष ने साफ कहा कि अगर सरकार ने शिक्षा के क्षेत्र में सुधार नहीं किया, तो आने वाले चुनावों में जनता उन्हें करारा जवाब देगी।

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